पंजाब सरकार 10 हॉकी खिलाड़ियों को देगी 1-1 करोड़: टोक्यो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर खेल मंत्री ने किया ऐलान, बोले- सूबे के इन खिलाड़ियों पर सभी को नाज

पंजाब सरकार 10 हॉकी खिलाड़ियों को देगी 1-1 करोड़: टोक्यो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर खेल मंत्री ने किया ऐलान, बोले- सूबे के इन खिलाड़ियों पर सभी को नाज

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लुधियाना7 घंटे पहले

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पंजाब सरकार 10 हॉकी खिलाड़ियों को देगी 1-1 करोड़: टोक्यो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर खेल मंत्री ने किया ऐलान, बोले- सूबे के इन खिलाड़ियों पर सभी को नाज

टोक्यो ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन करके ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले भारतीय हॉकी टीम के लिए पंजाब सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। टीम में 18 में से 10 खिलाड़ी पंजाब के हैं और इन सभी को एक-एक करोड़ रुपए दिए जाएंगे।खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने ट्वीट करके यह जानकारी सांझा की।

टीम के खिलाड़ी कप्तान मनप्रीत सिंह, उप कपतान हरमनप्रीत सिंह, वरुण कुमार, रुपिंदरपाल सिंह, हार्दिक सिंह, दिलप्रीत सिंह, गुरजंट सिंह, मनदीप सिंह, शमशेर सिंह और सिमरनजीत सिंह पंजाब से हैं। इनमें से मनप्रीत सिंह, सिमरनजीत सिंह, हार्दिक सिंह, शमशेर सिंह, दिलप्रीत सिंह, वरुण कुमार, हरमनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह जालंधर स्थित ओलंपियन सुरजीत सिंह हॉकी एकेडमी में ट्रेनिंग ले चुके हैं।

लाइव देखा मैच, जीतने के बाद मनाई खुशी

खेल मंत्री ने गुरुवार को खेला गया भारतीय हॉकी टीम का सेमीफाइनल मैच लाइव देखा। जैसे ही टीम ने मैच जीता तो उन्होंने इसकी खुशी मनाई और सभी खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर बधाई दी। उनका कहना है कि यह दिन भारत के लिए इतिहास में बेहद महत्वपूर्ण दिन है। 41 साल बाद भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है।

जानिए ब्रॉन्ज जीतने वाली टीम में शामिल पंजाब के खिलाड़ियों के बारे में

हरमनप्रीत सिंह का जन्म 6 जनवरी 1996 को अमृतसर में हुआ। वह भारतीय नेशनल हॉकी टीम के लिए डिफेंडर के रूप में खेलते हैं। वह 2016 के रियो ओलिंपिक में भी भारतीय टीम के हिस्सा थे। जूनियर हॉकी विश्व कप 2016 की चैंपियन टीम के सदस्य थे। उन्हें बचपन से ही हॉकी में गहरी दिलचस्पी थी। जब वे 15 साल के थे, तब उन्होंने आगे बढ़ने की उम्मीद के साथ सुरजीत हॉकी एकेडमी जालंधर में प्रवेश लिया। उन्होंने 2014 में मलेशिया में हुए सुल्तान जौहर कप से हॉकी में पदार्पण किया था।

दिलप्रीत सिंह का जन्म 12 नवंबर 1999 अमृतसर जिले के बुटाला गांव में हुआ। वह भारतीय राष्ट्रीय हॉकी टीम के लिए फॉरवर्ड के रूप में खेलते हैं। उनके पिता बलविंदर सिंह सेना में हॉकी खिलाड़ी थे और उनके प्रोत्साहन से ही दिलप्रीत ने हॉकी खेलना शुरू किया। उन्होंने अपने पिता की खडूर साहिब अकादमी में प्रशिक्षण लिया। अमृतसर में स्थित महाराजा रणजीत सिंह हॉकी एकेडमी और फिर जालंधर की सुरजीत एकेडमी से कोचिंग ली।

वरुण कुमार का जन्म 25 जुलाई 1995 को जालंधर में हुआ। वह भारतीय टीम और हॉकी इंडिया लीग में पंजाब वारियर्स के लिए डिफेंडर के रूप में खेलते हैं। वरुण ने पहली बार स्कूल में हॉकी खेलना शुरू किया था। उन्होंने 2012 में जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में पंजाब का प्रतिनिधित्व किया और बेहतरीन प्रदर्शन किया। चोट लगने के कारण वह दो साल तक हॉकी नहीं खेल पाए। 2014 जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में वापसी करते हुए उन्होंने शानदार खेल दिखाया और जूनियर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई।

मनप्रीत सिंह भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हैं और इनका जन्म 26 जून 1992 को जालंधर के मिट्ठापुर गांव के एक किसान परिवार में हुआ। वह टीम में हाफ बैक की पॉजिशन पर खेलते हैं। वह साल 2011 में पहली बार नेशनल टीम का हिस्सा बने। उन्होंने पहली बार 2012 में ओलिंपिक खेला था और साल 2014 में एशिया का जूनियर प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब अपने नाम किया। साल 2016 में भी वह नेशनल टीम का हिस्सा रहे। मनप्रीत ने 16 दिसंबर 2020 को मलेशियाई इली नजवा सद्दीकी से शादी की।

हार्दिक सिंह भारतीय हॉकी टीम के मिडफील्डर हैं और इनका का जन्म 23 सितंबर 1998 को जालंधर के खुसरोपुर गांव में हुआ। उनके परिवार में हॉकी दशकों से चली आ रही है। हार्दिक के पिता वरिंदरप्रीत सिंह पुलिस अधिकारी हैं और हॉकी के बेहतरीन खिलाड़ी रह चुके हैं। उनके दादा प्रीतम सिंह भारतीय नौसेना के हॉकी कोच थे। हार्दिक अपने चाचा और पूर्व भारतीय ड्रैग-फ्लिकर जुगराज सिंह को अपना गुरु मानते हैं।

रूपिंदर पाल सिंह का जन्म 11 नवंबर 1990 को पंजाब के फरीदकोट जिले में हुआ। वह भारतीय हॉकी टीम में फुलबैक की पॉजिशन पर खेलते हैं। उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ़्लिकर में से एक माना जाता है। वह ग्लासगो में 2014 राष्ट्रमंडल खेलों, इंचियोन में 2014 एशियाई खेलों, रियो डी जनेरियो में आयोजित 2016 ओलंपिक खेलों और 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय टीम का हिस्सा रहे।

सिमरनजीत सिंह का जन्म 27 दिसंबर 1996 को हुआ। वह भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए मिडफील्डर के रूप में खेलते हैं। वह 2016 पुरुष हॉकी जूनियर विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। उन्होंने 2018 में अपनी सीनियर टीम में पदार्पण किया और 2018 पुरुष हॉकी चैंपियंस में भारत की रजत पदक विजेता टीम का हिस्सा थे।

गुरजंट सिंह का जन्म 26 जनवरी 1995 को अमृतसर में हुआ। वह भारतीय हॉकी टीम में फॉरवर्ड पॉजिशन पर खेलते हैं। वह उस भारतीय टीम का हिस्सा थे, जिसने 2016 में लखनऊ में पुरुष हॉकी जूनियर विश्व कप में स्वर्ण पदक जीता था।

शमशेर सिंह का जन्म 29 जुलाई 1997 में अमृतसर के अटारी इलाके में हुआ। वह भारतीय हॉकी टीम में फॉरवर्ड के रूप में खेलते हैं। उन्होंने 2019 मेंस रेडी स्टेडी टोक्यो हॉकी टूर्नामेंट में राष्ट्रीय सीनियर टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया था।

मनदीप सिंह का जन्म 25 जनवरी 1995 को जालंधर में हुआ। वह फॉरवर्ड के रूप में खेलते हैं। उन्होंने जालंधर की सुरजीत हॉकी टीम से ट्रनिंग ली है। हॉकी इंडिया लीग में वह दिल्ली वेवराइडर्स के लिए खेलते हैं।

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