पंजाब में कैप्टन की कुर्सी को खतरा: 40 MLA के लेटर के बाद विधायक दल की बैठक आज; सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद हरीश रावत का आधी रात को ट्वीट
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जालंधर8 मिनट पहले
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हरीश रावत का ट्वीट।
पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान की वजह से खतरे में पड़ी CM कैप्टन अमरिंदर सिंह की कुर्सी के बीच कांग्रेस हाईकमान ने बड़ा फैसला लिया है। आज यानी शनिवार को ही शाम 5 बजे पंजाब कांग्रेस भवन, चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुला ली गई है। कैप्टन के नेतृत्व से नाखुश 40 विधायकों के लेटर के बाद शुक्रवार को पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। जिसके बाद सोनिया की सहमति लेकर देर रात रावत ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर अजय माकन व हरीश चौधरी भी मौजूद रहेंगे। इसके बाद पूरी रिपोर्ट तैयार कर कांग्रेस हाईकमान को सौंप दी जाएगी।
सभी कांग्रेसी विधायकों को इसमें शामिल होने को कहा गया है।
कैप्टन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी, अमरिंदर ने भी करीबी बुलाए
पंजाब कांग्रेस में मची कलह के बीच विधायक दल की बैठक कांग्रेस हाईकमान के 18 सूत्रीय फार्मूले को लेकर है। हालांकि बागियों के रुख को देखकर स्पष्ट है कि इसके जरिए कैप्टन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में हैं। बागी ग्रुप की तरफ से हरीश रावत पर भी सवाल उठाए जा रहे थे। जिसकी वजह से दो पर्यवेक्षक भी भेजे गए हैं ताकि बाद में किसी को सवाल उठाने का मौका न मिले।
उधर, इसका पता चलते ही कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी अपने करीबी विधायकों की सिसवां फार्म हाउस में बैठक बुला ली है। माना जा रहा है कि यहीं पर बागी ग्रुप के अविश्वास प्रस्ताव लाने की सूरत में उससे निपटने की योजना तैयार की जाएगी।
खींचतान जल्द खत्म करने की कोशिश
पंजाब में नवजोत सिद्धू को प्रदेश प्रधान बनाने के बाद कांग्रेस में खींचतान चल रही है। खासकर, कैप्टन से बागी धड़े ने दूसरी बार मोर्चा खोला है। पंजाब चुनाव में अब सिर्फ 5 महीने का वक्त रह गया है। ऐसे में पंजाब में कैप्टन भारी हैं या फिर बागी ग्रुप, इस पर कांग्रेस हाईकमान अंतिम मुहर लगाने जा रहा है। कैप्टन के खिलाफ बगावत का हर दांव अभी फेल होता रहा है। ऐसे में अब सिद्धू खेमा पूरा जोर लगाएगा कि इस बैठक में ही कैप्टन को कुर्सी से हटाया जा सके। यह स्पष्ट है कि इसके बाद पंजाब में कांग्रेस के कलह को सिरे से खत्म कर हाईकमान चुनाव के लिए सीधा संदेश दे देगा।
बड़ा सवाल : कौन होगा कैप्टन का उत्तराधिकारी
किसी स्थिति में अगर बागी ग्रुप कैप्टन अमरिंदर सिंह पर भारी पड़ा और उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ी तो पंजाब कांग्रेस के लिए बड़ा सवाल खड़ा हो जाएगा। उनकी जगह कौन लेगा। हालांकि बागी ग्रुप की अगुवाई कर रहे सुखजिंदर रंधावा भी CM बनने की इच्छा रखते हैं लेकिन फिर कैप्टन ग्रुप के विधायक नाखुश हो जाएंगे। पंजाब में अभी सीएम व प्रधान दोनों ही सिख चेहरे हैं। जिससे हिंदू व सिख तालमेल का सियासी गणित गड़बड़ाया हुआ है। चर्चा है कि क्या किसी हिंदू चेहरे को 5 महीने के लिए CM की कुर्सी दी जा सकती है। ऐसे में सुनील जाखड़ का नाम उभर रहा है। वहीं, पूर्व प्रधान लाल सिंह भी इन दिनों कैप्टन के करीबी चल रहे हैं। वहीं, सांसद प्रताप सिंह बाजवा भी लंबे समय से कुर्सी की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा राजिंदर कौर भट्ठल पहले भी CM रह चुकी हैं। फिलहाल सबकी नजर बैठक व उससे पहले होने वाली गतिविधि पर लगी हुई है।
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