पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका: भाजपा में शामिल हो रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा सोढ़ी; एक अकाली दिग्गज भी कतार में

पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका: भाजपा में शामिल हो रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा सोढ़ी; एक अकाली दिग्गज भी कतार में

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चंडीगढ़2 मिनट पहले

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पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका: भाजपा में शामिल हो रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा सोढ़ी; एक अकाली दिग्गज भी कतार में

पंजाब विस चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लग रहा है। पंजाब की कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे राणा गुरमीत सोढ़ी भाजपा में शामिल हो रहे हैं। राणा सोढ़ी के साथ मालवा से अकाली दल के दिग्गज भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं।

राणा सोढ़ी पिछले काफी समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। राणा कैप्टन सरकार में खेल मंत्री थे। हालांकि कैप्टन को CM की कुर्सी से हटाने के बाद उनसे मंत्रीपद छीन लिया गया। इसके बाद वह खामोश होकर घर बैठ गए। उन्होंने पार्टी की गतिविधियों से दूरी बना ली थी।

राणा सोढ़ी राहुल गांधी से भी मिले थे

राणा सोढ़ी राहुल गांधी से भी मिले थे

कैप्टन की वजह से गंवाई कुर्सी
जब कांग्रेस ने पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को CM की कुर्सी से हटाया तो राणा सोढ़ी भी निशाने पर आ गए। नए सिरे से मंत्रियों के नाम तय हुए तो कैप्टन सरकार में खेल मंत्री रहे सोढ़ी मंत्रिमंडल से बाहर हो गए। तब यह साफ हो गया कि उन्हें कैप्टन से नजदीकी का खामियाजा भुगतना पड़ा। इसकी बड़ी वजह यह थी कि जब कैप्टन के खिलाफ कांग्रेस में बगावत हुई तो राणा ने ही उनके शक्ति प्रदर्शन के लिए अपने घर में डिनर पार्टी रखी थी।

राहुल गांधी मिले, लेकिन बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिली
पंजाब में कैप्टन की जगह CM चरणजीत चन्नी सीएम बन गए तो राहुल गांधी ने मंत्रिमंडल से बाहर हुए नेताओं से मुलाकात की। उसमें राणा सोढ़ी भी शामिल थे। उन्हें भरोसा दिया गया कि पार्टी में उचित जगह और सम्मान देंगे। हालांकि कांग्रेस हाईकमान ने प्रताप सिंह बाजवा को मेनिफेस्टो कमेटी का चेयरमैन और सुनील जाखड़ को कैंपेन कमेटी का चेयरमैन बना कर खुश करने की कोशिश की, लेकिन राणा सोढ़ी को कोई अहम जिम्मेदारी नहीं दी गई, जिसके बाद वह पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं।

दो सीटों से लड़ने के इच्छुक सोढ़ी
सियासी चर्चाओं के मुताबिक, पूर्व मंत्री राणा सोढ़ी परिवार 2 सीटों से चुनाव लड़ सकता है। राणा सोढ़ी इस वक्त गुरुहरसहाय से विधायक हैं, लेकिन वह फिरोजपुर शहर से भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। गुरुहरसहाय से राणा सोढ़ी लगातार 4 बार विधायक बन चुके हैं। इस बार वह फिरोजपुर शहर से लड़ सकते हैं, जबकि उनके बेटे अनुमीत सिंह हीरा सोढ़ी या बेटी एडवोकेट गायत्री बेदी में से कोई एक गुरुहरसहाय से चुनाव लड़ सकता है।

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