पंजाब कांग्रेस में सिद्धू के खिलाफ बागी सुर: करीबी MLA बोले- पार्टी प्लेटफार्म पर बात करें प्रधान; सुनील जाखड़ पर हमले के बाद मचा घमासान
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चंडीगढ़एक घंटा पहलेलेखक: मनीष शर्मा
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पंजाब में अब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू के खिलाफ बगावत के आसार बन गए हैं। कांग्रेसी MLA कुलबीर जीरा और वरिंदरमीत पहाड़ा ने सिद्धू के रवैए पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सिद्धू के मुद्दे हैं लेकिन उन्हें पार्टी फोरम पर बात रखनी चाहिए। यह दोनों विधायक वही हैं, जो कैप्टन अमरिंदर सिंह के तख्ता पलट के वक्त बागी ग्रुप के साथ थे।
सिद्धू के खिलाफ घमासान तब शुरू हुआ, जब शुक्रवार को उन्होंने सुनील जाखड़ पर हमला कर दिया। जिसके जवाब में जाखड़ ने भी अकबर इलाहबादी के शेर के जरिए सिद्धू की बखिया उधेड़ दी। सिद्धू के खिलाफ बगावत को अब टकसाली कांग्रेसियों और खासकर माझा के दिग्गज नेताओं की शह से जोड़कर देखा जा रहा है। कांग्रेसी विधायकों के इस रूख के बाद कांग्रेस के भीतर सिद्धू की मुश्किलें बढ़ सकती है।
नवजोत सिद्धू ने अमृतसर में कान्फ्रेंस कर सरकार और जाखड़ को घेरा
यह कहा कांग्रेसी विधायकों ने
- जीरा से कांग्रेस MLA कुलबीर जीरा ने कहा कि नवजोत सिद्धू की बात सही है कि लोग सवाल करते हैं। अगर बात करनी है तो सिद्धू को CM या डिप्टी CM के साथ बैठकर बात करनी चाहिए। इसका हल आपस में बैठकर ही निकल सकता है।
- गुरदासपुर से कांग्रेस MLA वरिंदरमीत पहाड़ा ने कहा कि सिद्धू की रिपोर्ट खोलने की बात ठीक है। हम सब भी उस पर लगे हुए हैं। सिद्धू पार्टी प्रधान हैं और अपने ढंग से सरकार पर प्रेशर डाल रहे हैं। मुझे लगता है कि सिद्धू को पार्टी प्लेटफार्म पर यह बात करनी चाहिए।
सिद्धू ने जाखड़ के ट्वीट पर उठाए सवाल
नवजोत सिद्धू ने शुक्रवार को अमृतसर में प्रेस कान्फ्रेंस की। जिसमें सिद्धू ने पूर्व पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ को लेकर कहा कि जो पहले प्रधान थे, बड़े जोर-शोर से ट्वीट करते हैं। कभी उन्होंने ऐसी बात उठाई है, जैसे मुद्दे मैं उठा रहा हूं।
पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने इस अंदाज में सिद्धू पर तंज कसा
जाखड़ ने शेर से दिया जवाब
सुनील जाखड़ ने सिद्धू के बयान के साथ अकबर इलाहबादी का शेर ‘बुत हम को कहे काफ़िर, अल्लाह की मर्जी है, सूरज में लगे धब्बा, फ़ितरत के करिश्में हैं, बरकत जो नहीं होती, नीयत की खराबी है। साफ तौर पर जाखड़ ने भाजपा से कांग्रेस में आने पर सिद्धू को काफिर कह दिया। वह इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, इसके लिए हाईकमान की मर्जी करार दे निशाना साधा। कांग्रेस में सब कुछ ठीक न होने को लेकर उन्होंने सिद्धू की नीयत पर ही सवाल उठा दिए।
पंजाब में माझा क्षेत्र से यह तीनों मंत्री कैप्टन के तख्ता पलट में सबसे आगे रहे। तब यह तीनों सिद्धू के समर्थन में थे। अब इनके सिद्धू से रिश्ते बिगड़ गए हैं।
सिद्धू के विरोध के 2 बड़े कारण
टिकट की चिंता : सिद्धू को लेकर विधायकों की सबसे बड़ी चिंता टिकट की है। खासकर, उनकी जो कैप्टन अमरिंदर सिंह के कट्टर विरोधी रहे हैं। कांग्रेस से टिकट न मिली तो उन्हें कैप्टन के यहां भी जगह नहीं मिलेगी। सिद्धू कह चुके हैं कि सिर्फ जीतने की क्षमता वालों को टिकट देंगे और सब विधायक यह न समझें कि उन्हें टिकट मिलेगी।
माझा ग्रुप के साथ टकराव : सिद्धू का माझा की तिकड़ी डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा, मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा और सुख सरकारिया के साथ रिश्ते बिगड़ गए हैं। इन्हीं तीनों की अगुवाई में कैप्टन को CM की कुर्सी से हटाया गया। अब सिद्धू एसटीएफ रिपोर्ट और बेअदबी को लेकर CM चरणजीत चन्नी के बहाने ज्यादा रंधावा पर निशाना साधते हैं क्योंकि उनके पास ही गृह मंत्रालय है।
पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह सिद्धू को अनस्टेबल करार दे चुके हैं
पहली बार सिद्धू के खिलाफ बयान, कैप्टन भी उठा चुके सवाल
कांग्रेस विधायकों की बयानबाजी कांग्रेस की सियासत के मायने में अहम है। जब कैप्टन अमरिंदर सिंह को CM की कुर्सी से हटाया गया तो कुछ इसी तरह से शुरुआत हुई थी। कुछ विधायकों की बयानबाजी के बाद इसे बगावत का रूप दे दिया गया।
सिद्धू के रवैए को लेकर पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी सवाल उठा चुके हैं। वह सिद्धू को ‘अनस्टेबल’ तक कह चुके हैं। यही वजह है कि बार-बार सीएम चन्नी और सरकार को निशाने साध रहे सिद्धू का कांग्रेस के भीतर से ही विरोध होना शुरू हो गया है।
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