नॉर्थ-ईस्ट में सुलह के आसार: सीमा विवाद के एक हफ्ते बाद असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों ने फोन पर बात की, हिमंत पर हुई FIR वापस होगी

नॉर्थ-ईस्ट में सुलह के आसार: सीमा विवाद के एक हफ्ते बाद असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों ने फोन पर बात की, हिमंत पर हुई FIR वापस होगी

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नई दिल्ली35 मिनट पहले

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नॉर्थ-ईस्ट में सुलह के आसार: सीमा विवाद के एक हफ्ते बाद असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों ने फोन पर बात की, हिमंत पर हुई FIR वापस होगी

सीमा विवाद के करीब एक हफ्ते बाद असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों ने एक-दूसरे से फोन पर बात की। मिजोरम सरकार असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के खिलाफ 30 जुलाई को दायर FIR भी वापस लेगी। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि दोनों राज्यों के बीच सुलह जल्द हो सकती है।

पिछले महीने 26 जुलाई को दोनों राज्यों के सीमा विवाद को लेकर पुलिस और नागरिकों में झड़प हो गई थी। इसमें 5 पुलिस जवानों की मौत हो गई थी। अतिक्रमण हटाने को लेकर दोनों राज्यों की पुलिस और नागरिकों के बीच ये विवाद शुरू हुआ और फिर दोनों तरफ से लाठी, पत्थर से हमला शुरू हो गया था।

शाह से बातचीत के बाद दोनों मुख्यमंत्रियों ने की बात
गृह मंत्री अमित शाह ने भी दोनों मुख्यमंत्रियों से फोन पर चर्चा की थी। इस चर्चा के बाद हिमंत और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने रविवार को फोन पर विवाद सुलझाने को लेकर बातचीत की।
इसके बाद जोरमथंगा ने ट्वीट कर असम के लोगों से अपील की थी कि वे हालात को बिगाड़ने वाले काम न करें। अपने सोशल मीडिया पर सेंसेटिव मैसेज पोस्ट करने से बचें। उन्होंने कहा था कि गृह मंत्री से बातचीत के बाद दोनों राज्य बातचीत के जरिए विवाद सुलझाने पर राजी हो गए हैं।

इसके बाद हिमंत ने भी ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था- हमारा मुख्य उद्देश्य नॉर्थ-ईस्ट की भावना को बरकरार रखना है। जोरमथंगा ने मुझे अपने क्वारैंटाइन के बाद कॉल करने का वादा किया है। सीमा विवाद केवल बातचीत के जरिए ही सुलझाया जा सकता है।

सैटेलाइट मैपिंग से सुलझेगा सीमा विवाद
केंद्र सरकार ने सैटेलाइट मैपिंग के जरिए पूर्वोत्तर राज्यों का सीमा विवाद सुलझाने का फैसला किया है। अधिकारियों ने बताया कि मैपिंग का काम नॉर्थ ईस्टर्न स्पेस एप्लिकेशन सेंटर (NESAC), डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस (DoS) और नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल (NEC) को दिया गया है।

शाह ने कुछ महीने पहले सैटेलाइट मैपिंग के जरिए राज्यों की सीमाओं के सीमांकन का सुझाव दिया था। शाह ने पूर्वोत्तर में सीमाओं और जंगलों की मैपिंग के लिए NESAC की मदद लेने की बात कही थी। शिलांग स्थित NESAC पहले से ही इस इलाके में फ्लड मैनेजमेंट के लिए स्पेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है।

ताजा विवाद की शुरुआत ऐसे हुई
असम सरकार ने विधानसभा में बताया कि मिजोरम के लोगों ने बराक घाटी क्षेत्र में असम के तीन जिलों में 1,777.58 हेक्टेयर जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है। इसमें सर्वाधिक 1000 हेक्टेयर जमीन पर हैलाकांदी जिले में अवैध कब्जा किया गया। मिजोरम ने 16 जुलाई को आरोप लगाया कि असम उसकी जमीन पर दावा कर रहा है। इन सीमावर्ती गांवों में 100 साल से ज्यादा समय से मिजो ट्राइब्स रह रहे हैं।

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