नवरात्रि में शक्तिपीठों के दर्शनों के लिए 6 शर्तें: सजने लगा है मां का दरबार; श्रद्धालुओं को लानी होगी RT-PCR की निगेटिव रिपोर्ट; श्री नयना देवी में प्रसाद चढ़ाने पर पाबंदी
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शिमला4 मिनट पहले
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शारदीय नवरात्र को लेकर सजता श्
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न शक्तिपीठों में शारदीय नवरात्रों को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है। मंदिरों को सजना शुरू हो चुका है। बिलासपुर जिला के विश्व विख्यात श्री नयना देवी मंदिर में इस बार डेढ़ वर्ष के बाद शारदीय नवरात्र का आयोजन किया जा रहा है। 7 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो जाएंगे। लेकिन कुछ पाबंदियों के साथ ही मंदिर पहुंंच पाएंगे और मंदिर के भीतर भी पाबंदियों के बीच ही दर्शन करने होंगे।
श्रद्धालु हवन कुंड में आहुतियां तो डाल सकेंगे लेकिन यहां पर बैठकर हवन करने पर मनाही होगी। इसके अलावा पुजारियों द्वारा जो श्रद्धालुओं को हाथ में धागा बांधा जाता है उस पर भी बांधने को प्रतिबंध रहेगा। शारदीय नवरात्रों को लेकर श्री नयना देवी मंदिर का दरबार सजना शुरू हो चुका है, मंदिर को काफी भव्य तरीके से सजाया जा रहा है। इस बार सजावट का कार्य हरियाणा के करनाल के कारिगरों द्वारा किया जा रहा है। 7 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि शुरू होने वाले हैं ऐसे में अभी 3 दिन और मंदिर को सजाने में लगेंगे। रंग बिरंगी फूलों और लाइटों की लड़ियों को मंदिर में लगाया जा रहा है, ताकि मंदिर की सजावट भव्य तरीके से की जा सके।
बिना नेगेटिव रिपोर्ट ने नहीं होंगे मां के दर्शन।
नयना देवी क्षेत्र को 9 सेक्टरों में बांटा गया
शारदीय नवरात्रों को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नयना देवी क्षेत्र को 9 सेक्टर में विभाजित किया गया है। 6 सेक्टर अधिकारी अपनी सेवाएं देंगे। नवरात्रों के दौरान डीएसपी नयना देवी पूर्ण चंद्र को पुलिस मेला अधिकारी और एसडीएम श्री नयना देवी को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है।
प्रसाद चढ़ाने पर रहेगी मनाही
श्री नयना देवी मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा प्रसाद चढ़ाने पर मनाही रहेगी। उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालु हवन कुंड मैं बैठकर तो नहीं कर पाएंगे, लेकिन प्रसाद की आहूति हवन में डाल सकेंगे। हाथ में डोरी बांधने पर प्रतिबंध रहेगा। मुंडन करने पर भी प्रतिबंध रहेगा। लंगर लगाने और प्रसाद चढ़ाने पर भी पूरी तरह से पाबंदी रहेगी।
नवरात्रों के दौरान 150 अस्थाई कर्मचारी रखे जाएंगे
वही मंदिर अधिकारी विजय गौतम ने बताया कि नवरात्रों के दौरान लगभग 150 अस्थाई कर्मचारियों के जाएंगे। जो कि विभिन्न तरह का कार्यभार संभालेंगे। उन्होंने कहा कि शारदीय नवरात्र को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है ।7 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू होने वाले हैं मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट तथा दोनों वैक्सीन की डोज का प्रमाण दिखाना होगा तभी उन्हें मंदिर में प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा उन्होंने कहा अगर रैपिड एंटीजन टेस्ट की जरूरत पड़ेगी तो वह भी मौके पर ही किया जाएगा।
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