देश में ऐसा पहली बार: हैदराबाद के डॉक्टरों ने बगैर बड़ी सर्जरी 156 किडनी स्टोन निकाले, 2 साल में बने थे ये स्टोन
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हैदराबाद4 घंटे पहले
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शहर के डॉक्टरों ने एक मरीज की किडनी से 156 से ज्यादा स्टोन निकाले। खास बात यह है कि इसके लिए उन्होंने कोई बड़ी सर्जरी नहीं की। इसके लिए लेप्रेस्कोपी और एंडोस्कोपी की मदद ली गई। रीनल केयर फैसिलिटी यूरोलॉजी एंड किडनी हॉस्पिटल का दावा है कि देश में पहली बार बिना मेजर सर्जरी किए इतने किडनी स्टोन निकाले गए हैं।
अचानक दर्द उठा
हॉस्पिटल के मुताबिक- महिला मरीज हुबली की रहने वाली हैं और बसवराज में स्कूल टीचर हैं। अचानक से तेज पेट दर्द होने पर उन्होंने जांच कराई। इसमें पता चला की किडनी में स्टोन है। ये स्टोन 2 साल में हुए थे। यह बहुत मुश्किल काम था। इतने ज्यादा स्टोन देखकर डॉक्टर भी हैरान थे।
इस मामले में एक और खास बात यह है कि आमतौर पर स्टोन यूरेनरी ट्रैक्ट के पास होते हैं। इस मामले में ये एब्डोमिन के पास थे। ऐसे में इन्हें रिमूव करना आसान नहीं था। लेकिन, डॉक्टर्स की टीम ने इन्हें कामयाबी से हटा दिया।
क्या है एंडोस्कोपी और लैप्रोस्कोपी
एंडोस्कोपी में एंडोस्कोप डिवाइस की मदद से शरीर के अंदर की हलचल को स्क्रीन पर देखा जाता है। इसमें एक लंबी, पतली और लचीली ट्यूब को शरीर के खुले हिस्से से अंदर डाला जाता है। इस तरह की होल सर्जरी के दौरान शरीर पर एक छोटा सा चीरा लगाकर एंडोस्कोप को शरीर में डाला जाता है।
लेप्रोस्कोप भी एक तरह का एंडोस्कोप है। इसका इस्तेमाल लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में किया जाता है। सर्जरी के दौरान छोटे चीरे लगाए जाते हैं, जिससे दर्द कम होता है और मरीज को जल्दी रिकवर में होने में मदद मिलती है।
हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ वी चंद्रमोहन ने कहा- मरीज के पेट में पिछले साल से स्टोन बन रहे होंगे, लेकिन उन्होंने कभी लक्षण महसूस नहीं किए। अचानक पेट दर्द होने पर उन्होंने जांच कराई। इसमें किडनी स्टोन के बारे में पता चला।
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