देश की कलाकृतियां वापस आएंगी: ऑस्ट्रेलिया 16 करोड़ रुपए के 14 आर्टवर्क लौटाएगा; भारत से इनकी तस्करी हुई थी
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7 मिनट पहले
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ऑस्ट्रेलिया की कैनबरा गैलेरी ने कहा है कि भारतीय कलाकृतियां कुछ ही महीनों में लौटा दी जाएंगी।
ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 14 कलाकृतियां (आर्टवर्क्स) लौटाने का फैसला लिया है। इनमें से 6 ऐसे हैं जो या तो चोरी हुए हैं या अवैध रूप से एक्सपोर्ट किए गए हैं। ऑस्ट्रेलिया की कैनबरा आर्ट गैलेरी ने ऐसे आर्टवर्क्स की पहचान की है जो या तो भारत से चोरी हुए हैं, लूटे गए हैं या जिनके अस्तित्व के बारे में पता नहीं है। इनमें मूर्तियां, फोटोग्राफ और एक स्क्रॉल शामिल है।
एक-दो महीने में भारत आ सकती हैं कलाकृतियां
ऑस्ट्रेलिया से आने वाला कलेक्शन धार्मिक और सांस्कृतिक कलाकृतियों का है। इनकी कीमत 2.2 मिलियन डॉलर (16.34 करोड़ रुपए) है। कैनबरा गैलेरी के डायरेक्टर निक मिटजेविच ने कहा है कि ये आर्टवर्क्स कुछ ही महीनों में भारत सरकार को लौटा दिए जाएंगे। हमने अपने इतिहास के एक बेहद मुश्किल चैप्टर को बंद करने का संकल्प लिया है।
ऑस्ट्रेलिया ने जिन कलाकृतियों को लौटाने का फैसला लिया है उनमें से कुछ 12वीं शताब्दी की हैं।
ऑस्ट्रेलिया जिन 14 आर्टवर्क्स को लौटाने वाला है, उनमें से 13 अंतरराष्ट्रीय तस्कर सुभाष कपूर से जुड़े हैं। सुभाष कपूर अमेरिका में ऑपरेशन हिडल आइडल (मूर्ति तस्करी) का आरोपी है। इस मामले में कपूर के खिलाफ मुकदमा शुरू होने वाला है। हालांकि उसने आरोपों से इनकार किया है। इस मामले में 2011 में कपूर की गिरफ्तारी हुई थी।
सुभाष कपूर के जरिए हासिल कई भारतीय कलाकृतियों को ऑस्ट्रेलिया की नेशनल गैलेरी पहले ही लौटा चुकी है। इनमें 27 करोड़ रुपए की भगवान शिव की कांसे की प्रतिमा भी शामिल है जो कि तमिलनाडु के एक मंदिर से चोरी हुई थी।
कैनबरा गैलेरी के डायरेक्टर का कहना है कि उन्होंने अपने कलेक्शन से जुड़े कानूनी और नैतिक मुद्दों के आकलन के लिए गाइडलाइंस बनाई थीं। इसी आधार पर एशिया से जुड़े कलेक्शन में शामिल 3 मूर्तियों की भी जांच की जा रही है।
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