दिवाली ने मिटाई दूरियां: तीन साल बाद भारत-पाक बॉर्डर पर बंटी आपस में मिठाई, पुलवामा हमले के कारण बंद हो गई थी परंपरा
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नई दिल्ली2 घंटे पहले
दिवाली पर केवल दीयों की रोशनी नहीं होती बल्कि दिलों के बीच की दूरियां भी एकसाथ मिठाई खाकर मिट जाती है। यही दूरियां गुरुवार को भारत-पाकिस्तान के बीच की सीमा पर दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच भी मिटती दिखाई दी। जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में सीमा पर तीन साल के अंतराल के बाद भारतीय सुरक्षा बलों के जवानों ने पाकिस्तानी सैनिकों को दिवाली की मिठाई खिलाई।
पुलवामा हमले के बाद बंद हो गई थी मिठाई बांटने की परंपरा
भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच एक-दूसरे के त्योहार पर मिठाई बांटने की परंपरा आजादी के बाद से ही बनी हुई है। हालांकि इस परंपरा पर भी दोनों देशों के बीच होने वाले तनाव का असर पड़ता रहा है।
दिवाली पर मिठाई बांटने की परंपरा भी कश्मीर के पुलवामा में फरवरी, 2019 में CISF के काफिले पर आत्मघाती हमले के बाद से बंद हो गई थी। इसके बाद से पिछले तीन साल में दोनों देशों ने आपस में मिठाई नहीं बांटी थी।
बाड़मेर में BSF ने दिए गडरा के लड्डू
राजस्थान के बाड़मेर जिले में भारत-पाक इंटरनेशनल बॉर्डर पर BSF और पाक रेंजर्स के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान हुआ। साथ ही दिवाली की शुभकामनाएं दी गईं। मुनाबाव, गडरारोड़, कैलनोर, बाखासर की चौकियों पर BSF की तरफ से बाड़मेर जिले के प्रसिद्ध गडरा (कस्बा) के लड्डू के साथ-साथ अन्य मिठाइयों के पैकेट भेंट किए। पाकिस्तानी सैनिकों ने भी अपने यहां की मशहूर मिठाइयां BSF जवानों को दी।
पंजाब के अटारी बॉर्डर पर भी खिलाई मिठाई
BSF के जवानों ने पंजाब के अमृतसर में मशहूर अटारी-वाघा बॉर्डर पर भी पाकिस्तानी रेंजर्स के सिपाहियों को दिवाली पर मिठाई खिलाई। पाकिस्तानी रेंजर्स ने भी BSF के जवानों को बदले में मिठाई खिलाकर दिवाली की शुभकामनाएं दीं।
जम्मू-कश्मीर के टीथवाल ब्रिज पर भी कराया मुंह मीठा
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तानी सैनिकों का मुंह मीठा कराया। पाकिस्तानी सेना ने भी भारतीय जवानों को मिठाई बांटी। इस दौरान दोनों तरफ के सैनिकों ने आपस में गले लगकर शुभकामनाएं दीं।
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