दिल के मरीजों लिए खुशखबरी: लुधियाना में 11 जगह मुफ्त उपलब्ध होगा हार्ट अटैक रोधी इंजेक्शन, बाजार में 30 हजार रुपए है कीमत; 95% मरीजों की बचाई जा सकेगी जान
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लुधियाना12 मिनट पहले
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लुधियाना के बचत भवन में आईसीएमआर द्वारा स्पोंसर प्रोजेक्ट के उद्घाटन के दौरान कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु।
शहर में बढ़ रहे हृदय रोगियों के लिए राहत की खबर है। अब पंजाब सरकार की ओर से लुधियाना के 11 स्थानों पर हार्ट अटैक से बचने के लिए लगाया जाने वाला इंजेक्शन फ्री में मुहैया करवाया जाएगा। इस इंजेक्शन की कीमत प्राईवेट असप्तालों में 30 हजार रुपए के करीब है। माहिरों का कहना है कि इस इंजेक्शन से 95 फीसदी हार्ट अटैक के शिकार व्यक्तियों की जान बचाई जा सकती है। कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की तरफ से लुधियाना के बचत भवन में आईसीएमआर द्वारा स्पोंसर प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है। इसके तहत दिल में खून के क्लॉट्स को खत्म करने के लिए टैनेकटैपलेज दवाई 11 केंद्रों पर मरीजों को मुफ्त दी जाएगी।
कैबीनेट मंत्री आशु के अनुसार आम नागरिक दिल में खून के क्लॉट्ज को खत्म करने के लिए टैनेकटेपलेज जैसी महंगी दवाई खरीदने से असमर्थ होते है। उन्होंने कहा कि 70 फीसदी मामलों में यह दवा देरी के साथ पहुंचने के कारण दी नहीं जाती। डिप्टी कमिश्नरर वरिंदर कुमार शर्मा ने सेहत विभाग को निर्देश दिए हैं कि वह दिल के दौरे के लक्षणों के बारे अपने जमीनी स्तर पर सेहत कर्मचारियों के जरिए लोगों को जागरुक करें, क्योंकि काफी लोग इस बारे जागरुक नहीं है।
इन केंद्रों पर मुहैया होगा यह इंजेक्शन
डीसी वरिंदर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि सिविल अस्पताल, कृष्णा अस्पताल, पाहवा अस्पताल, आरसीएच पोहीड़, सराभा नगर एसडीएच जगरांव, एसडीएच पायल, एसडीएच समराला, लाइफ केयर अस्पताल और एसडीएच माछीवाड़ा सहित 11 केंद्र लुधियाना में स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन अस्पताल के डाक्टरों और पैरा मैडिकल स्टाफ को पिछले एक साल से डीएमसीएच में ट्रेनिंग दी जा रही है। दयानंद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डाक्टर बिशव मोहन ने कहा कि दिल की बीमारी भारत में लोगों की मौत का एक प्रमुख कारण है। उन्होंने कहा कि अगर मरीज 3 घंटों के अंदर इलाज मिलता है तो 95 प्रतिशत जानें दिल के दौरे से बचाई जा सकती हैं। अगर दवाई 6 घंटे के अंदर दी जाती है, तो 80 प्रतिशत जानें बचाई जा सकती है।
रेड जोन में आ चुका है पंजाब
सेहत माहिरों के अनुसार पंजाब में हृदय रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यही कारण है कि पंजाब अब रेड जोन में आ गया है। प्रत्येक वर्ष एक लाख लोगों में से 250 लोगों की दिल की बीमारी से मौत होती है। इस कारण ही प्रदेश में यह कदम उठाए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट का शहर के गरीब लोगों को, जो सिविल अस्प्तालों में अपना इलाज करवाते हैं, बड़ा फायदा होने वाला है।
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