जनवरी के अंत तक कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के जद में होगा फ्रांस
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कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। फ्रांस में भी इसके मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में टॉप वैज्ञानिकों का मानना है कि जनवरी के अंत तक ओमिक्रॉन पूरे जापान को अपने जद में ले सकता है। पहला मामला सामने आने के बाद फ्रांस और अमेरिका की सरकारों ने दुनिया भर के देशों के लिए प्रतिबंध कड़े कर दिए हैं। खासकर विदेशा यात्रियों को लेकर।
अमेरिका में ओमिक्रॉन का पहला मामला कैलिफोर्निया में मिला है। जहां, पूरी तरह से वैक्सीनेटेड शख्स 22 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से अमेरिका और सात दिन पर उसकी रिपोर्ट ओमिक्रॉन से पॉजिटिव आई है। वहीं, फ्रांस ने ग्रेटर पेरिस के इले डी फ्रांस क्षेत्र में एक ओमिक्रॉन के एक मामला मिलने की पुष्टि की है।
अमेरिका में कड़ाके की ठंडे के बीच राष्ट्रपति जो बाइडेन कोविड-19 से लड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इससे संबंधित एक सूत्र ने रॉयटर को बताया कि इसके लिए सबसे पहला कदम यात्रियों को मार्च के मध्य तक मास्क पहनने को लेकर उठाया जा सकता है। जिसकी गुरुवार को औपचारिक घोषणा होने की उम्मीद भी की जा रही है। इसके अलावा व्हाइट हाउस अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सख्त टेस्टिंग की घोषणा करने की भी योजना बना रहा है।
फ्रांसीसी सरकार के सलाहकार जीन-फ्रेंकोइस डेल्फ़्रैसी ने बीएफएम टेलीविजन को बताया कि अभी तक के लिए सच्चा दुश्मन कोरोना का डेल्टा वैरिएंट था जिसकी वजह से देश पांचवी लहर का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमे ओमिक्रॉन वैरिएंट पर नजर रखना चाहिए, जो संभवत: जनवरी के अंत तक डेल्टा से आगे निकल सकता है।
जापान ने कोरोना वायरस के नए प्रकार ‘ओमिक्रॉन’ से बचाव के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की नई बुकिंग पर प्रतिबंध लगाने के एक दिन बाद आज यह फैसला वापस ले लिया। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बारे में अभी तक ज्यादा जानकारी दुनिया के सामने नहीं आ पाई है। क्योंकि हाल ही में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। पहली 8 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिलने के बाद यह कम से कम दो दर्जन देशों फैल चुका है।
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