चुनाव आयोग की वेबसाइट हैक करने की जांच IB-ECI करेगी: सहारनपुर के गांव में बैठकर आयोग की वेबसाइट हैक की थी, तीन महीने में 10 हजार वोटर ID कार्ड बना डाला; MP का दोस्त भी इसमें शामिल
[ad_1]
सहारनपुर5 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
चुनाव आयोग (ECI) की वेबसाइट हैक करके फर्जी वोटर ID कार्ड बनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मामले की जांच अब इंटेलीजेंस ब्यूरो और अन्य सुरक्षा एजेंसियों मिलकर करेंगी। एजेंसियों ने सहारनपुर की साइबर सेल से पूरे मामले की जानकारी और रिकॉर्ड मंगवाया है। चुनाव आयोग की एक टीम भी सहारनपुर पहुंच गई है। पकड़े गए आरोपी विपुल सैनी के कंप्यूटर भी खंगाले जाएंगे। अब तक हुई जांच के मुताबिक, विपुल सैनी ने मध्य प्रदेश के हरदा के रहने वाले अपने दोस्त अरमान के साथ मिलकर तीन महीने के अंदर 10 हजार से ज्यादा फर्जी वोटर ID कार्ड बना डाले हैं। अरमान ही इसके लिए विपुल को पैसे देता था। उसके खाते में 60 लाख रुपए भी मिले हैं। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है।
3 महीने से वेबसाइट हैक करके कार्ड बना रहा था
आरोपी विपुल सैनी सहारनपुर के थाना नकुड़ क्षेत्र के मच्छराखेड़ी का रहने वाला है। पुलिस की पूछताछ में मालूम चला है कि मध्य प्रदेश के रहने वाले अपने दोस्त अरमान मलिक के कहने पर उसने आयोग की वेबसाइट को हैक की थी। इसके बाद 10 हजार से ज्यादा वोटर आईडी कार्ड बना चुका है। आरोपी पिछले 3 महीने से भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ कर रहा था।
आरोपी ने अब तक 10 हजार से ज्यादा फर्जी वोटर ID कार्ड बना डाले हैं।
अब तक क्या-क्या हुआ ?
- बुधवार की रात ही पुलिस ने सहारनपुर के थाना नकुड़ क्षेत्र के मच्छराखेड़ी से विपुल सैनी को गिरफ्तार किया था।
- विपुल जन सुविधा केंद्र चलाता है। यहां लोगों के ID कार्ड, बैंक अकाउंट व सरकार से जुड़े अन्य दस्तावेजों के लिए ग्रामीण आवेदन करते थे।
- गुरुवार की शाम को उसे अदालत में पेश किया गया और रात को जेल भेज दिया गया।
- ECI की टीम शुक्रवार को सहारनपुर पहुंची। यहां टीम अदालत से मंजूरी लेकर आरोपी से भी पूछताछ कर सकती है।
- इंटेलीजेंस ब्यूरो और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने भी जांच शुरू कर दी है। मामले में साइबर सेल से पूरी जानकारी मांगी गई है।
पुलिस ने रात में ही खुलवाया बैंक
साइबर सेल ने आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसके बैंक खातों की जानकारी लेने के लिए रात में ही बैंक को खुलवाया है। आरोपी के खाते में 3 माह में 60 लाख रुपए आए हैं। पुलिस पता लगा रही है कि पैसा किन-किन स्थानों से आरोपी के खातों से आए है।
SSP डॉ.एस चनप्पा ने बताया कि साइबर सेल ने भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। वेबसाइट में घुसपैठ कर आरोपी ने 10 हजार के करीब वोटर आईडी जनरेट की है। मध्यप्रदेश में रहने वाले अरमान मलिक आरोपी के साथ मिला हुआ है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
[ad_2]
Source link