चन्नी सरकार को ‘सुपर CM’ सिद्धू का नया टास्क: हर महीने सार्वजनिक करो खजाने की स्थिति; पब्लिक को बताओ- योजनाओं पर फंड कमाई या कर्जा?

चन्नी सरकार को ‘सुपर CM’ सिद्धू का नया टास्क: हर महीने सार्वजनिक करो खजाने की स्थिति; पब्लिक को बताओ- योजनाओं पर फंड कमाई या कर्जा?

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चंडीगढ़3 मिनट पहलेलेखक: मनीष शर्मा

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चन्नी सरकार को ‘सुपर CM’ सिद्धू का नया टास्क: हर महीने सार्वजनिक करो खजाने की स्थिति; पब्लिक को बताओ- योजनाओं पर फंड कमाई या कर्जा?

पंजाब में ‘सुपर CM’ की तरह काम कर रहे प्रदेश कांग्रेस चीफ नवजोत सिद्धू ने CM चरणजीत चन्नी की सरकार को नया टास्क दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार को हर महीने खजाने की स्थिति को सार्वजनिक करना चाहिए। भलाई स्कीमों पर जो फंड लगा रहे हैं, वह कमाई हे या कर्जा, यह पंजाब को बताना चाहिए। सिद्धू ने ट्विटर हैशटेग PunjabBeyond2022 और HaqiqatPunjabDi के जरिए चन्नी सरकार पर निशाना भी साधा है।

सिद्धू की यह मांग इसलिए अहम है क्योंकि पंजाब चुनाव नजदीक देख चन्नी सरकार धड़ाधड़ राहत दे रही है। बिजली बिल माफी, उसके रेट घटाने से लेकर पेट्रोल-डीजल सस्ता कर दिया गया। पंजाब में अक्सर खजाना खाली होने की बात रहती है। ऐसे में अगर चन्नी सरकार इसे सार्वजनिक करेगी तो उनकी खुद की ही पोल खुल सकती है।

सिद्धू का ट्वीट

सिद्धू का ट्वीट

पंजाब का आधे से ज्यादा खर्च कर्ज से चल रहा

सिद्धू ने ट्वीट कर कहा कि आज पंजाब देश का सबसे कर्जदार राज्य है। पंजाब पर जीडीपी का 50% कर्ज है। आधे से ज्यादा खर्च महंगे कर्ज से चल रहा है। पंजाब को उन असल मुद्दों से न भटकने दिया जाए, जिनका हर पंजाबी और पार्टी वर्कर को समर्थन करना चाहिए।

वित्तीय जवाबदेही और पारदर्शिता का मतलब समझाया

वित्तीय जवाबदेही और पारदर्शिता पंजाब मॉडल के स्तंभ हैं। जवाबदेही का मतलब यह बताना है कि हर योजना पर लगने वाला फंड कहां से आ रहा है?। क्या वह कमाई है या फिर कर्जा। पारदर्शिता का मतलब राज्य के वित्तीय हालात को हर महीने सार्वजनिक करना है।

सिद्धू के ट्वीट

सिद्धू के ट्वीट

कर्ज लेना हल नहीं

सिद्धू ने आगे ट्वीट में लिखा कि कर्ज लेना कोई हल नहीं है। टैक्स की कमाई कर्ज निपटाने पर नहीं लगनी चाहिए। बल्कि विकास के तौर पर लोगों को वापस मिलना चाहिए। ऐसा पहली बार नहीं है कि सिद्धू ने खजाने को लेकर निशाना साधा हो। पहले भी चन्नी सरकार के राहत की घोषणा के वक्त सिद्धू ने खजाने की स्थिति को लेकर सवाल उठाए थे। सिद्धू ने यहां तक कहा था कि अगर पंजाब की हालत न सुधरी तो यहां गृह युद्ध जैसे हालात बन सकते हैं।

कांग्रेस वर्किंग कमेटी में सोनिया ने मीडिया के जरिए बात न करने की नसीहत दी थी

कांग्रेस वर्किंग कमेटी में सोनिया ने मीडिया के जरिए बात न करने की नसीहत दी थी

सोनिया गांधी की नसीहत भी नहीं मान रहे

नवजोत सिद्धू इस अंदाज में काम कर रहे हैं कि वो पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की बात तक नहीं मान रहे। उन्होंने नेताओं को कहा था कि वे सार्वजनिक बयानबाजी से बचें। इसके बावजूद सिद्धू ट्वीट के जरिए अपनी ही सरकार से बात कर रहे हैं। पहले भी सिद्धू ने सोनिया को इस्तीफा भेजकर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था।

AG को हटाने के बाद जॉइंट प्रेस कान्फ्रेंस में सीएम चरणजीत चन्नी की बेबसी नजर आई थी। जिसमें CM ने शुरूआत में ही पंजाबी गीत की पंक्ति 'जित्थे चलेंगा, चलूंगी नाल तेरे, टिकटा दो ले लईं' यानी आप जहां जाएंगे, मैं भी साथ चलूंगा, टिकट 2 ले लेना, कही थी।

AG को हटाने के बाद जॉइंट प्रेस कान्फ्रेंस में सीएम चरणजीत चन्नी की बेबसी नजर आई थी। जिसमें CM ने शुरूआत में ही पंजाबी गीत की पंक्ति ‘जित्थे चलेंगा, चलूंगी नाल तेरे, टिकटा दो ले लईं’ यानी आप जहां जाएंगे, मैं भी साथ चलूंगा, टिकट 2 ले लेना, कही थी।

सिद्धू की मनमानी के आगे हाईकमान और CM का ‘सरेंडर’

सिद्धू की मनमानी के आगे कांग्रेस हाईकमान और CM चरणजीत चन्नी सरेंडर कर चुके हैं। सिद्धू की जिद पर न चाहते हुए भी सीएम चन्नी को एडवोकेट जनरल एपीएस देयोल को हटाना पड़ा। अब उनकी पसंद से लगे डीजीपी इकबालप्रीत सहोता को भी हटाने का फैसला हो चुका है। वहीं, जिद पूरी होने के बावजूद सिद्धू कांग्रेस भवन नहीं जा रहे। न ही संगठन बनाया और न ही प्रचार कर रहे। ऐसे में सिद्धू भी अब कांग्रेस को कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरह चलाने लगे हैं।

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