गुजरात से उड़ता पंजाब पहुंचा 3000 किलो हेरोइन केस: NIA टीम ने दो साल पहले 197 किलो हेरोइन के मामले में गिरफ्तार पूर्व अकाली नेता के घर दी दबिश, तलाशी ली और परिवार से की पूछताछ
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अमृतसरएक घंटा पहले
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NIA की टीम अनवर के घर से रवाना होते हुए।
गुजरात पोर्ट पर पकड़ी 3000 किलो हेरोइन मामले के तार अमृतसर से जुड़ रहे है। शुक्रवार को NIA ने जांच के लिए पूर्व अकाली नेता व पंजाब सबऑर्डिनेट सर्विसेस बोर्ड के पूर्व सदस्य अनवर मसीह के घर दबिश दी। टीम ने करीब 2 घंटे तक परिवार से बात की और एक बैग में कुछ दस्तावेज लेकर 12:30 बजे यहां से निकली।
NIA ने 197 किलो हेरोइन केस की जांच भी शुरू की
पिछले दिनों गुजरात के एक पोर्ट से 3000 किलो हेरोइन जब्त हुई थी। जब NIA ने इस मामले की जांच शुरू की तो उसके तार अमृतसर से जुड़ते दिखे। केस में NIA ने एक व्यापारी को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद मामले में अनवर मसीह का नाम सामने आया है। यह वही अनवसर मसीह है, जिसकी अमृतसर स्थित कोठी से 197 किलो हेरोइन पकड़ी गई थी। NIA के हाथ कुछ ऐसे सबूत लगे हैं, जिससे 3000 किलो हेरोइन मामले में भी अनवर की सहभागिता दिख रही है। वहीं, NIA ने 197 किलोग्राम हेरोइन मामले की जांच भी अपने हाथ में ले ली है। अनवर मसीह ने इस केस में कई बार जमानत के लिए याचिका लगाई, लेकिन बार-बार खारिज होती रही। बीच में उन्होंने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए जहर भी पी लिया था।
अनवर मसीह के घर पहुंचे NIA के अधिकारी।
करीब 2 घंटे NIA टीम रही घर में
जालंधर नंबर वाली इनोवा गाड़ियां सुबह 10 से 11 बजे के बीच महासिंह गेट के अंदर दाखिल हुईं। बाजार के एक ओर इन गाड़ियों को पार्क कर अधिकारी सीधा अनवर के घर में गए। अधिकारियों ने अनवर के घर मौजूद लोगों से बातचीत की। घर के अंदर तलाशी लेकर कुछ कागज भी खंगाले। एक बैग में कुछ दस्तावेज लेकर टीम तकरीबन 12.30 बजे वहां से रवाना हुई।
STF ने पकड़ी थी 197 किलो हेरोइन
30 जनवरी 2020 को STF ने अमृतसर के सुल्तानविंड इलाके में स्थित कोठी से 197 किलो हेरोइन और 200 किलो से ज्यादा सिंथेटिक केमिकल बरामद किया था। मामले में अफगानी नागरिक समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। कोठी का मालिक पंजाब सबऑर्डिनेट सर्विसेस बोर्ड का सदस्य अनवर मसीह था। मसीह को STF ने जब किरायेदार के कागज दिखाने के लिए कहा था तो दिखा नहीं पाया था। इसके बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया था।
केस रद्द करने के लिए डाला था दबाव
अनवर मसीह ने इसी साल जुलाई महीने में STF पर केस रद्द करने के लिए दबाव डाला था। संदिग्ध पदार्थ निगलने से पहले उसने कहा कि वह पुलिस से तंग आ चुका है। मसीह का दावा था कि पुलिस बेवजह परेशान कर रही है। उसने कभी किसी के साथ कोई ज्यादती नहीं की और पुलिस ने झूठे केस दर्ज किए हैं, इससे पहले उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है। उस दौरान जत्थेबंदियों और धार्मिक नेताओं ने मसीह के खिलाफ दर्ज केस रद्द करवाने के लिए रोष मार्च निकाला और STF दफ्तर के सामने दो घंटे प्रदर्शन किया। दफ्तर के बाहर अनवर मसीह ने जेब से शीशी निकालकर संदिग्ध पदार्थ निगल लिया। इसके तुरंत बाद प्रदर्शन कर रहे लोग तुरंत मसीह को एस्कार्ट अस्पताल ले गए थे।
कोर्ट से बार-बार रद्द हुई जमानत याचिका
अनवर ने कोर्ट से जमानत करवाने के लिए स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया था। STF ने अनवर की तस्वीरें कोर्ट में पेश की थी कि केस में दबाव डालने के लिए मसीह प्रदर्शन कर रहा है। इसके बाद कोर्ट ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा। कोर्ट की सख्ती के बाद अनवर को दोबारा कोर्ट में पेश होकर सरेंडर करना पड़ा। अनवर ने हाईकोर्ट में जमानत के लिए याचिका लगाई। STF ने NIA की जांच का हवाला देते हुए उसे जमानत नहीं लेने दी। वह अभी जेल में है।
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