गगनदीप को आतंकियों से मिलवाने वाला रणजीत गिरफ्तार: लुधियाना जेल में मिले थे दोनों; 532 किलो हेरोइन तस्करी मामले में था बंद, रिंदा का पुराना साथी है
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लुधियाना21 मिनट पहले
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पंजाब के लुधियाना में कोर्ट कॉम्प्लेक्स ब्लास्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। बम प्लांट करते समय मारे गए गगनदीप को लुधियाना जेल में बंद अमृतसर के गांव लाधोके निवासी कुख्यात तस्कर रणजीत सिंह उर्फ चीता ने आतंकियों से मिलवाया था। रणजीत को आतंकी रिंदा का पुराना साथी बताया जा रहा है।
जांच टीम ने रणजीत सिंह को प्रोडक्शन वारंट पर लिया है। रणजीत और गगनदीप जेल में एक साथ बंद थे। गगनदीप के जेल से बाहर आने के बाद भी एक-दूसरे से बात करते थे। यही नहीं लुधियाना कोर्ट कॉम्प्लेक्स से भी उसने रणजीत सिंह के साथ बात की थी।
बता दें, चीता को 2019 में अफगानिस्तान से पाकिस्तान के रास्ते नमक की बोरी में छिपाकर लाई 532 किलो हेरोइन तस्करी के मामले में पुलिस ने हरियाणा के सिरसा से गिरफ्तार किया था।
गगनदीप को आतंकियों से मिलवाने वाले रणजीत सिंह उर्फ चीता।
पुलिस इस मामले में यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि बम गगनदीप को किसने दिया था। कितने और लोग इस मॉड्यूल का हिस्सा हैं। पुलिस के लिए परेशानी इस बात की भी है क्योंकि यह पूरा मामला ही अलग है।केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की जांच में सामने आया है कि धमाके के लिए RDX का इस्तेमाल हुआ है, यह कितनी मात्रा में था और उसे किसने दिया था। यह धमाका क्यों और किसके कहने पर हुआ, इसकी जांच हो रही है।
NIA ने हरियाणा-पंजाब पुलिस के साथ पकड़ा था
NIA ने पंजाब और हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर चीता को 2019 में सिरसा से गिरफ्तार किया था। चीता अफगानिस्तान से पाकिस्तान के रास्ते नमक की बोरी में छिपाकर 532 किलो हेरोइन लाने की तस्करी का आरोप था। ज्वाइंट ऑपरेशन में चीता को सिरसा के बेगू गांव के एक मकान में पकड़ा गया था। साथ ही उसका भाई गगन और मदद करने वाला सिरसा के गांव बेगू निवासी गुरमीत सिंह भी गिरफ्तार हुआ था।
NIA ने पंजाब-हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त ऑपरेशन चलाकर सिरसा के बेगू गांव से रणजीत उर्फ चीता समेत तीन आरोपियों को दबोचा था। (फाइल फोटो)
पाकिस्तान से आए नमक में छिपाकर लाई गई थी हेरोइन
29 जुलाई 2019 को कस्टम ने पाकिस्तान के रास्ते आए नमक की खेप से 532 किलो हेरोइन तथा 52 किलो अन्य नशीला पदार्थ बरामद किया था। यह नमक अफगानिस्तान से आया था। हेरोइन को बोरियों में छिपाया गया था। नमक की यह कन्साइनमेंट अमृतसर के एक व्यापारी ने मंगवाई थी। इंटरनेशनल मार्केट में पकड़ी हेरोइन की कीमत 2,700 करोड़ रुपए आंकी गई थी। खेप उस समय तक देश में पकड़ी गई हेरोइन की तमाम खेपों में से सबसे बड़ी थी। मामला चंडीगढ़ NIA कोर्ट में चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने रंजीत उर्फ चीता को भी आरोपी बनाया था। आरोप है कि रंजीत के संपर्क पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से भी हो सकते हैं।
24 दिसंबर को थी अदालत में गगनदीप की पेशी
पुलिस के अनुसार, गगनदीप सिंह की पेशी 24 दिसंबर को ग्राउंड फ्लोर पर ही एक अदालत में थी। उसके खिलाफ नशा तस्करी का आपराधिक मामला मोहाली की STF कोर्ट में दर्ज किया गया था और वह 8 सितंबर को अदालत से जमानत पर बाहर आया था। लगातार कुछ लोगों के संपर्क में था। वह घर पर भी यही कहकर आया था कि वह वकील से मिलने के लिए जा रहा है।
दो साल में जितनी कॉल हुई सभी की जांच जारी
पुलिस के अनुसार, गगनदीप की दो साल में हुई सभी कॉल की पुलिस जांच कर रही है। पुलिस के पास उन सभी मोबाइल की जांच की जा रही है जिस पर गगनदीप के नंबर पर कॉल आए या फिर किए गए हैं। पुलिस ने दर्जनों फोन को कब्जे में लिया है और उनकी जांच की जा रही है। बहुत सारे कॉल वाट्सएप या फिर मैसेंजर से किए गए हैं।
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