कोरोना वैक्सीन पर वैज्ञानिकों का दावा: बूस्टर शॉट से इम्यून सिस्टम ज्यादा मजूबत हुआ, डेल्टा और दूसरे खतरनाक वैरिएंट्स के संक्रमण को रोकने में मदद मिली

कोरोना वैक्सीन पर वैज्ञानिकों का दावा: बूस्टर शॉट से इम्यून सिस्टम ज्यादा मजूबत हुआ, डेल्टा और दूसरे खतरनाक वैरिएंट्स के संक्रमण को रोकने में मदद मिली

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नई दिल्ली31 मिनट पहले

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कोरोना वैक्सीन पर वैज्ञानिकों का दावा: बूस्टर शॉट से इम्यून सिस्टम ज्यादा मजूबत हुआ, डेल्टा और दूसरे खतरनाक वैरिएंट्स के संक्रमण को रोकने में मदद मिली

वैक्सीन की एक्स्ट्रा डोज के जरिए एंटीबॉडी लेवल को बढ़ाने से इम्यून सिस्टम आसानी से डेल्टा को रोक सकता है। इससे सेल्स को कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बचाया जा सकता है।

कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ अलग-अलग देशों में वैक्सीनेशन कैंपेन जारी है। दुनिया की एक बड़ी आबादी को अभी भी वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लग पाई हैं। इस बीच तीसरी डोज की जरूरत को लेकर भी बहस शुरू हो गई है। वहीं, वैज्ञानिकों में बूस्टर डोज को लेकर एक राय बनती दिख रही है।

डेल्टा वैरिएंट ने बूस्टर डोज की जरूरत बढ़ा दी है। अब तक मिले वैरिएंट्स में यह सबसे ज्यादा संक्रामक है। इसने कई देशों में काफी तबाही मचाई है। डेल्टा संक्रमित व्यक्ति की इम्यूनिटी को काफी कमजोर कर देता है। स्टडी में पाया गया कि वैक्सीनेटेड लोग भी इससे संक्रमित हो रहे हैं। हालांकि, इनमें मौत की आशंका कम हो जाती है।

बूस्टर काम कर रहा: प्रोफेसर शेन क्रॉट्टी
कैलिफोर्निया में ला जोला इंस्टीट्यूट फॉर इम्यूनोलॉजी सेंटर फॉर इंफेक्शियस डिजीज एंड वैक्सीन रिसर्च के एक वायरोलॉजिस्ट और प्रोफेसर शेन क्रॉट्टी ने कहा कि बूस्टर काम कर रहा है और यह निश्चित रूप से मदद करेगा। बूस्टर शॉट से डेल्टा और दूसरे खतरनाक वैरिएंट्स के संक्रमण को रोका जा सकता है।

एंटीबॉडी लंबे समय तक मजबूत रहती है
उन्होंने कहा कि वैक्सीनेटेड और स्वस्थ युवाओं में मॉडर्न इंक, फाइजर इंक और बायोएनटेक SE के बूस्टर डोज ने एंटीबॉडी काफी मजबूत कर दी। साथ ही यह एंटीबॉडी SARS-CoV-2 स्ट्रेन के खिलाफ लंबे समय तक लड़ती रही। नेचुरल एंटीबॉडी से डेल्टा के संक्रमण को बढ़ने से रोकना मुश्किल है। यह हमारे इम्यून सिस्टम के लिए बड़ा चैलेंज है।

एक्स्ट्रा डोज के जरिए एंटीबॉडी लेवल को बढ़ाना कारगर
प्रोफेसर ने कहा कि वैक्सीन की एक्स्ट्रा डोज के जरिए एंटीबॉडी लेवल को बढ़ाने से इम्यून सिस्टम आसानी से डेल्टा को रोक सकता है। इससे न केवल सेल्स को कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बचाया जा सकता है, बल्कि इसके फैलाव को भी रोक सकते हैं। जबकि, एंटीबॉडी रिस्पांस के स्लो होने से संक्रमण काफी बढ़ सकता है और स्थिति गंभीर हो सकती है।

बूस्टर डोज 4 गुना इम्यूनिटी बढ़ा रही
वहीं, इजराइल में हुई स्टडी में पाया गया कि बूस्टर डोज के बाद 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में एंटीबॉडी पिछली दो डोज के मुकाबले 4 गुना ज्यादा हो गई। साथ ही इसे लेने के 10 दिन बाद इन लोगों में 5 से 6 गुना ज्यादा प्रतिरोधक क्षमता पाई गई।

US, कनाडा समेत कई देशों में बूस्टर डोज लगाने का ऐलान
अमेरिका और दूसरे देशों ने अपने लोगों को वैक्सीन की बूस्टर डोज देने का फैसला किया है। जो बाइडेन सरकार ने सभी अमेरिकी नागरिकों के लिए बूस्टर शॉट का ऐलान किया है। साथ ही कनाडा, फ्रांस और जर्मनी ने भी अपने लोगों को इसे देने की घोषणा की है।

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