कोरोना पर राज्यों से सवाल: केंद्र ने ऑक्सीजन की कमी से मौत का डेटा मांगा, अब तक सिर्फ पंजाब ने 4 संदिग्ध मौतों की जानकारी दी

कोरोना पर राज्यों से सवाल: केंद्र ने ऑक्सीजन की कमी से मौत का डेटा मांगा, अब तक सिर्फ पंजाब ने 4 संदिग्ध मौतों की जानकारी दी

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नई दिल्लीएक घंटा पहले

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कोरोना पर राज्यों से सवाल: केंद्र ने ऑक्सीजन की कमी से मौत का डेटा मांगा, अब तक सिर्फ पंजाब ने 4 संदिग्ध मौतों की जानकारी दी

कुछ दिन पहले केंद्र सरकार ने राज्यों से उनके यहां ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों का डेटा मांगा था। अब तक सिर्फ 13 राज्यों ने इसका जवाब दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि सिर्फ एक राज्य ने यह जानकारी दी है कि उसके यहां कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से संदिग्ध मौतें हुई थीं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कोरोना पर होने वाली रेगुलर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह मुद्दा संसद में उठने के बाद राज्यों से खासतौर से डेटा मांगा गया था। एक को छोड़ दिया जाए तो अब तक किसी भी राज्य ने यह नहीं कहा है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण उनके यहां मौतें हुई हैं।

सूत्रों के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश, असम, ओडिशा, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब सहित 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। सिर्फ पंजाब ने अपने यहां 4 संदिग्ध मौतों की सूचना दी है।

सरकार के जवाब पर हुआ था हंगामा
पिछले महीने सरकार ने संसद में कहा था कि ऑक्सीजन की कमी से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। सरकार ने यह दावा राज्यों से मिली जानकारी के आधार पर किया था। इसके बाद से विपक्षी दल सरकार पर हमलावर थे।इसके बाद केंद्र ने दोबारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से साल की शुरुआत में आई कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से मौतों का डेटा मांगा था। इसे 13 अगस्त को खत्म होने वाले मानसून सत्र में रखा जाना था।

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश के कई हिस्सों से ऑक्सीजन की कमी की खबरें आई थीं।

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश के कई हिस्सों से ऑक्सीजन की कमी की खबरें आई थीं।

सरकार ने सप्लाई बढ़ाने की हर कोशिश की
अग्रवाल ने कहा कि पूरे देश को ऑक्सीजन से जुड़ी अपनी तरह की चुनौती का सामना करना पड़ा। इसकी मांग 2 से 3 हजार मीट्रिक टन से बढ़कर 9,000 मीट्रिक टन तक हो गई। यह देखा गया कि कैसे लोग, राज्य और केंद्र हर लेवल पर मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने के लिए जुड़ गए।

उन्होंने कहा कि हमने इंडस्ट्री से ऑक्सीजन लेकर मरीजों के लिए इस्तेमाल किया। हमने ऑक्सीजन कंसंटेटर दिए, PSA प्लांट्स का काम बढ़ाया और ऑक्सीजन के ट्रांसपोर्टेशन के लिए रेलवे और नौसेना का भी इस्तेमाल किया। हमें एक बहुत बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा।

सिसोदिया बोले- हमसे कोई डेटा नहीं मांगा गया
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्र ने दिल्ली सरकार से कभी नहीं पूछा कि यहां ऑक्सीजन की कमी से कितनी मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि हमें केंद्र से ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है। हालांकि, उन्होंने केंद्र सरकार के साथ सभी डेटा शेयर साझा करने का फैसला लिया है।

सिसोदिया ने कहा कि हमने तय किया है कि दिल्ली सरकार ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों की पूरी जानकारी एक रिपोर्ट के फॉर्म में केंद्र सरकार को भेजेगी। आप उस जवाब को सुप्रीम कोर्ट, जनता और संसद के सामने रख सकते हैं।

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