कैप्टन से करीबी करने लगे किनारा: सांसद रवनीत बिट्टू बोले, 80 साल के हो चुके अमरिंदर, रिटायरमेंट की उम्र में मार्गदर्शन करें
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जालंधर15 मिनट पहले
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कैप्टन अमरिंदर सिंह के पार्टी प्रधान से लेकर CM बनने तक रवनीत बिट्टू उनके करीबी रहे।- फाइल फोटो
कुर्सी छिनने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह के बागी तेवर बरकरार हैं। खासकर, गांधी फैमिली पर हमले के बाद अब करीबी भी उनसे किनारा करने लगे हैं। लुधियाना से सांसद रवनीत बिट्टू ने कैप्टन पर हमला बोला है। बिट्टू ने कहा कि अमरिंदर सिंह अब 80 साल के हो चुके हैं। रिटायरमेंट की उम्र में उन्हें अब हमारे जैसा नेताओं का मार्गदर्शन करना चाहिए। साफ तौर पर बिट्टू कैप्टन को राजनीतिक सन्यास की सलाह देते दिखाई दिए।
राहुल और प्रियंका ने ही CM व प्रधान बनाया
बिट्टू ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जब पार्टी के प्रधान व CM बने तो राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष और प्रियंका गांधी महासचिव थी। उन्होंने ही कैप्टन को राज करने का मौका दिया। 45 साल वो गांधी फैमिली की अगुवाई में कांग्रेस में रहे। उन्हें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बारे में बात नहीं करनी चाहिए। बिट्टू ने इशारों में कहा कि सत्ता सुख भोगने के बाद अपने बॉस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है।
CM व पार्टी प्रधान थे तो सब साथ थे
सांसद रवनीत बिट्टू ने कहा कि जब कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब प्रदेश कांग्रेस पार्टी के प्रधान और CM रहे तो सब उनके साथ थे। बिट्टू ने कैप्टन को अब यह भी याद दिलाया कि जिसके पास पावर है, पार्टी के नेता वहीं जाएंगे। कैप्टन को वो गुजारिश करेंगे कि अब इस तरह की बयानबाजी में कुछ नहीं रखा। गुस्सा आता है लेकिन उसे शांत व ठंडा करना चाहिए। बिट्टू ने कहा कि वो जल्द ही कैप्टन से मिलेंगे और इसके बारे में बात करेंगे।
कैप्टन के बागी तेवरों से पूरी कांग्रेस चिंतित
कैप्टन अमरिंदर सिंह के बागी तेवरों से पूरी पार्टी चिंतित है। कैप्टन पार्टी के सीनियर नेता हैं। माना जा रहा है कि अगर वो बगावत करते हैं तो पंजाब में स्थिति संभालनी मुश्किल होगी। खासकर, इसलिए क्योंकि पंजाब विधानसभा चुनाव में अब करीब 3 महीने ही बचे हैं। कैप्टन साढ़े 9 साल पंजाब के CM रहे। संगठन का भी काम देखा।
गंभीर आरोपों के बावजूद उनके करीबी मंत्री व नेता कार्रवाई से बचे रहे। इसी वजह से उनका भी अपना एक मजबूत गुट है। जो सही वक्त का इंतजार कर रहा है। इसी वजह से फिलहाल पार्टी के भीतर से ही कैप्टन को मनाने के लिए संदेश भेजे जा रहे हैं। हालांकि सबकी नजर इस पर है कि कैप्टन आगे क्या करते हैं। कैप्टन कैबिनेट विस्तार का इंतजार कर रहे हैं।
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