कैप्टन अमरिंदर का बड़ा सियासी हमला: राहुल और प्रियंका अनुभवहीन, उन्हें सलाहकारों ने मिस गाइड किया; सिद्धू को मुख्यमंत्री नहीं बनने दूंगा, वो CM फेस रहा तो कांग्रेस 10 सीटें भी नहीं जीतेगी

कैप्टन अमरिंदर का बड़ा सियासी हमला: राहुल और प्रियंका अनुभवहीन, उन्हें सलाहकारों ने मिस गाइड किया; सिद्धू को मुख्यमंत्री नहीं बनने दूंगा, वो CM फेस रहा तो कांग्रेस 10 सीटें भी नहीं जीतेगी

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  • Captain Amarinder’s Big Political Attack, Rahul And Priyanka Like My Children, They Have No Experience; Will Not Allow Sidhu To Become The Chief Minister, He Will Not Win Even 10 Seats If He Is The CM Face.

जालंधर28 मिनट पहले

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कैप्टन अमरिंदर का बड़ा सियासी हमला: राहुल और प्रियंका अनुभवहीन, उन्हें सलाहकारों ने मिस गाइड किया; सिद्धू को मुख्यमंत्री नहीं बनने दूंगा, वो CM फेस रहा तो कांग्रेस 10 सीटें भी नहीं जीतेगी

पंजाब के CM पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अब बड़ा सियासी हमला किया है। कैप्टन ने नवजोत सिद्धू से लेकर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी नहीं बख्शा। कैप्टन ने राहुल व प्रियंका को अपने बच्चे जैसे बताते हुए कहा कि उन्हें अभी राजनीति का अनुभव नहीं है। कैप्टन ने यह भी कह दिया कि वो नवजोत सिद्धू को किसी भी सूरत में CM नहीं बनने देंगे। अगर सिद्धू मुख्यमंत्री चेहरा हुए तो कांग्रेस विधानसभा में डबल डिजिट लायक भी सीट नहीं जीत पाएगी। कैप्टन ने ताबड़तोड़ ट्वीट के जरिए यह बातें कहीं।

इससे साफ है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अब अपनी सियासी राह चुनने की तैयारी कर ली है। वह नई पार्टी बनाएंगे या BJP अथवा किसी दूसरे दल में जाएंगे, इसको लेकर उन्होंने खुलासा नहीं किया।

पढ़िए कैप्टन के ताबड़तोड़ सियासी हमले

  • सिद्धू को पंजाब का CM बनने से रोकने के लिए हर कुर्बानी करने को तैयार हूं। उसके खिलाफ मजबूत कैंडिडेट उतारुंगा ताकि वो 2022 में चुनाव न जीत सके। अगर सिद्धू CM फेस हुए तो कांग्रेस का डबल डिजिट में पहुंचना भी बहुत बड़ी बात होगी।
  • प्रियंका गांधी व राहुल गांधी मेरे बच्चों जैसे हैं। यह सब इस तरह खत्म नहीं होना चाहिए था। मैं हर्ट हुआ हूं। असली फैक्ट यह है कि भाई-बहन को अभी अनुभव नहीं है। उनके सलाहकारों ने उन्हें स्पष्ट तौर पर मिसगाइड किया है।
  • मैं जीत के बाद राजनीति छोड़ने की तैयारी कर रहा था लेकिन हारने के बाद कभी नहीं। मैंने 3 हफ्ते पहले ही सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा ऑफर किया था। तब उन्होंने मुझे काम जारी रखने को कहा। अगर वो मुझे कह देती तो मैं वह भी कर देता।
  • केसी वेणुगोपाल, अजय माकन व रणदीप सुरजेवाला कैसे तय कर सकते हैं कि कौन से मंत्रालय के लिए कौन सही है। जब मैं CM था तो मैंने जाति नहीं बल्कि उनके कामकाज के आधार पर खुद अपने मंत्रियों को नियुक्त किया।
  • सिद्धू व उनके साथियों ने मेरे खिलाफ शिकायत की कि मैंने बादलों और बिक्रम मजीठिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की। मैं कानून के हिसाब से चलता रहा। अब वो सत्ता में हैं। अगर उनमें हिम्मत है तो अब वो अकाली दल के नेताओं को सलाखों के पीछे डालें।
  • मुझ पर हमला किया गया कि मैंने माइनिंग माफिया में इन्वॉल्व मंत्रियों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया। अब वही मंत्री पंजाब कांग्रेस व सरकार के साथ हैं।
  • अगर सिद्धू सुपर CM की तरह काम करेगा तो पंजाब कांग्रेस काम नहीं कर पाएगी। पंजाब चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ेगा।

सिद्धू को CM बनाने का किया था कड़ा विरोध

पंजाब के CM के तौर पर सुनील जाखड़ का नाम हाईकमान ने तय कर लिया था। हालांकि अंबिका सोनी व पंजाब के कुछ विधायकों ने सिख स्टेट-सिख सीएम का मुद्दा उठाकर इसे नकार दिया। तब सुखजिंदर रंधावा का नाम आने पर सिद्धू ने अपनी दावेदारी ठोकी थी। हालांकि सिद्धू काे CM बनाने का कैप्टन ने कड़ा विरोध किया था। जिसके बाद यह कुर्सी चरणजीत सिंह चन्नी को मिल गई। अब सिद्धू के लिए अगले चुनाव के बाद CM बनने का रास्ता मुश्किल हो चुका है।

कैप्टन ने अपमानित होकर छोड़ी थी कुर्सी

कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। उससे पहले ही कैप्टन ने गवर्नर को इस्तीफा सौंप दिया। कैप्टन ने यह भी कहा कि उनकी सरकार से लोग खुश थे। ऐसे में चुनाव नजदीक होने के बावजूद पार्टी का यह फैसला उन्हें समझ नहीं आया। अमरिंदर के गांधी फैमिली के साथ करीबी रिश्ते हैं, इसके बावजूद जब उन्होंने एतराज जताने के लिए सोनिया गांधी को फोन किया तो उन्होंने सॉरी अमरिंदर कहकर बात खत्म कर दी। जिसके बाद कैप्टन ने कहा कि उन्हें अपमानित होकर कुर्सी छोड़नी पड़ी है।

सिद्धू के पंजाब प्रधान बनने के बाद जंग शुरू, कैप्टन ने बताया था एंटी-नेशनल

सिद्धू के पंजाब कांग्रेस प्रधान बनने के बाद कैप्टन से जंग शुरू हुई थी। दो बार बगावत के बाद आखिरकार सिद्धू खेमे ने कैप्टन का तख्तापलट कर दिया। इस्तीफा देने के बाद कैप्टन ने कहा कि सिद्धू की पाक PM इमरान खान और सेना मुखी बाजवा से दोस्ती है। कैप्टन ने सिद्धू को एंटी नेशनल बताते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बता दिया था। हालांकि इस पर सिद्धू ने अभी तक कुछ नहीं कहा है।

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