केदारनाथ दर्शन करने रवाना हुए सिद्धू और CM: देहरादून में सिद्धू बोले -महाकाल से पंजाब के कल्याण का आशीर्वाद लेने जा रहा; कलह पर जवाब नहीं

केदारनाथ दर्शन करने रवाना हुए सिद्धू और CM: देहरादून में सिद्धू बोले -महाकाल से पंजाब के कल्याण का आशीर्वाद लेने जा रहा; कलह पर जवाब नहीं

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चंडीगढ़41 मिनट पहले

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केदारनाथ दर्शन करने रवाना हुए सिद्धू और CM: देहरादून में सिद्धू बोले -महाकाल से पंजाब के कल्याण का आशीर्वाद लेने जा रहा; कलह पर जवाब नहीं

देहरादून में इन नेताओं की पंजाब के पूर्व कांग्रेस इंचार्ज हरीश रावत से भी मुलाकात हो सकती है। फाइल फोटो

पंजाब कांग्रेस में मची कलह सुलझाने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने नई कोशिश की है। सरकार और संगठन में मचे टकराव के बीच पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू और CM चरणजीत चन्नी उत्तराखंड रवाना हुए। यहां पहुंचने के बाद नवजोत सिद्धू ने कहा कि मैं CM चन्नी के साथ महाकाल से आशीर्वाद लेने जा रहा हूं। मैं यह आशीर्वाद मांगूंगा कि पंजाब के कल्याण में हमारा भी कल्याण निहित हो। पंजाब में भाईचारा बना रहे। इसके बाद वह केदारनाथ दर्शन के लिए रवाना हो रहे हैं।

इससे पहले वह देहरादून में पंजाब कांग्रेस के पूर्व इंचार्ज हरीश रावत से मिले। रावत की पंजाब की सियासत में अहम भूमिका रही है। सिद्धू को पंजाब में कांग्रेस प्रधान बनाने से लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुर्सी से उतारने में रावत की अहम भूमिका रही। यहां चर्चा के बाद वह देहरादून से केदारनाथ के लिए रवाना हो गए हैं।

रावत बोले – पंजाब में ऑल इज वेल

पंजाब कांग्रेस के पूर्व इंचार्ज हरीश रावत ने कहा कि पंजाब में अब ऑल इज वेल है। मुझे भरोसा है कि पंजाब कांग्रेस में यही स्थिति बनी रहेगी। पंजाब में चुनाव में हम जरूर जीतेंगे। उन्होंने कहा कि सिद्धू और सीएम चन्नी को एक साथ पूरा देश देख रहा है। इसमें अब किसी तरह की कयासबाजी की गुंजाइश नहीं है।

मंत्री परगट सिंह के घर बनी सुलह की योजना

इससे पहले सोमवार देर रात को मंत्री परगट सिंह के घर पर अहम मीटिंग हुई। जिसमें पंजाब कांग्रेस इंचार्ज हरीश चौधरी और नवजोत सिद्धू शामिल हुए। परगट सिंह भी सिद्धू के करीबी रहे हैं। ऐसे में वहीं पर सीएम चन्नी और सिद्धू की अलग मुलाकात के बारे में योजना बनी। जिसके बाद केदारनाथ यात्रा का संयोग बन गया।

प्रधान, सीएम और इंचार्ज बदलने के बाद भी कलह जारी

पंजाब में कांग्रेस की कलह खत्म करने में कांग्रेस हाईकमान के पसीने छूट रहे हैं। पहले सुनील जाखड़ को हटा सिद्धू को प्रधान बनाया। फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटा चरणजीत चन्नी को CM बना दिया। इसके बाद पंजाब कांग्रेस इंचार्ज हरीश रावत को हटाकर हरीश चौधरी को जिम्मेदारी दे दी गई। इसके बावजूद सिद्धू और सरकार का टकराव चल रहा है।

सुनील जाखड़ को हटा सिद्धू को प्रधान बनाने में हरीश रावत की अहम भूमिका रही

सुनील जाखड़ को हटा सिद्धू को प्रधान बनाने में हरीश रावत की अहम भूमिका रही

सिद्धू के मीडिया एडवाइजर बोले- मीडिया अलग नजरिए से देख रहा

चन्नी सरकार पर सिद्धू के जुबानी हमले को लेकर उनके मीडिया एडवाइजर सुरिंदर डल्ला ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि सिद्धू के बयान को मीडिया अलग नजरिए से देख रहा है। सिद्धू का कहना था कि सरकार को पूरे 5 साल ही ऐसा काम करना चाहिए न कि अंतिम 2 महीने में। सिद्धू पंजाब के लिए स्पष्ट रोडमैप चाहते हैं ताकि सरकार को सिर्फ जीत के लिए घोषणाएं न करनी पड़ें।

अकाली दल का तंज, केदारनाथ इन्हें सदबुद्धि बख्शे

CM चन्नी और सिद्धू के केदारनाथ दर्शन पर अकाली दल ने तंज कसा है। अकाली दल के प्रवक्ता डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि केदारनाथ इन्हें सदबुद्धि बख्शे, ताकि वो पंजाब का सत्यानाश न करें। उन्होंने कहा कि पंजाब में चुनाव आचार संहिता लगने वाली है, इसलिए ध्यान भटकाने के लिए यह सब किया जा रहा है। उन्होंने पूछा कि सिद्धू ढाई साल मंत्री रहे। चरणजीत चन्नी भी पहले मंत्री और अब मुख्यमंत्री हैं, तो फिर पहले काम क्यों नहीं किए। पंजाब को मूर्ख बनाने की इनकी कोशिश कामयाब नहीं होगी।

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