किसान नेताओं के साथ मीटिंग में सिद्धू का ‘भतीजा’: चंडीगढ़ में हुई बैठक में सिद्धू, नागरा व परगट सिंह के साथ बैठा, नाभा PPS से पढ़ा सुमित ही देखता है सिद्धू का आईटी से जुड़ा काम

किसान नेताओं के साथ मीटिंग में सिद्धू का ‘भतीजा’: चंडीगढ़ में हुई बैठक में सिद्धू, नागरा व परगट सिंह के साथ बैठा, नाभा PPS से पढ़ा सुमित ही देखता है सिद्धू का आईटी से जुड़ा काम

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लुधियाना40 मिनट पहले

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किसान नेताओं के साथ मीटिंग में सिद्धू का ‘भतीजा’: चंडीगढ़ में हुई बैठक में सिद्धू, नागरा व परगट सिंह के साथ बैठा, नाभा PPS से पढ़ा सुमित ही देखता है सिद्धू का आईटी से जुड़ा काम

लाल घेरे में नवजोत सिंह सिद्धू का भतीजा सुमित।

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए आंदोलन कर रहे किसान संगठनों की शुक्रवार को पंजाब के सियासी दलों के साथ बैठक हुई। अगले विधानसभा चुनाव को लेकर, संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल किसान जत्थेबंदियों ने पहले शिरोमणि अकाली दल, फिर कांग्रेस और उसके बाद आम आदमी पार्टी (आप), लोक इंसाफ पार्टी (लिप) समेत अन्य राजनीतिक पार्टियों से मीटिंग की। हालांकि किसान यूनियनों और कांग्रेस नेताओं के बीच हुई बैठक खत्म होते ही एक नया विवाद शुरू हो गया।

दरअसल किसान नेताओं के साथ महत्वपूर्ण मानी जा रही इस बैठक को अटैंड करने के लिए पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PPCC) अध्यक्ष नवजोत सिद्धू अपने करीबी सुमित के साथ पहुंचे। सिद्धू के साथ पंजाब प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी प्रधान कुलजीत नागरा और प्रदेश कांग्रेस महासचिव परगट सिंह भी थे। मीटिंग हॉल में किसान जत्थेबंदियों के प्रतिनिधियों और कांग्रेस नेताओं के साथ बैठे सुमित की एक फोटो वायरल हो रही है। इसे लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। गौरतलब है कि सुमित खुद को सिद्धू का भतीजा बताता रहा है।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर राजनीतिक पार्टियों के साथ रखी गई इस मीटिंग में सिर्फ उन्हीं नेताओं को शामिल होने दिया गया जिनके नाम पहले से दिए गए थे। सोशल मीडिया पर ‘अकाली मालवा’ नामक पेज पर इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा गया कि यह किसान यूनियनों के साथ कांग्रेस पार्टी की आधिकारिक मीटिंग थी या PPCC प्रधान सिद्धू के साथ किसानों की कोई अलग मीटिंग थी? अगर किसानों की यह मीटिंग सिर्फ राजनीतिक पार्टियों और उनके नुमाइंदों से ही थी तो इसमें सिद्धू का खास रिश्तेदार सुमित किस हक के तहत शामिल हुआ?

पोस्ट में यह भी लिखा गया कि पहले कैप्टन ने बर्फी खाई थी और अब कहीं सिद्धू भी अपने पूरे परिवार के साथ बर्फी का प्रबंध करने न गए हों। बता दें कि पंजाब सरकार की ओर से राज्य में गन्ने का प्रति क्विंटल रेट 50 रुपए बढ़ाकर 360 रुपए किए जाने पर किसान नेताओं ने पंजाब के CM कैप्टन अमरिंदर सिंह को चंडीगढ़ में मिठाई खिलाई थी। उसके बाद विरोधी दलों ने गन्ने के रेट को लेकर राज्यभर में हुए प्रदर्शनों को कांग्रेस की सोची-समझी रणनीति बताया था।

कांग्रेसी एमएलए धनवंत सिंह धुरी के बेटे हैं सुमित

सुमित सिंह के पिता का नाम धनवंत सिंह धुरी है और वह धुरी से कांग्रेस के एमएलए रह चुके हैं। धनवंत सिंह धुरी और नवजोत सिद्धू के पिता के पारिवारिक रिश्ते रहे हैं। सिद्धू ने वर्ष 2004 में जब भाजपा की टिकट पर अमृतसर से पहला लोकसभा चुनाव लड़ा था जब धनवंत सिंह धुरी ही उनके इलेक्शन इंचार्ज थे। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब के CM कैप्टन अमरिंदर सिंह से हुए मतभेदों के बाद सिद्धू ने पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था और उसके लगभग सालभर बाद अपना यूट्यूब चैनल ‘जित्तेगा पंजाब’ शुरू किया। इस चैनल और सिद्धू का आईटी से जुड़ा सारा काम सुमित ही देखता है। सुमित ने नाभा के मशहूर पंजाब पब्लिक स्कूल (PPS) से पढ़ाई की है। गौरतलब है कि नाभा के PPS का दर्जा पंजाब में सनावर स्कूल के बराबर माना जाता है।

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