कांग्रेस प्रधान सिद्धू की फिसली जुबान: चंडीगढ़ में प्रेस कान्फ्रेंस करते वक्त कहे अपशब्द; पत्रकार के सवाल पर हुए ‘आउट ऑफ कंट्रोल’
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चंडीगढ़5 मिनट पहले
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चंडीगढ़ में पत्रकारों से बात करते नवजोत सिद्धू।
पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू की शुक्रवार को जुबान फिसल गई। उस वक्त वह चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। जहां सिद्धू ने मजदूरों के लिए शहरी रोजगार गारंटी स्कीम की घोषणा की। इस पर पत्रकार ने पूछा कि क्या यह स्कीम केंद्र की योजना से अलग है तो सिद्धू की जुबान आउट ऑफ कंट्रोल हो गई।
उनके मुंह से गाली निकल गई। जिसके बाद वहां पत्रकारों से लेकर सिद्धू समर्थकों के बीच भी यह सुगबुगाहट होने लगी। हालांकि सिद्धू ने सवाल का जवाब जरूर दिया कि यह राज्य की स्कीम है, जिसका केंद्र से कोई लेना-देना नहीं है।
सिद्धू ने मोहाली में मजदूरों से मुलाकात की, जिसके बाद वह PC करने आए थे
गाली को लेकर पहले भी चर्चा में रहे
इससे पहले सिद्धू की जुबान पंजाब कांग्रेस के लखीमपुर खीरी मार्च के दौरान भी चर्चा में रही। सिद्धू मोहाली के एयरपोर्ट चौक से यह मार्च निकाल रहे थे। जिसमें CM चरणजीत चन्नी को भी आना था लेकिन उन्हें थोड़ी देरी हो गई। जिसके बाद सिद्धू की CM कुर्सी के लिए छटपटाहट दिखी। उन्होंने कहा कि मुझे CM बनाते तो सक्सेस दिखाता। इसके बाद सिद्धू ने गाली निकालते हुए कहा कि 2022 में यह कांग्रेस को ही डुबो देगा। तब यह चर्चा रही कि सिद्धू के अपशब्द CM चरणजीत चन्नी के लिए थे।
कांग्रेस में छटपटा रहे सिद्धू
कांग्रेस के भीतर सिद्धू की छटपटाहट लगातार दिख रही है। कैप्टन अमरिंदर सिंह को CM की कुर्सी से हटाने में सिद्धू का बड़ा रोल रहा। इसके बावजूद कैप्टन को हटाने पर सिद्धू को CM नहीं बनाया गया। इसके बाद जल्द होने वाले पंजाब विस चुनाव में भी उन्हें CM का चेहरा नहीं बनाया गया।
टिकट आवंटन से लेकर कैंपेन और मेनिफेस्टो कमेटी में भी सिद्धू को फैसला लेने की छूट नहीं दी गई है। यहां तक कि सिद्धू की बनाई जिला कांग्रेस प्रधान और वर्किंग प्रधान की लिस्ट तक कांग्रेस हाईकमान ने रोक दी थी। जिसके बाद उनका दर्द छलका था कि प्रधान होने के बावजूद उनके पास जनरल सेक्रेटरी लगाने तक की छूट नहीं है।
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