करनाल में किसान आंदोलन: लघु सचिवालय के बाहर डटे प्रदर्शनकारी; लकड़ियों से अंगार बनाकर सुलगाई चिलम, कहीं चाय तो कहीं हुक्के के साथ गपशप

करनाल में किसान आंदोलन: लघु सचिवालय के बाहर डटे प्रदर्शनकारी; लकड़ियों से अंगार बनाकर सुलगाई चिलम, कहीं चाय तो कहीं हुक्के के साथ गपशप

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करनाल12 मिनट पहले

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करनाल में किसान आंदोलन: लघु सचिवालय के बाहर डटे प्रदर्शनकारी; लकड़ियों से अंगार बनाकर सुलगाई चिलम, कहीं चाय तो कहीं हुक्के के साथ गपशप

करनाल में लघु सचिवालय के बाहर डटे किसान।

हरियाणा के करनाल जिले में लघु सचिवालय के बाहर से हजारों की संख्या में किसान धरने पर बैठे हैं और बुधवार के दिन की शुरुआत किसानों ने जय किसानों की नारे से की। फिर अंगार जलाकर चिलम सुलगाई। इसके बाद कहीं चाय पर तो कहीं हुक्के के साथ चर्चा और गपशप का दौर शुरू हुआ। बीच में किसान और चारों और पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस के जवान।

किसानों ने सचिवालय के सामने सड़क पर बैठकर आवाजाही रोकी हुई है। गेट पर पुलिस फोर्स किसानों को अंदर जाने से रोकने के लिए खड़ी है। वहीं शहर में आवाजाही सुचारू रूप से बहार कर दी गई है। अब किसी को कहीं आने-जाने में दिक्कत नहीं होगी। लेकिन लघु सचिवालय न आने की अपील की गई है। क्योंकि यहां होने वाले सभी काम बाधित हो सकते हैं।

दरअसल, किसानों ने किसी भी अधिकारी को लघु सचिवालय में प्रवेश न करने देने का ऐलान किया हुआ है। उधर प्रशासन की तरफ से भी अभी तक आमजन व कर्मचारियों के कामकाज को लेकर कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए हैं। लघु सचिवालय में बने कार्यालयों में रोजाना 5000 लोग पहुंचते हैं। लेकिन अपील है कि सचिवालय के कामकाज के लिए जरूरी न हो तो आज न अएं।

लघु सचिवालय में हैं ये कार्यालय

लघु सचिवालय में डीसी कार्यालय, एसपी कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, ई-दिशा केंद्र, सीएम विंडो, तहसील कार्यालय, ट्रेजरी, एडीसी कार्यालय, डीआरओ कार्यालय, डीडीपीओ कार्यालय, डीईओ कार्यालय, समाज कल्याण विभाग, जिला कल्याण विभाग, रोजगार विभाग, निर्वाचन आयोग कार्यालय, बैंक, श्रमिक कार्यालय बने हैं।

लकड़ियों से बनाई अंगार, सुलगाई चिलम

सुबह 7 बजे सचिवालय के चारों तरफ किसान व पुलिस कर्मचारी-अधिकारी ऐसे टहल रहे थे मानाे किसी मेले में घूम रहे हों। जगह-जगह टोलियों में बैठे किसानों के हाथों में चाय की प्याली थी। कई किसानों ने तो लकड़ियों में आग लगाकर अंगार तैयार करके चिलम सुलगाई। अब कहीं चाय तो कहीं हुक्का पर चर्चा चल रही है। वहीं एक बड़ा झुंड जय किसान, भारतीय कियान यूनियन जिंदाबाद और किसान विरोधी नारेबाजी कर रहा है। पैरामिलिट्री फोर्स के साथ-साथ पुलिस की टुकड़ी गेट पर तैनात है, जो केवल किसानों को अंदर जाने से रोकने के लिए खड़ी है।

इंटरनेट सेवा करनाल में बंद, बाकी बहाल

प्रदेश सरकार द्वारा इंटरनेट सेवा को करनाल में 8 सितंबर के दिन भी बंद रखने का ऐलान किया गया है। जबकि बाकी सभी जिलों की इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया है। 7 सितंबर के किसान आंदोलन को देखते हुए करनाल के साथ-साथ कैथल, कुरुक्षेत्र, पानीपत व जींद जिले की इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी गई थी।

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