करनाल पहुंचेंगे संयुक्त किसान मोर्चा के नेता: लाठीचार्ज में घायल किसानों से मिले राकेश टिकैत, कहा- आगे की रणनीति अब यहीं से तय होगी

करनाल पहुंचेंगे संयुक्त किसान मोर्चा के नेता: लाठीचार्ज में घायल किसानों से मिले राकेश टिकैत, कहा- आगे की रणनीति अब यहीं से तय होगी

[ad_1]

करनाल10 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
करनाल पहुंचेंगे संयुक्त किसान मोर्चा के नेता: लाठीचार्ज में घायल किसानों से मिले राकेश टिकैत, कहा- आगे की रणनीति अब यहीं से तय होगी

घायल किसानों से बातचीत करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत।

किसान नेता राकेश टिकैत रविवार को हरियाणा के करनाल पहुंचे। उन्होंने पहले सिविल अस्पताल में जाकर पुलिस लाठीचार्ज में घायल किसानों का हाल जाना। फिर बसताड़ा टोल पर किसानों से बात की। उन्होंने कहा कि सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के सभी पदाधिकारी करनाल आएंगे और आगे की रणनीति यहीं तय करेंगे। उनके वकील और अन्य पदाधिकारी कानूनी कार्रवाई को अमल में लाएंगे। टिकैत ने कहा कि सरकार ने जानबूझकर शहर में कर्फ्यू जैसे हालात बनाकर लोगों को परेशान किया है। किसानों को शहर में आने से रोकने के लिए लाठीचार्ज करवाने की पूरी योजना बनाई गई।

उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश के बिना अधिकारी नहीं चल सकता। लाठीचार्ज तो हल्का बल प्रयोग करके खदेड़ना होता है। यहां तो किसानों के सिर फोड़े गए और कई की तो हड्डियां तक टूट गईं। पूरा माहौल ऐसा तैयार किया कि किसानों को दबाया जाए। इस सरकार पर पूंजीवाद हावी है। सरकार उनके कब्जे में है। सरकार अब गुंडागर्दी पर आ चुकी है।

बसताड़ टोल पर किसानों से बातचीत करने पहुंचे राकेश टिकैत।

बसताड़ टोल पर किसानों से बातचीत करने पहुंचे राकेश टिकैत।

सिर फोड़ने का आदेश देने वाले अधिकारी पर कार्रवाई हो
राकेश टिकैत ने कहा कि हम करनाल के अस्पताल में आए। यहां के डॉक्टरों पर भी प्रशासन का कब्जा है। कई घायल किसानों को बिना इलाज दिए घर भेज दिया गया। 4 से 5 बार सैकड़ों किसानों पर लाठीचार्ज हुआ है। हर किसान का सिर फोड़ने का बयान देने वाले अधिकारी पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए या उसकी पोस्टिंग नक्सलवाद प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ में करनी चाहिए।

राकेश टिकैत ने अस्पताल में घायल किसानों का हाल जाना।

राकेश टिकैत ने अस्पताल में घायल किसानों का हाल जाना।

किसानों का आरोप- डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया
बसताड़ा टोल पर घायल होने वाले किसान रविवार को सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि उनका शनिवार को डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया और उन्हें अपने घर भेज दिया गया। इस बारे में सभी किसानों को सूचना दी गई। सभी ने इकट्ठे होकर अस्पताल में पहुंचकर अपना इलाज करवाया।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Published By:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *