ओमिक्रॉन नहीं बल्कि डेल्मिक्रॉन मचाएगा तांडव? जानिए, किस स्तर तक बढ़ सकता है आपके लिए खतरा
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डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। कोरोना का संक्रमण थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। आए दिन इसके अलग-अलग वेरिएंट से दुनियाभर के देश चिंतित है। हाल में में दक्षिण अफ्रीका से लेकर ब्रिटेन तक तबाही मचाने वाला ओमिक्रॉन वेरिएंट शांत भी नहीं हुआ था कि, अचानक कोरोना के सुपर स्ट्रेन डेल्मिक्रॉन की चर्चा शुरु हो गई है।
रिपोर्ट्स की मानें तो, यूरोप और अमेरिका में तेजी से फैल रहे संक्रमण का कारण डेल्मिक्रॉन ही है। इसे लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स और विशेषज्ञ चिंता जाहिर कर रहे है। सिर्फ विदेश ही नहीं बल्कि, डेल्मिक्रॉन को लेकर भारत में टेंशन बढ़ गई है।
कैसे बना डेल्मिक्रॉन?
ओमिक्रॉन के बाद डेल्मिक्रॉन कोरोना का नया वेरिएंट है, जो डेल्टा और ओमिक्रॉन से मिलकर बना है। जब कोई व्यक्ति डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों से संक्रमित हो जाता है तो, उसे डेल्मिक्रॉन का संक्रमण कहते है। इसे लेकर डॉक्टर्स का मानना है कि, जिन लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर होती है उन्हें डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों ही अपनी चपेट में ले लेते है और फिर इनमें नया स्ट्रेन डेल्मिक्रॉन जन्म लेता है। बता दें कि, भारत में अब तक ओमिक्रॉन के 350 से ज्यादा मामले सामने आ चुके है। लेकिन, ज्यादातर मामले डेल्टा के ही दर्ज किए जा रहे है।
किन लोगों को है सतर्क रहने की जरुरत?
- रिपोर्ट्स की मानें तो, डेल्मिक्रॉन से कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को सतर्क रहने की जरुरत है।
- इसके साथ ही बुर्जुग और ऐसे लोगों को सतर्क रहना होगा, जिन्हें पहले से कोई बीमारी है।
- जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई,उन पर भी डेल्मिक्रॉन का खतरा मंडरा रहा है।
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