एयरफोर्स डे…हिंडन एयरबेस: गाजियाबाद से दुनिया ने देखी वायुवीरों की गर्जना; रफाल, मिग और अपाचे ने दिखाई ताकत, एयर चीफ मार्शल बोले- घुसपैठियों को देंगे मुंहतोड़ जवाब

एयरफोर्स डे…हिंडन एयरबेस: गाजियाबाद से दुनिया ने देखी वायुवीरों की गर्जना; रफाल, मिग और अपाचे ने दिखाई ताकत, एयर चीफ मार्शल बोले- घुसपैठियों को देंगे मुंहतोड़ जवाब

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गाजियाबाद14 घंटे पहले

भारतीय वायुसेना अपना 89वां स्थापना दिवस मना रहा है।

गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर 89वां एयरफोर्स-डे मनाया जा रहा है। साथ ही वायुसेना देश आजादी की 75वीं सालगिरह भी मना रही है। वायुसेना के वीरों ने आकाश में अपना पराक्रम दिखाया। रफाल, मिग और अपाचे ने शक्ति प्रदर्शन किया। जनरल विपिन रावत, नौसेना प्रमुख कर्मबीर सिंह और थल सेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे ने परेड को सलामी दी। इस बार भारतीय वायुसेना ने अपना थीम ‘आत्मनिर्भर और सक्षम’ रखी है।

कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने कहा, जब मैं सुरक्षा परिदृश्य को देखता हूं जिसका आज हम सामना कर रहे हैं तो मैं पूरी तरह से सचेत हूं कि मैंने एक महत्वपूर्ण समय पर कमान संभाली है। हमें राष्ट्र को बताना चाहिए कि बाहरी ताकतों को हमारे क्षेत्र का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा।

वायुसेना हर चुनौती से निपटने को तैयार

  • एयरफोर्स-डे में वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में युद्ध का तरीका बदला है। इसलिए हम खुद को बदले हुए तरीकों में ढाल रहे हैं। इस साल वायुसेना दिवस की थीम ‘आत्मनिर्भर और सक्षम’ है।
  • इस थीम के जरिए हम संदेश देना चाहते हैं कि अब देश केा कम से कम कीमत में सर्वश्रेष्ठ विमान और रक्षा उपकरण मिल सकेंगे।
  • कहा, वायुसेना लगातार नई तकनीकि और नए प्रोग्राम संचालित कर रहा है। जिससे हमारे योद्धा हर परिस्थिति से निपटने के लिए हर वक्त तैयार रहें।
  • कोरोना काल में वायुसेना का जज्बा और कुशल नेतृत्व काबिल-ए-तारीफ है, यह पूरे देश ने देखा है। ऑक्सीजन से लेकर कोविड वैक्सीन तक वायुसेना के विमानों ने बेहद कम समय में पहुंचाई।
वायुसेना के जवानों की परेड ने लोगों को उत्साहित किया।

वायुसेना के जवानों की परेड ने लोगों को उत्साहित किया।

एयरफोर्स-डे से जुड़ी बड़ी बातें

  • 57 इंजीनियर रेजिमेंट कोर द्वारा तैयार 225 फुट लंबा और 150 फुट चौड़ा तिरंगा प्रदर्शित किया गया। इसका वजन करीब एक हजार किलो है।
  • 1971 में पाकिस्तान से युद्ध में भारतीय वायुसेना के जिस विमान ‘अजित जीनेट’ ने दुश्मनों के छक्के छुड़ाए थे, वह विमान आज हिंडन पर एयर डिस्प्ले में पहली बार रखा गया।
  • देश की आजादी को 75 साल और पाकिस्तान से युद्ध जीते 50 साल पूरे हो गए हैं। स्थापना दिवस पर इस अमृत महोत्सव की झलकियां दिखाई पड़ीं।
  • एयर चीफ मार्शल विवेकराम चौधरी जब कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो उन्हें तीन हेलिकॉप्टर ने गड़गड़ाहट करते हुए झंडे के साथ एयर सलामी दी।
  • चार स्क्वाड्रन में 233 वायु योद्धाओं ने इस परेड में हिस्सा लिया। ग्रुप कैप्टन अतुल पठानिया इस पूरी परेड की अगुवाई की।
  • राफेल, तेजस, मिग, चिनूक समेत कुल 75 एयरक्राफ्ट ने आसमान में हैरतअंगेज करतब दिखाए। ध्रुव और चिनूक हेलिकॉप्टर का प्रदर्शन शानदार रहा।
  • आकाश गंगा दल की टीम आठ हजार फुट ऊंचाई से पैराशूट लेकर छलांग लगाई। इस टीम ने आसमान में तीन रंगों के पैराशूट को एक फॉर्मेशन में आकर तिरंगा की प्रस्तुति दी।
  • वायुसेना स्थापना दिवस की थीम आत्मनिर्भर और सक्षम है। यह प्रदर्शित करती है कि भारत सबसे मजबूत है और किसी के भरोसे नहीं है।
  • कोविड के चलते इस बार परेड में उचित दूरी रखी गई। एयर शो में बेहद कम लोग बुलाए गए। सभी के चेहरे पर मास्क लगे दिखाई दिए।
  • एयरबेस पर 6500 फीट की ऊंचाई से डकोटा विमान से आकाशगंगा की टीम ने उड़ान भरी।
  • आकाशगंगा ने 1971 की जंग में में भी भारतीय थल सेना के पैराजम्पर्स दल ने डकोटा विमान से ही जंप किया था।
एयर चीफ मार्शल ने वायु सेना के योद्धाओं को सम्मानित किया।

एयर चीफ मार्शल ने वायु सेना के योद्धाओं को सम्मानित किया।

तीनों सेना प्रमुख मौजूद
इस समारोह में तीनों सेना प्रमुख मौजूद हैं। कार्यक्रम को लेकर एयरबेस के आसपास सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद है। कोविड के चलते बेहद कम लोगों को इस कार्यक्रम में एयर शो देखने की अनुमति दी गई है। 13 एयरक्राफ्ट डिस्प्ले में रखे गए हैं। आसमान में एक-एक करके 75 एयरक्राफ्ट विभिन्न करतब दिखा रहे हैं।

पैराग्लाइडर जवानों ने आसमान में तिरंगा बनाकर तालियां बटोरी।

पैराग्लाइडर जवानों ने आसमान में तिरंगा बनाकर तालियां बटोरी।

आठ हजार फुट ऊंचाई से लगाई छलांग
कार्यक्रम की शुरुआत पॉवर हैंड ग्लाइडिंग दल से हुई है। आकाश गंगा टीम ने आठ हजार फुट की ऊंचाई से पैराशूट के जरिए छलांग लगाई। एक फॉर्मेशन पर आकर उन्होंने तीन पैराशूट को तिरंगे के रूप में प्रदर्शित किया। दो चिनूक हेलिकॉप्टर एम-7 गन लादकर उड़े और मेघना फार्मेशन बनाया। 5 एमआई-35 हेलिकॉप्टर आसमान में एकलव्य फॉर्मेशन में दिखाई दिए। 9 सूर्य किरण विमानों ने डायमंड की फार्मेशन दी।

मालवाहक विमान और लड़ाकू विमानों ने एकसाथ प्रदर्शन किया।

मालवाहक विमान और लड़ाकू विमानों ने एकसाथ प्रदर्शन किया।

तेजस-राफेल की गड़गड़ाहट से गूंजा आसमान
लड़ाकू विमान तेजस 600 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आसमान से एक साथ नीचे आया और परेड ग्राउंड के ठीक ऊपर 200 किलोमीटर की रफ्तार से आगे बढ़ता गया। स्वदेशी तेजस, हरक्यूलिस, सी-17 ग्लोबमास्टर, मिराज-2000, जगुआर, सुखोई-30, अपाचे हेलिकॉप्टर, चिनूक हेलिकॉप्टर, मिग-29, ध्रुव हेलिकॉप्टर ने भी आसमान में करतब दिखाए।

ध्रुव हेलीकॉप्टरों ने भी आसमान में कलाबाजियां दिखाईं।

ध्रुव हेलीकॉप्टरों ने भी आसमान में कलाबाजियां दिखाईं।

भारत-पाक युद्ध के 50 साल पूरे, जीनेट विमान का प्रदर्शन
इस बार का स्थापना दिवस कई मायनों में अहम है। सबसे पहला तो ये कि भारत-पाकिस्तान युद्ध की विजय को 50 साल पूरे हो गए हैं। भारतीय वायुसेना न इस खास मौके पर उस विमान ‘अजित जीनेट’ को प्रदर्शित किया है, जिसने 1971 के युद्ध में दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे। यह विमान यूके निर्मित है। 1971 के युद्ध में भारत के इस विमान ने पाकिस्तान के फाइटर प्लेन खदेड़ दिए थे। दो विमानों को नष्ट कर दिया था। हिंडन एयरबेस पर प्रदर्शनी में इस विमान को पहली बार रखा गया है।

दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा पिछले दिनों लेह में प्रदर्शित किया गया।

दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा पिछले दिनों लेह में प्रदर्शित किया गया।

दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा लहराया
स्थापना दिवस पर हिंडन एयरबेस में दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा फहराया गया है। खादी से बने इस तिरंगे की लंबाई 225 फुट और चौड़ाई 150 फुट है। इसका वजन करीब एक हजार किलो है। अभी दो अक्तूबर 2021 को केंद्र शासित राज्य लेह में ठीक इतने ही लंबे-चौड़े और वजनी तिरंगे का उपराज्यपाल आरके माथुर ने अनावरण किया था। इसे 57 इंजीनियर रेजीमेंट कोर ने तैयार किया था। हिंडन एयरबेस पर इस बार यह तिरंगा आकर्षण का केंद्र बना है।

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