इस्लामी अतिवादियों से डरकर फ्रांस के राजदूत को वापस भेजेगा पाकिस्तान?
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पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद ने कहा है कि सरकार प्रतिबंधित इस्लामी ग्रुप की मांगों पर विचार करने को तैयार है। बता दें कि तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान (TLP) ने अपने हजारों कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग की है। ग्रुप ने पैगंबर मोहम्मद को चित्रित करने वाले कार्टूनों की एक व्यंग्य पत्रिका द्वारा प्रकाशन पर फ्रांस के राजदूत के निष्कासन की मांग की है। TLP ने इन मांगों के सपोर्ट में राजधानी इस्लामाबाद में मार्च करने की धमकी भी दी है।
शेख रशीद ने मामले को लेकर कहा है कि हम हर चीज के लिए तैयार हैं लेकिन हम फ्रांस के राजदूत को पाकिस्तान से बाहर नहीं निकाल सकते हैं। यह हमारे लिए मुश्किल है। हम उनसे इस मांग को लेकर समीक्षा करने की अपील करते हैं।
बता दें कि प्रदर्शनकारी इस्लामाबाद की ओर जाने वाले ग्रैंड ट्रंक रोड पर मुरिदके शहर में डेरा डाला हुआ है, जहां उनका विरोध प्रदर्शन जारी है। TLP ने कहा है कि अगर इमरान खान सरकार बातचीत के मुताबिक मांगों को लागू नहीं करती है तो हम इस्लामाबाद की ओर मार्च शुरू करेंगे।
अप्रैल में हिंसक झड़पों के बाद पाकिस्तान ने TLP को एक आतंकी संगठन की तरह देखा है। पैंगबर मोहम्मद का कार्टून बनाने को लेकर फ्रांस के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के बीच पिछले साल रिजवी को गिरफ्तार किया गया था। संगठन के सबसे बड़े नेता साद रिज़वी उसी वक्त से गिरफ्तार चल रहे हैं।
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