इस्तीफा वापिस लेने के बाद फील्ड में निकले सिद्दू: बेअदबी पर सवाल उठाने के बाद अगले दिन बुर्ज जवाहर सिंह वाला पहुंचे नवजोत सिंह सिद्दू
[ad_1]
17 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्दू कोटकपूरा के पास बुर्ज जवाहर सिंह वाला पहुंचे हैं। यहां वह गुरुद्वारा साहिब में नतमस्तक हुए और यहां के बाशिंदों के साथ कुछ बातें की हैं। उनकी यह विजिट आनोपचारिक थी और इस संबंधी किसी को बताया भी नहीं गया था। उनकी ओर से शुक्रवार को ही कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा वापिस लेने की बात कही गई थी और बेअदबी के आरोपियों को सजा नहीं मिलने का मुद्दा उठाया गया था। उनकी ओर से उस गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका गया है यहां 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन अंग चोरी हुए थे और बाद में इनकी बेअदबी की गई। यहां पर लोगों से बात करते हुए नवजोत सिंह सिद्दू ने कहा है कि बेअदबी के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए सभी को अरदास करनी चाहिए यह पूरी भी होगी, यह पूरे पंजाब के लोगों की मांग है कि उन लोगों को कड़ी सजा दी जाए जो किसी ने सोची भी न हो, ऐसी सजा मिले जो पीडियां याद रखें। यह होना भी है उसने (वाहेगुरु) ने खुद ही कर देना है। मेरी आस कभी कभी नहीं टूटती। आप भी अरदास करो, अरदास में बहुत ताकत है। न्याय का प्रकाश होगा और उसने मिसाल कायम करनी है। इसके बाद वह गाड़ी में बैठे और चले गए।
बुर्ज जवाहर सिंह वाला में ग्रामीणों से बात करते हुए नवजोत सिंह सिद्दू।
बेअदबी पर कार्रवाई नहीं होने पर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हैं सिद्दू
नवजोत सिंह सिद्दू ने शुक्रवार को ही पत्रकारवार्ता कर अपनी सरकार को ही कटघरे में खड़ा किया था। उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तक इस मामले में कुछ भी नहीं किया है। लोग उनकी तरफ आस की नजर से देख रहे हैं और हमें कार्रवाई करनी चाहिए। उनकी ओर से डीजीपी इकबालप्रीत सिंह पर भी सवाल खड़े किए गए थे। इसके बाद उनकी ओर से इस्तीफा दे दिया था और वह जमीनी स्तर पर काम नहीं कर रहे थे और अचानक से इस्तीफा वापिस लेने के बाद बुर्ज जवाहर सिंह वाला पहुंचे हैं।
6 साल पुराना गुरु ग्रंथ साहिब चोरी का मामला
पंजाब पुलिस की SIT 6 साल पहले दर्ज हुए बेअदबी के एक मामले में डेरा प्रमुख से पूछताछ करना चाहती है। यह मामला 1 जुलाई 2015 का है, जब फरीदकोट जिले में बरगाड़ी से 5 किलोमीटर दूर स्थित गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप चोरी हो गया था। 24 सितंबर 2015 को बरगाड़ी में गुरुद्वारे के पास हाथ से लिखे दो पोस्टर लगे मिले। आरोप है कि पंजाबी भाषा में लिखे इन पोस्टरों में अभद्र भाषा इस्तेमाल की गई और पावन स्वरूपों की चोरी में डेरा सच्चा सौदा का हाथ होने की बात भी लिखी गई। 12 अक्टूबर 2015 को बुर्ज जवाहर सिंहवाला की गलियों में पावन स्वरूप के अंग बिखरे मिले। इसके बाद सिख संगत पर फायरिंग की घटना भी हुई। जिसमें 2 लोगों की मौत हुई।
8 नवंबर को सुनारिया जेल में पूछताछ के लिए जाएगी एसआईटी
बरगाड़ी के पास बुर्ज जवाहर सिंह वाला 1 जुलाई 2015 को श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप चोरी हो गए थे। इसके लिए थाना बाजाखाना में एफआईआर नंबर 63 दर्ज है और इसमें डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को नामजद किया हुआ है। जिसकी जांच के लिए एसआईटी की टीम डेरा सच्चा सौदा प्रमुख से पूछताछ करना चाहती थी और इसके लिए अदालत ने प्रोडक्शन वारंट लिया था। मगर डेरा प्रमुख को पंजाब भेजने के लिए हरियाणा जेल प्रबंधन राजी नहीं हुआ है। जिसके बाद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख से पूछताछ के लिए सिट की टीम विशेष तौर पर पूछताछ के लिए रोहतक की सुनारिया जेल जा रही है।
[ad_2]
Source link