आर्यन के 6 दिन तकलीफों से भरे होंगे: जेल के उस वार्ड में 250 कैदियों के साथ रहेंगे, जहां करवट बदलना भी मुश्किल; लाइन में लगकर लेना होगा खाना

आर्यन के 6 दिन तकलीफों से भरे होंगे: जेल के उस वार्ड में 250 कैदियों के साथ रहेंगे, जहां करवट बदलना भी मुश्किल; लाइन में लगकर लेना होगा खाना

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मुंबई33 मिनट पहलेलेखक: निशात शम्सी

क्रूज ड्रग्स पार्टी केस में आरोपी किंग खान के बेटे आर्यन फिलहाल 20 अक्टूबर तक मुंबई की आर्थर रोड जेल में ही रहेंगे। मुंबई की स्पेशल NDPS कोर्ट ने गुरुवार को इस मामले की सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। आर्यन आर्थर रोड जेल में कैदी नंबर N956 बनाए गए हैं।

आज ही क्वारैंटाइन पीरियड खत्म होने के बाद आर्यन को आमद वार्ड से जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया है। आर्यन के साथ केस के 5 अन्य आरोपियों को भी इसी वार्ड में शिफ्ट किया गया है। सभी अगले 6 दिन तक 250 से ज्यादा लोगों के साथ बेहद कष्टदायक जीवन बिताने वाले हैं।

सुबह 6 बजे उठना होगी मजबूरी
सुबह 6 बजे जेल अधिकारी बैरक में आते हैं और कैदियों को जगाने के लिए प्लेट या फिर सीटी बजाई जाती है। इसके बाद सभी को कतार में बैठाकर या कभी-कभी खड़ा करके अटेंडेंस ली जाती है। आर्यन को भी नियम के अनुसार अब सुबह 6 बजे उठना होगा। 7 बजे उन्हें नाश्ते में चाय और पोहा या फिर शीरा दिया जाएगा। सुबह 7 से 10 के बीच स्नान का समय होता है। इसी दौरान आर्यन को भी ब्रेकफास्ट और स्नान दोनों करना होगा।

ऐसी जगह रहेंगे, जहां करवट बदलना मुश्किल
आमद वार्ड से जनरल वार्ड में शिफ्ट होने के बाद अब आर्यन की परेशानी बढ़ने वाली है। उन्हें जिस वार्ड में शिफ्ट किया गया है, वहां की कैपेसिटी 50 से 80 लोगों की है, लेकिन वर्तमान स्थिति में यहां 250 से ज्यादा बंदी एक साथ रह रहे हैं।

आर्थर रोड जेल के अधीक्षक नितिन वायचल ने कहा है कि आर्यन को कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है। ऐसी स्थिति में आर्यन का एक ऐसी जगह 6 दिन गुजारना तकलीफों से भरा हो सकता है, जहां सोते समय करवट लेना भी मुश्किल है। हर बैरक के एक कोने में मंदिर है और दूसरे कोने में कुरान रखा हुआ है।

जेल में कपड़े उतरवा कर हुई तलाशी
सूत्रों के मुताबिक 8 अक्टूबर को जेल में एंट्री के साथ आर्यन के पूरे कपड़े उतरवाकर उनकी तलाशी ली गई। ये सारी कवायद इसलिए की गई ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं बंदी ने अपने पास कोई ड्रग्स, चाकू, ताश के पत्ते या फिर कोई प्रतिबंधित चीज तो नहीं छिपा रखी है। जांच के बाद आर्यन के कपड़े वापस दे दिए गए और फिर उन्हें आमद वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।

दिन में एक घंटे टीवी देख सकेंगे आर्यन
जेल नियम के अनुसार सुबह 11.30 से 12.30 बजे तक सभी बंदियों को दोपहर का भोजन दिया जाता है। जेल की सभी बैरक में एक टीवी है। जेल के अंदर बंदी और कैदी FM रेडियो सुन सकते हैं। नियम के अनुसार आर्यन भी दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक टीवी देख सकते हैं।

दोपहर के भोजन के बाद बंदियों को आधे घंटे बैरक में टहलने की अनुमति है, लेकिन मौजूदा हालात में बैरक में बिना एक-दूसरे से टकराए आप सही से चल भी नहीं सकते हैं। ऐसे में आर्यन को भी इसी तरह 6 दिन काटने पड़ेंगे।

आर्यन की यह तस्वीर तब की है, जब उन्हें मुंबई की आर्थर रोड जेल ले जाया जा रहा था।

आर्यन की यह तस्वीर तब की है, जब उन्हें मुंबई की आर्थर रोड जेल ले जाया जा रहा था।

टहलने के लिए मिलेगा सिर्फ आधा घंटा
दोपहर 3 बजे बैरक के दरवाजे खुलते हैं। एक बैरक में चार दरवाजे होते हैं और आमतौर पर सिर्फ एक दरवाजे को खोला जाता है। आर्थर रोड की एक इमारत में चार बैरक हैं। दोपहर 3.30 बजे चाय का समय होता है। इसमें कैदी या बंदी आधा घंटा इमारत के अंदर या गलियारे में घूम सकता है या सो सकता है। शाम 6 बजे बैरक के गेट बंद हो जाते हैं। इसलिए इससे पहले सभी बंदी और कैदी अपनी बैरक में वापस आ जाते हैं। इसके बाद फिर से अटेंडेंस होती है।

शाम 7 बजे से रात के भोजन का समय शुरू हो जाता है। यह खाना बुफे की तरह नहीं दिया जाता है, सभी को एक बार खाना परोस दिया जाता है। हर बार लाइन में कैदी को 15 से 20 मिनट लगते हैं। विचाराधीन बंदी 9.30 बजे तक भोजन कर सकता है। आर्यन को भी रात 9.30 बजे तक अपना भोजन खत्म करना होगा। रात 9.30 बजे आर्यन को सोने के लिए जगह बताई जाएगी। यह जगह समय-समय पर बदलती रहेगी।

खुले में ही अन्य कैदियों के साथ नहाना होगा
शाम 4 से 6 बजे के बीच बंदी को कपड़े धोने या फिर स्नान करने की छूट होती है। जेल में कैदियों के लिए नहाने वाली जगह ओपन है। यहां एक सीमेंटेड छोटा तालाब है, जिसमें पानी भरा रहता है और हर कैदी को इसी पानी से नहाना और कपड़े धोना होता है। सुबह पानी साफ-सुथरा होता है, लेकिन एक बार जब लोग स्नान करना शुरू करते हैं, तो वह धीरे-धीरे गंदा हो जाता है। आर्यन भी अगर सही समय पर नहा नहीं सके तो उन्हें गंदे पानी से ही नहाना होगा। कैदियों और बंदियों को जल्दी स्नान करना होता है, क्योंकि भीड़ ज्यादा होती है।

बारी आने पर ही नहा सकेंगे, कपड़े भी धो सकेंगे
जेल में नहाने वाली जगहों पर छोटे-छोटे टैंक लगे हैं, इनमें सुबह 7 से 10 और शाम 4 से 6 के बीच पानी आता है। इनकी संख्या भी सीमित है और हर कैदी को अपनी बारी का इंतजार करना होता है। जेल अधीक्षक के मुताबिक आर्यन को कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है, इसलिए उन्हें भी अपनी बारी का इंतजार करना होगा।

गंदे शौचालय इस्तेमाल करने को मजबूर होंगे आर्यन
एक बैरक में 50 शौचालय हैं, जिनमें से 10 शौचालय अंदर की तरफ बनाए गए हैं। शौचालय के अंदर नल की कोई व्यवस्था नहीं है। लिहाजा आर्यन को पानी का लोटा लेकर अंदर जाना पड़ेगा। यहां मौजूद सभी शौचालय भारतीय शैली के हैं और आमतौर पर बहुत गंदे रहते हैं। आर्यन को इसी हाल में इनका इस्तेमाल करना पड़ेगा। एक बार बैरक का दरवाजा बंद होने के बाद आप बाहर नहीं जा सकते हैं। ऐसे में आर्यन को इन्हीं 10 शौचालयों में से किसी एक का इस्तेमाल करना पड़ेगा।

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