आजादी वाले बयान पर कंगना के खिलाफ शिकायत: महिला वकील ने देशद्रोह और शहीदों का अपमान बता SP से की अभिनेत्री पर केस दर्ज करने की मांग
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हिसार10 घंटे पहले
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पद्मश्री फिल्म अभिनेत्री कंगना रनोट के देश की आजादी को भीख में मिली आजादी बताने के बयान के खिलाफ हांसी की महिला वकील ने पुलिस को शिकायत दी है। एडवोकेट सुनीता कल्सन ने अभिनेत्री के इस बयान को देशद्रोह व शहीदों के लिए अपमानजनक बताते हुए आईपीसी की धारा 153-B और 124-A के तहत केस दर्ज करने की मांग कर SP को शिकायत दी।
सुनीता कल्सन ने आरोप लगाया कि कंगना रनोट ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए जानबूझकर देश की अखंडता और एकता को चोट पहुंचाने वाला बयान दिया। साथ ही देश के लिए जान गंवाने वाले शहीदों के प्रति नफरत फैलाने का काम किया है। कल्सन ने अपनी शिकायत में कहा है कि भारत को मिली आजादी के लिए लड़ाई 1857 से ही शुरू हो गई थी। आजादी के लिए देश के हजारों स्वतंत्रता सेनानियों ने कुर्बानियां दी। आजादी के लिए ही स्वतंत्रता सेनानियों व क्रांतिकारियों ने सालों तक जेल काटी। इन सब के प्रयास के बाद अंग्रेज 15 अगस्त 1947 को भारत छोड़ने पर मजबूर हुए। उस दिन भारत के लोगों को आजादी मिली थी।
कंगना के बयान पर एनसीपी नेता नवाब मलिक का पलटवार।
सुनीता ने कहा है कि कंगना ने जानबूझकर देश की अखंडता और एकता को चोट पहुंचाने वाला बयान दिया। उसने अपने बयान से देश के लिए जान गवाने वाले शहीदों के प्रति नफरत फैलाने का काम किया। कंगना के खिलाफ सीधा-सीधा राजद्रोह, शहीदों और देश के अपमान का मामला बनता है। उन्होंने SP को केस दर्ज करने की मांग करते हुए शिकायत दी है।
हर ओर हो रही है बयान की आलोचना
पद्मश्री अभिनेत्री कंगना ने एक कार्यक्रम में 15 अगस्त 1947 की आजादी को भीख में मिली आजादी बताया। उन्होंने कहा था कि देश को असली आजादी तो 2014 में मिली। हालांकि उनके इस बयान की कई बड़े नेताओं को समाज सुधारकों ने निंदा भी की। भाजपा नेता वरुण गांधी ने भी कंगना को इस बयान पर आड़े हाथों लिया और नसीहत थी। एनसीपी नेता नवाब मलिक और लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा ने भी कंगना पर निशाना साधा था।
भाजपा सांसद राहुल गांधी ने भी कंगना के बयान की आलोचना की थी।
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