अमरिंदर-शाह मुलाकात से कांग्रेस में हड़कंप: अंबिका सोनी और कमलनाथ ने साधा संपर्क, कैप्टन ने अपमान याद दिला कदम पीछे खींचने से इन्कार किया

अमरिंदर-शाह मुलाकात से कांग्रेस में हड़कंप: अंबिका सोनी और कमलनाथ ने साधा संपर्क, कैप्टन ने अपमान याद दिला कदम पीछे खींचने से इन्कार किया

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Punjab
  • Jalandhar
  • Congress Stirred Up Amarinder Shah Meeting, Ambika Soni And Kamal Nath Made Contact, Captain Refused To Step Back, Reminding Him Of Humiliation

जालंधर7 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
अमरिंदर-शाह मुलाकात से कांग्रेस में हड़कंप: अंबिका सोनी और कमलनाथ ने साधा संपर्क, कैप्टन ने अपमान याद दिला कदम पीछे खींचने से इन्कार किया

कैप्टन अमरिंदर सिंह।

कैप्टन अमरिंदर सिंह और गृह मंत्री अमित शाह की मुलाकात से कांग्रेस में हड़कंप मच गया है। कैप्टन को किसी भी तरह से BJP में जाने से रोकने की कोशिश शुरू हो गई है। इसके लिए अंबिका सोनी और कमलनाथ की ड्यूटी लगाई गई है। यह दोनों नेता कैप्टन के करीबी माने जाते हैं। सूत्रों के मुताबिक कैप्टन ने उन्हें अपमानित करने की बात याद दिलाई। कैप्टन ने अब कदम पीछे खींचने से इन्कार कर दिया है। कैप्टन की नाराजगी दूर करने के लिए कांग्रेस हाईकमान जोर लगा रहा है।

कांग्रेस की मुश्किल : कैप्टन को हटाया तो सिद्धू ने भी इस्तीफा दे दिया

पंजाब में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हाईकमान को लगा कि पंजाब कांग्रेस कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ एकजुट है। अगर कैप्टन हटे तो पूरी कांग्रेस एक साथ चलेगी। ऐसा नहीं हो सका। सिद्धू अचानक नई बनी चरणजीत चन्नी सरकार से खफा हो गए। गुस्से में उन्होंने सीधे इस्तीफा ही दे दिया। इसके बाद पंजाब कांग्रेस में बड़ा संकट हो गया है। कैप्टन और सिद्धू ही दो चेहरे थे, जिनके जरिए कांग्रेस दमदार तरीके से 2022 में चुनावी लड़ाई लड़ सकती थी। अब कांग्रेस ने सिद्धू के चक्कर में कैप्टन को खो दिया। अब सिद्धू भी बगावत कर चुके हैं। अगर सिद्धू नहीं मानते तो कांग्रेस किसी तरह से कैप्टन को साथ रखना चाहती है। वो चाहे सक्रिय न रहें लेकिन मान गए तो कम से कम उनकी मुश्किलें नहीं बढ़ाएंगे।

पंजाब कांग्रेस में कलह के बीच कैप्टन ने CM पद से इस्तीफा दे दिया था।

पंजाब कांग्रेस में कलह के बीच कैप्टन ने CM पद से इस्तीफा दे दिया था।

कैप्टन पहले ही कह चुके, फौजी हूं, हार कर मैदान नहीं छोडूंगा

कांग्रेस ने कैप्टन को कुर्सी से उतारा तो वो भड़क उठे। कैप्टन ने कहा कि वह फौजी हैं। कभी हार कर मैदान छोड़ना नहीं सीखा। मैं सोच रहा था, 2022 में चुनाव में जीत के बाद राजनीति छोड़ दूंगा लेकिन अब नहीं। साफ है कि कैप्टन BJP में गए या नया संगठन बनाया, पंजाब में मुश्किलें कांग्रेस की ही बढ़ेंगी। कलह से जूझती कांग्रेस कैप्टन को समर्थन नहीं तो विरोधी भी नहीं बनने देना चाहती। माना जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में गांधी परिवार के सदस्य भी सक्रिय हो सकते हैं।

अमरिंदर सोनिया गांधी के करीबी रहे हैं। राहुल और प्रियंका की पसंद सिद्धू बन गए।

अमरिंदर सोनिया गांधी के करीबी रहे हैं। राहुल और प्रियंका की पसंद सिद्धू बन गए।

तब सोनिया ने कह दिया था ‘सॉरी अमरिंदर’

कैप्टन को CM की कुर्सी से हटाने के लिए हाईकमान ने विधायक दल की बैठक बुला ली। कैप्टन ने बताया था कि तब उन्होंने सोनिया गांधी को फोन किया। उन्हें कहा कि दो बार विधायक दिल्ली बुला लिए। तीसरी बार विधायक दल की बैठक बुला ली। मैं खुद ही इस्तीफा दे देता हूं। इसके बाद सोनिया गांधी ने सॉरी अमरिंदर कह दिया। जिसके बाद कैप्टन ने गवर्नर बीएल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Published By:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *