अफगानिस्तान में फंसे हिमाचल के नवीन को मिली फ्लाइट: डेनमार्क के जरिये होगी भारत वापसी, परिवार ने ली राहत की सांस; 3 दिन से एयरपोर्ट पर था मदद मिलने की आस में
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शिमला10 मिनट पहले
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हिमाचल प्रदेश के नवीन ठाकुर, जो अफगानिस्तान के जलालाबाद में एक कंपनी में सिक्योरिटी ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सरकाघाट निवासी नवीन ठाकुर आखिरकार घर पहुंची जाएंगे। अफगानिस्तान के जालाबाद में एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी ऑफिसर के पद पर कार्यरत नवीन पिछले कई दिन से काबुल के एयरपोर्ट पर फंसे हुए थे। अब डेनमार्क के लिए आने वाली फ्लाइट में यह अफगानिस्तान से बैठ गए हैं। डेनमार्क पहुंचने के बाद सभी को स्वदेश पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी उनके साथ 90 और भी भारतीय आए हैं। आखिरकार लंबी जद्दोजहद के बाद नवीन सकुशल भारत लौटेंगे।
नवीन की मां पदमा देवी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि यह उनके लिए बेहद सुखद पल है। पिछले कई दिनों से उन्हें इसी बात की टेंशन थी कि नवीन सब कुशल भारत लौट भी पाएगा या नहीं।उनकी मां का कहना है कि वह लगातार भगवान से यही प्रार्थना कर रही थी, कि किसी तरह से नवीन अफगानिस्तान से बाहर निकल जाए। उन्होंने कहा कि भगवान ने उनकी प्रार्थना सुन ली है। पिछले 3 दिनों से वह एयरपोर्ट के अंदर ही बैठे हुए थे और लगातार फ्लाइटों के निकलने में अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
नवीन की माता का कहना है कि गुरुवार को जब उनकी उनके बेटे के साथ बात हुई थी तो उन्होंने बताया था कि एक फ्लाइट लंदन के लिए भी निकली है। जिसमें 27 लोगों को लंदन भेजा गया। लेकिन इसमें उनके बेटे को जगह नहीं मिली। ऐसे में लगातार यही चिंता सता रही थी कि क्या उन्हें किसी फ्लाइट में जगह मिल पाएगी कि या नहीं। 18 अगस्त की उनकी टिकट भी बुक थी।
काबुल में डेनिस कम्पनी में है सुरक्षा अधिकारी
गौरतलब है कि नवीन अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में डेनिस कंपनी में सुरक्षा अधिकारी थे, डेनमार्क की इस कंपनी ने अपने सभी कर्मचारियों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए व्यवस्था की थी। जिसके तहत नवीन डेनमार्क फ्लाइट में भारतीय समय के अनुसार शाम 7:00 बजे फ्लाइट में बैठ गए। अब जैसे ही वहां डेनमार्क पहुंचेंगे वहां से इन्हें भारत भेजने की व्यवस्था की जाएगी।
भारत के और भी कई युवक उनके साथ निकले
नवीन ठाकुर की माता का कहना है कि उनके बेटे के साथ भारत के अन्य राज्यों के भी कई लोग साथ आए हैं। जिसमें दिल्ली, देहरादून चंडीगढ़, सिलीगुड़ी और आसाम है। उन्होंने कहा कि हिमाचल का एक और बेटा राहुल अभी वहीं पर फसा हुआ है। उससे भी वह जल्द बातचीत करेंगे, ताकि उसे भी यहां पर सकुशल पहुंचाया जा सके।
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