अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पाकिस्तानी TTP आक्रामक मोड में, मीडिया को धमकी देते हुए कहा- हमें आतंकी न कहो
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अफगानिस्तान पर नियंत्रण के बाद तालिबान सरकार बनाने की तैयारी में है। अफगानिस्तान में तालिबान के आने का असर पाकिस्तान में दिखना शुरू हो चुका है। पाकिस्तान के हाल के दिनों में कई आतंकी हमले हुए हैं और इन हमलों के पीछे तहरीक-ए-तालिबान-पाकिस्तान (TTP) का नाम सामने आ रहा है। सबसे हालिया आतंकी हमले में 5 सितंबर को एक आत्मघाती हमलावर ने दक्षिणी-पश्चिमी पाकिस्तान के क्वेटा के पास एक सुरक्षा चौकी के पास विस्फोट कर दिया। इसमें कम से कम 3 सुरक्षा कर्मियों की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए हैं।
हाल के दिनों में TTP ने कई हमले किए हैं
अगस्त से लेकर अब तक TTP पाकिस्तान पांच बड़े हमले कर चुकी है। 1 अगस्त को वजीरिस्तान में किए गए हमले में 2 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 9 लोग घायल हो गए। इसके बाद 8 अगस्त को TTP ने एक मिलिट्री पोस्ट पर हमला किया। इस हमले में एक सैनिक की मौत हो गई। 13 अगस्त को वजीरिस्तान में हुए हमले में एक सैनिक की मौत हो गई थी। 18 अगस्त को एक चेकपोस्ट पर हुए हमले में एक और सैनिक की मौत हो चुकी है। पिछले दो महीने में TTP पाकिस्तान में 10 हमले कर चुकी है।
TTP ने दी मीडिया को धमकी
TTP ने पत्रकारों और पाकिस्तानी मीडिया को चेतावनी देते हुए कहा है कि उसे आतंकी संगठन न कहा जाए। कहा है कि मीडिया को TTP और पकिस्तानी सुरक्षा बलों के बीच चल रहे युद्ध के बीच पक्षपात नहीं करना चाहिए। TTP ने कहा है कि हमें आतंकी और चरमपंथी बताना मीडिया के पूर्वाग्रह को बताता है। TTP ने उनकी चिंताओं का समाधान न होने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।
पाकिस्तान में तालिबान शासन चाहता है TTP
बता दें कि TTP उन शुरुआती ग्रुप्स में से था जिसने काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद तालिबान को बधाई दी थी। इसके साथ ही उसने पाकिस्तान में एक इस्लामी कानून और एक मुस्लिम स्टेट को लागू करने की कोशिशों को जारी रखने की कसम खाई थी। बता दें कि TTP आतंकी संगठन अल-कायदा के विचारों के प्रति निष्ठा रखता है। पाकिस्तान सेना सालों से TTP से लड़ रही है।
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