अंतिम यात्रा का अंतिम पड़ाव: ब्रिटेन, इजराइल के एम्बेसेडर्स और श्रीलंकाई हाईकमिश्नर ने CDS रावत को श्रद्धांजलि दी, चीन-PAK ने किसी को नहीं भेजा
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नई दिल्ली6 घंटे पहले
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हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए CDS जनरल बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका का गुरुवार को दिल्ली में अंतिम संस्कार हुआ। इसके पहले उनके पार्थिव शरीर उनके घर अंतिम दर्शन के लिए रखे गए। इस दौरान कई देशों के एम्बेसेडर्स, हाईकमिश्नर्स और डिफेंस अटैची भी पहुंचे और जनरल रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की। ब्रिटेन, रूस, इजराइल और श्रीलंका समेत कई दूतावासों के सर्वोच्च अधिकारियों ने जनरल रावत को अंतिम विदाई दी। भारत के दो पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान ने अपना कोई प्रतिनिधि नहीं भेजा।
जनरल रावत और पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था। गुरुवार रात पार्थिव शरीर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट लाए गए थे। शुक्रवार को आर्मी हॉस्पिटल से इन्हें परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद अंतिम संस्कार हुआ।
ब्रिटिश हाईकमिश्नर एलेक्स एलिस ने कहा- भारत और ब्रिटेन के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने में जनरल रावत का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
ब्रिटेन हाईकमिश्नर बोले- रावत बहादुर सिपाही थे
ब्रिटिश हाईकमिश्नर एलेक्स एलिस ने कहा- भारत और ब्रिटेन के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने में जनरल रावत का महत्वपूर्ण योगदान रहा। ये बहुत बड़ा नुकसान है। ब्रिटिश एम्बेसी में उनके कई करीबी दोस्त हैं। जनरल रावत महान व्यक्ति थे। उन्होंने भारत को डिफेंस में भी बड़ी ताकत बनाया। वो एक बहादुर सिपाही और जिंदादिल इंसान थे। ये भारत के लिए बहुत बड़ा नुकसान है।
रूस के प्रतिनिधि भावुक हुए
फ्रांस के एम्बेसेडर एमैनुएल लेनिएन और इजराइल के एम्बेसेडर नेओर गिलॉन अंतिम दर्शन के लिए रावत के घर पहुंचे। ब्रिटिश हाईकमिश्नर एलेक्स एलिस, बांग्लादेश के हाईकमिश्नर मोहम्मद इमरान भी आए। रूस की एम्बेसी में तैनात कैप्टन कोनेस्टिन जेदोरिन भी आए। जेदोरिन काफी भावुक दिखे। उन्होंने कहा- जनरल रावत वो शख्सियत थे, जिन्होंने भारत-रूस सैन्य सहयोग में अहम भूमिका अदा की थी। दोनों देशों को करीब लाने और भाईचारा बढ़ाने में जनरल रावत का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
इजराइल के डिफेंस अटैची भी जनरल रावत को अंतिम विदाई देने पहुंचे। जून में जनरल रावत इजराइल गए थे।
इन्होंने भी दी श्रद्धांजलि
श्रीलंका की तरफ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल शावेंद्रा सिल्वा भी पहुंचे। उनके अलावा भी श्रीलंका के कई सैन्य और हाईकमीशन के अफसरों ने जनरल रावत को अंतिम विदाई दी। जनरल सिल्वा ने कहा- नेशनल डिफेंस कॉलेज में जनरल रावत मेरे साथी थे। मैंने बहुत प्यारा दोस्त खो दिया।
भूटान रॉयल आर्मी के ब्रिगेडियर दोरजी रिन्चेन भी जनरल रावत के घर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। नेपाल की तरफ से चीफ ऑफ जनरल स्टाफ आर्मी लेफ्टिनेंट जनरल बालकृष्ण कार्की पहुंचे। बांग्लादेश के लेफ्टनेंट जनरल वकार-उज-जमान ने रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इजराइल के एम्बेसेडर नेओर गिलॉन ने भी जनरल रावत और पत्नी मधुलिका को श्रद्धांजलि अर्पित की।
फ्रांस के एम्बेसेडर ने कहा- जनरल हमारे दिलों में जिंदा
फ्रांस के एम्बेसेडर एमैनुएल लेनिएन ने कहा- जनरल रावत एक ग्रेट मिलिट्री अफसर और कमाल के दोस्त थे। वो हमेशा कहते थे कि फ्रांस और भारत के बीच रिश्ते और मजबूत होने चाहिए। हम हमेशा उन्हें अपने दिल में रखेंगे।
फ्रांस के एम्बेसेडर एमैनुएल लेनिएन ने भी जनरल रावत के अंतिम दर्शन किए। उन्होंने कहा- रावत सिर्फ मिलिट्री लीडर ही नहीं बल्कि कमाल के दोस्त भी थे।
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