सहमति के फॉर्मूले पर राजी नहीं सिद्धू: कांग्रेस नेता बोले- पद रहे या न रहे, राहुल और प्रियंका गांधी के साथ खड़ा रहूंगा; हाईकमान ने नहीं लिया है इस्तीफे पर कोई फैसला

सहमति के फॉर्मूले पर राजी नहीं सिद्धू: कांग्रेस नेता बोले- पद रहे या न रहे, राहुल और प्रियंका गांधी के साथ खड़ा रहूंगा; हाईकमान ने नहीं लिया है इस्तीफे पर कोई फैसला

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जालंधर11 घंटे पहले

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने राहुल और प्रियंका गांधी के लिए वफादारी का इजहार किया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि वो पद पर रहें या न रहें, लेकिन हमेशा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ खड़े रहेंगे।

सिद्धू के इस बयान से कयास लगाए जा रहे हैं कि वे CM चरणजीत चन्नी के साथ बने सहमति के फॉर्मूले से खुश नहीं हैं। सिद्धू की बातों से लग रहा है कि वे पंजाब कांग्रेस की प्रधानी छोड़ने का मूड बना चुके हैं। हालांकि, सिद्धू के इस्तीफे के बारे में अभी तक कांग्रेस हाईकमान ने कोई फैसला नहीं लिया है।

सिद्धू ने कहा कि वो महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के आदर्शों पर चलते रहेंगे। सभी नकारात्मक ताकतें उन्हें हराने के कोशिश कर रही हैं, लेकिन वे हमेशा सकारात्मक रवैये से पंजाब और पंजाबियत की जीत के लिए काम करते रहेंगे।

सिद्धू की मांग पूरी नहीं हुई
सिद्धू ने पंजाब की नई सरकार के सामने इकबालप्रीत सहोता को DGP बनाने का विरोध किया था। वे सहोता को पद से तुरंत हटाना चाहते थे, लेकिन सरकार इसके लिए राजी नहीं हुई। सरकार ने 10 अफसरों का पैनल UPSC को भेजा है। इसमें से 3 अफसरों के नाम कब आएंगे? इसका कोई पता नहीं है। यही चिंता सिद्धू को भी है कि कहीं कोड ऑफ कंडक्ट लगने तक सरकार ऐसे ही सहोता से काम न चलाती रहे।

इसके अलावा सिद्धू एडवोकेट जनरल बनाए गए एपीएस देयोल को हटाने की मांग भी कर रहे थे। सरकार उस पर भी राजी नहीं हुई। सरकार ने सिद्धू के एतराज के बाद बेअदबी और गोलीकांड के केसों के लिए एडवोकेट आरएस बैंस को स्पेशल प्रोसिक्यूटर नियुक्त कर दिया। सिद्धू इससे भी सहमत नजर नहीं आ रहे।

पंजाब के किसी नेता को नहीं किया टैग
सिद्धू ने अपने ट्वीट में सिर्फ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को टैग किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी या पंजाब सरकार को इसमें शामिल नहीं किया। इससे माना जा रहा है कि सिद्धू की चन्नी सरकार से नाराजगी दूर नहीं हुई है। कांग्रेस हाईकमान की तरफ से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सिद्धू की चन्नी से मीटिंग भी हुई, लेकिन उसके बाद मामला सुलझा या नहीं, इसको लेकर दोनों पक्षों से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी।

अमरिंदर को भी इशारों में जवाब
सिद्धू ने राहुल और प्रियंका गांधी के साथ खड़े रहने की बात कही। इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दोनों को अनुभवहीन बताया था। अमरिंदर ने कहा था कि उनके सलाहकार उन्हें गुमराह कर रहे हैं। माना जा रहा है कि नाराजगी बताने के साथ सिद्धू ने अमरिंदर को भी इशारों में जवाब दे दिया है।

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