श्रीनगर मामले में बैकफुट पर पुलिस: DGP ने कहा- पुलिस गलती सुधारने को तैयार, धरने पर बैठे उमर अब्दुल्ला
[ad_1]
- Hindi News
- National
- Srinagar Hyderpora Terrorists Encounter Update; Omar Abdullah Protest Against Killings
16 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
जम्मू-कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह।
श्रीनगर के हैदरपोरा में 15 नवंबर की शाम हुए एनकाउंटर में 4 लोगों की मौत हुई थी। एनकाउंटर को लेकर जम्मू- कश्मीर पुलिस पर सवाल उठाए जा रहे हैं। अब राज्य के DGP दिलबाग सिंह ने कहा है कि अगर कुछ गलत हुआ है तो पुलिस उसे सुधारने को तैयार है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला एनकाउंटर के विरोध में धरने पर बैठ गए हैं।
एनकाउंटर के विरोध में गुपकार म्यूनिसिपल पार्क में धरने पर बैठे उमर अब्दुल्ला।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिलबाग सिंह ने गुरुवार को कहा कि हम परिवारों की मांगों पर विचार करेंगे। अगर कुछ भी गलत हुआ है तो हम सुधार के लिए तैयार हैं। पुलिस जांच में यह भी पता चलेगा कि क्या गलत हुआ है। उन्होंने कहा- हम पता लगाएंगे कि हैदरपोरा मुठभेड़ में क्या हुआ था। हम लोगों की सुरक्षा के लिए हैं और जांच से पीछे नहीं हटेंगे।
मुठभेड़ के विरोध में बंद का ऐलान
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने भी मुठभेड़ के विरोध में शुक्रवार को बंद का ऐलान किया है। हालांकि जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस एनकाउंटर की जांच के आदेश दिए हैं और कहा कि किसी के साथ नाइंसाफी नहीं की जाएगी। यह जांच एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट रैंक के एक अधिकारी के नेतृत्व में की जाएगी।
कश्मीर पुलिस के मुताबिक मारे गए आतंकियों में विदेशी आतंकवादी और उसके साथी सहित अल्ताफ अहमद और डॉ. मुदस्सिर के नाम शामिल हैं। अल्ताफ अहमद भट आतंकियों की मदद करता था, तो वहीं डॉ. मुदस्सिर गुल आतंकियों का ओवर ग्राउंड वर्कर था, जिसने उन्हें रहने के लिए जगह दी थी। कश्मीर के IGP विजय कुमार ने दावा किया है कि मारे गए 2 आतंकियों में एक पाकिस्तान का नागरिक हैदर था।
परिजनों ने की शव लौटाने की मांग
अल्ताफ अहमद और डॉ. मुदस्सिर के परिवारों ने पुलिस से उनके शव लौटाने की मांग की है, ताकि उनका अंतिम संस्कार किया जा सके। परिजनों ने अधिकारियों को यह साबित करने की चुनौती दी है कि दोनों नागरिकों का आतंकवाद से कोई लेना-देना था। पुलिस ने हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए चारों लोगों की डेड बॉडी को वापस करने की मांग को ठुकराते हुए उन्हें उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा तहसील में दफना दिया था।
[ad_2]
Source link