शहीद स्क्वॉड्रन लीडर की मां बोलीं: शहादत ही बेटे की कमाई, बहू को भी सेना में भेजूंगी; खिलौने का प्लेन लेकर कहता था- पायलट बनूंगा
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झुंझुनूं9 घंटे पहलेलेखक: ध्वज आर्य
शहीद कुलदीप की मां कमला देवी।
तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए झुंझुनूं के स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह की मां कमला देवी की आंखें नम हैं, लेकिन उन आंखों में बेटे के लिए गर्व भी है। कुलदीप की मां ने कहा कि मेरा बेटा शहीद हो गया। मेरे बेटे की यही कमाई है। देश की सेवा करते हुए बेटा शहीद हुआ है। अब बहू को भी सेना में भेजूंगी।
7 महीने पहले आए थे गांव
शहीद कुलदीप राव के चाचा के बेटे और खुद भी एक्स नेवी पर्सन राजेंद्र राव ने बताया कि बचपन से ही कुलदीप पायलट बनना चाहता था। खिलौने का हवाई जहाज हाथ में लेकर घूमता था। कहता था कि एक दिन मैं पायलट जरूर बनूंगा। राजेन्द्र ने बताया कि 7 महीने पहले कुलदीप परिवार में चाचा के लड़के की शादी में अपने गांव घरडाना खुर्द आए थे। अपने स्कूल भी गए थे। वहां बच्चों से मिलकर उन्हें सेना में जाने के लिए प्रेरित किया।
बेटे के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद माता-पिता जयपुर से झुंझुनूं के घरडाना खुर्द गांव पहुंच चुके हैं। वहीं, परिवार के अन्य सदस्य दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। जो देर शाम तक पार्थिव देह के साथ गांव पहुंचेंगे। इसके बाद शुक्रवार को शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुटे गांव के लोग।
गांव के पूर्व सरपंच हरपाल सिंह ने बताया कि पूरे गांव को कुलदीप पर गर्व है। पूरा गांव उन्हें अंतिम विदाई देने की तैयारी में लगा हुआ है। गांव के लाडले को पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
गांव में शहीद कुलदीप के घर के बाहर जमा हुए लोग।
हरपाल सिंह ने बताया कि देर शाम ही कुलदीप के शहीद होने की सूचना मिल गई थी। पूरे गांव में शोक का माहौल हो गया। रात को पूरे गांव में चूल्हे नहीं जले। पूरा गांव इस घड़ी में शहीद के परिवार के साथ है।
झुंझुनूं के घरडाना खुर्द गांव में शहीद का घर।
एक समारोह में मां कमला देवी, पत्नी यशवनी ढाका, बहन अभीता, कुलदीप राव और पिता रणधीर सिंह राव। (बाएं से दाएं)
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