रुस्तम-ए-हिंद दारा सिंह के बेटे की कोठी की छत गिरी: 40 मिनट बाद पहुंची JCB, घायल मजदूर को एक घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद पहुंचाया गया PGIMER
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चंडीगढ़एक घंटा पहले
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चंडीगढ़ में दारा सिंह के बेटे की कोठी की छत गिरने मलबे में दबे मजदूर को निकालते लोग।
चंडीगढ़ के सेक्टर-4 स्थित अभिनेता व पहलवान दारा सिंह के बेटे अमरीक सिंह रंधावा की कोठी की छत गिरने से हड़कंप मच गया। कोठी की छत गिरने से कोठी में काम कर रहे मजदूरों में से एक छत की चपेट में आ गया। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी समेत फायर ब्रिगेड की टीम ने पहुंच कर एक घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन कर किसी तरह से उसे बाहर निकाला। जिसके बाद उसे PGIMER में दाखिल कराया गया। हालांकि बचाव कार्य के लिए JCB लगभग 40 मिनट बाद पहुंची।
घायल की पहचान जीरकपुर निवासी साजिद कुमार (34) के रूप में हुई है, जो मूल रूप से यूपी के बिजनौर का रहने वाला है। उसके पैर में बुरी तरह से फैक्चर होना बताया जा रहा है। हालांकि मामले में पुलिस जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार दोपहर पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना मिली कि सेक्टर-4 स्थित कोठी में काम चल रहा था। जहां पर छत गिर गया है। छत गिरने से एक व्यक्ति उसमें दब गया है। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिसकर्मी, फायर ब्रिगेड की टीम समेत एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। जहां पर साजिद छत के नीचे दबा हुआ था। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने किसी तरह से एक घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन कर उसे बाहर निकाला। जिसके बाद उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
JCB से छत को हटाते हुए
कोठी में अपने दो बेटी के साथ रहते हैं अमरीक सिंह रंधावा
मौके से मिली जानकारी अनुसार अमरीक सिंह रंधावा इस कोठी में अपने दो बेटी के साथ रहते हैं। जो मौजूदा समय में अपने किसी काम से मुंबई गए हुए हैं। कोठी में अभी दो दिन पहले ही काम शुरू हुआ था। पुलिस ने अमरीक सिंह रंधावा को मामले की सूचना दे दी है। बताया जा रहा है कि आज देर शाम तक अमरीक सिंह रंधावा चंडीगढ़ पहुंच जाएंगे।
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस
फायर ब्रिगेड के पास अपनी JCB नहीं, जिस वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी
बता दें कि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम समय पर पहुंच गई थी। लेकिन फायर ब्रिगेड के पास खुद की JCB न होने के कारण बाहर से JCB मंगवानी पड़ी। JCB आने में भी 40 मिनट लग गए। जिसके बाद ही ठीक तरीके से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। हालांकि उसके पहले अपने संसाधन के अनुसार पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम रेस्क्यू कर रही थी।
मौके पर पहुंची टीम बचाव काम करती हुई
मुझे प्लीज जल्दी बाहर निकालकर बचा लो
बता दें कि छत के नीचे फंसे मजदूर साजिद को बचाने के लिए पहुंची टीम से वह बार-बार यही कह रहा था कि प्लीज मुझे बचा लो। यह सब देखकर और सुनकर वहां पर मौजूद लोग भी भावुक हो गए। हालांकि वह यह भी कह रहा था कि सर यहां से जल्दी बाहर निकाल लो नहीं तो मैं बचूंगा नहीं। हालांकि टीम ने कड़ी मेहनत कर उसे किसी तरह से बाहर निकाला। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी तरह की कोई जानी नुकसान नहीं हुई।
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