मेहुल चौकसी को डोमिनिका कोर्ट से अंतरिम जमानत: भगोड़े हीरा कारोबारी की तबीयत खराब; इलाज के लिए एंटीगुआ जाने की मिली इजाजत, ठीक होकर लौटना होगा

मेहुल चौकसी को डोमिनिका कोर्ट से अंतरिम जमानत: भगोड़े हीरा कारोबारी की तबीयत खराब; इलाज के लिए एंटीगुआ जाने की मिली इजाजत, ठीक होकर लौटना होगा

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सान्तो दोमिन्गो23 मिनट पहले

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करोड़ों रुपए के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी को डोमिनिका की कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी है। कोर्ट ने चौकसी की खराब तबीयत को ध्यान में रखते हुए इलाज के लिए एंटीगुआ-बारबुडा जाने की अनुमति दी है। हालांकि, ठीक होने के बाद चौकसी को डोमिनिका आकर कोर्ट की सुनवाई में शामिल होना होगा।

इससे पहले चौकसी को गैरकानूनी तरीके से डोमिनिका में एंट्री के आरोप में 25 मई को गिरफ्तार किया गया था। उसने अपनी हिरासत को हाईकोर्ट में चैलेंज किया है। चौकसी का दावा है कि उसे एंटीगुआ-बारबुडा से अपहरण कर डोमिनिका लाया गया था। हालांकि सरकारी वकील ने चौकसी के दावे का विरोध करते हुए कहा कि वह गैरकानूनी तरीके से डोमिनिका में एंटर हुआ है और इसी के चलते उसे हिरासत में लिया गया था।

चौकसी को गैरकानूनी तरीके से डोमिनिका में एंट्री करन पर 25 को गिरफ्तार किया गया था।

चौकसी को गैरकानूनी तरीके से डोमिनिका में एंट्री करन पर 25 को गिरफ्तार किया गया था।

डोमिनिका पहुंचने से पहले एंटीगुआ में रह रहा था चौकसी
मेहुल चौकसी एंटीगुआ की नागरिकता लेकर 2018 से वहीं रह रहा था, लेकिन 23 मई को अचानक वहां से लापता हो गया। इसके 2 दिन बाद वह डोमिनिका में पकड़ा गया था। इस पूरे मामले के बीच एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन की एक चिट्ठी भी सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि मेहुल ने नागरिकता से संबंधित जानकारी छिपाई थी।

14 अक्टूबर 2019 को लिखे खत में ब्राउन ने कहा था, ‘मैं एंटीगुआ और बारबूडा नागरिकता अधिनियम, कैप 22 की धारा 8 के मुताबिक एक आदेश देने का प्रस्ताव करता हूं ताकि आपको तथ्यों को जानबूझकर छिपाने के आधार पर एंटीगुआ और बारबूडा की नागरिकता से वंचित किया जा सके।’

चौकसी के मुंबई स्थित फ्लैट की दीवारें जांच एजेंसियों के नोटिस भरे पड़े हैं।

चौकसी के मुंबई स्थित फ्लैट की दीवारें जांच एजेंसियों के नोटिस भरे पड़े हैं।

2017 में एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता ली थी
14,500 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले का आरोपी चौकसी जनवरी 2018 में विदेश भाग गया था। बाद में पता चला कि वह 2017 में ही एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता ले चुका था। पीएनबी घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) जैसी एजेंसिया चौकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी हैं।

मेहुल चौकसी खराब सेहत का हवाला देकर भारत में पेशी पर आने से इनकार कर चुका है। कभी-कभी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही उसकी पेशी होती है। भारत में उसकी कई संपत्तियां भी जब्त की जा चुकी हैं।

चौकसी पर आरोप है कि वह अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने डोमिनिका आया हुआ था।

चौकसी पर आरोप है कि वह अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने डोमिनिका आया हुआ था।

भांजे नीरव को भारत लाने की मिल चुकी है मंजूरी
इस घोटाले का मुख्य आरोपी चौकसी का भांजा नीरव मोदी लंदन की जेल में है। वहां की अदालत और सरकार ने उसके प्रत्यर्पण की मंजूरी भी दे दी है, लेकिन नीरव ने प्रत्यर्पण के फैसले को लंदन के हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इस मामले में हाईकोर्ट का फैसला आने में 10 से 12 महीने का वक्त लग सकता है।

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