मासूम बच्चों का खून बहाने वालों से दोस्ती पर घिरे इमरान तो पाकिस्तान बोला- ‘अच्छे-बुरे’ तालिबान में फर्क
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2014 में पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी स्कूल के 134 मासूम बच्चों सहित 150 से अधिक की जान लेने वाले तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) से इमरान खान दोस्ती करने में जुटे हैं। शुक्रवार को एक इंटरव्यू में इमरान खान ने टीटीपी के कुछ धड़ों से बातचीत का खुलासा किया जमकर किरकिरी हुई। अब पाकिस्तान के गृहमंत्री ने ‘तालिबान खान’ का बचाव करते हुए कहा है कि उन्हें अच्छे और बुरे तालिबान का फर्क बता है।
बता दें, पाकिस्तान इसी तरह आतंकवाद में भी अच्छे-बुरे का फर्क करते हुए उन आतंकी संगठनों को बढ़ावा देता है जो भारत सहित दुनिया के दूसरे मुल्कों को निशाना बनाते हैं।
एक दिन पहले ही इमरान खान ने टीआरटी वर्ल्ड को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अफगान तालिबान की मदद से उनकी सरकार तहरीक-ए-तालिबान के कुछ गुटों के साथ सुलह की कोशिश में जुटी है। टीटीपी पाकिस्तान में प्रतिबंधित है और अक्सर जानलेवा हमले करता है। टीटीपी अफगान तालिबान का ही एक अंग है जो पश्तूनिस्तान बनाने की मांग करता है।
इमरान खान की पहल का बचाव करते हुए पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद अहमद ने शनिवार को कहा कि आर्मी पब्लिक स्कूल में नरसंहार करने वाले अलग थे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए शेख ने कहा, ”हम जानते हैं कौन अच्छा है और कौन बुरा।” रशीद ने यह भी कहा कि उनकी सरकार अगले 20 साल के लिए रणनीति बना रही है और वैश्विक परिदृश्य जल्द बदलने वाला है।
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