महमूद गजनवी के भांजे की मजार पर पहुंचे ओवैसी: BJP ने पूछा- जिस क्रूर शासक सालार को महाराज सुहेलदेव ने मारा, उसे पूजने वाले ओवैसी के साथ कैसे गठबंधन करेंगे राजभर?
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लखनऊ3 घंटे पहले
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आज लखनऊ के होटल में ओवैसी और ओम प्रकाश राजभर एक दूसरे से विधानसभा चुनाव की रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए मिले।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी यूपी दौरे पर हैं। गुरुवार को भागीदारी मोर्चा के संयोजक और भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से मिलने के बाद ओवैसी बहराइच पहुंचे। यहां उन्होंने पार्टी कैंप का शुभारंभ किया। इसके बाद वह क्रूर शासक महमूद गजनवी के भांजे सालार मसूद गाजी के मजार पर जियारत करने पहुंच गए। इसी के साथ विवाद भी शुरू हो गया।
सालार मसूद को महाराज सुहेलदेव ने ही युद्ध में मारा था। वही महाराज सुहेलदेव जिनके नाम पर ओम प्रकाश राजभर ने अपनी पार्टी बनाई है। यही कारण है कि मौका मिलते ही BJP ने ओम प्रकाश राजभर पर निशाना साध दिया। पूछा कि जिस क्रूर शासक ने भारत को लूटा, हिंदूओं पर अत्याचार किया। मंदिरों को तोड़ डाला और जिसके आतंक को खुद महाराज सुहेलदेव ने खत्म किया उसे पूजने वाले के साथ ओम प्रकाश राजभर कैसे गठबंधन कर सकते हैं?
लखनऊ पहुंचे ओवैसी ने ओम प्रकाश राजभर से मुलाकात की।
BJP ने पूछा- राजभर अपने समाज को क्या जवाब देंगे?
भाजपा ने राजभर पर तंज कसते हुए सवाल पूछा है। कहा, राजभर बताएं कि किसके साथ हैं? महाराजा सुहेलदेव राजभर की विरासत संभालने वाले ओम प्रकाश राजभर अपने समाज को कैसे जवाब देंगे। ओवैसी आज अपनी सियासत की शुरुआत उस सैय्यद सालार मसूद गाजी की दरगाह से कर रहें है, जो गाजी के अत्याचारों की परिचायक है। राजभर को जवाब देना होगा कि सालार मसूद गाजी के अनुयायियों के साथ राजा सुहेलदेव के अनुयायी कैसे गठबंधन करेंगे।
ओमप्रकाश ने कहा- सालार कोई आतंकवादी नहीं था
BJP के सवाल पर राजभर ने जवाब दिया। कहा कि सालार मसूद से हमें कोई समस्या नहीं है। वो जो करने आया था, वही कर रहा था। वो कोई आतंकवादी नहीं था। सालार मसूद, महमूद गजनवी का भांजा था। वह भारत पर आक्रमण करते हुए साल 1033 में बहराइच पहुंचा था। जहां उसका तत्कालीन महाराजा सुहेलदेव राजभर से भीषण युद्ध हुआ। जिसमें सालार मसूद मारा गया।
सालार गाजी के मजार पर पहुंचे ओवैसी।
ओवैसी ने BJP पर निशाना साधा
- यूपी में M-Y (मोदी-योगी) कॉम्बिनेशन अब नहीं चलेगा। गंगा में लाशें बह रही हैं। कोविड-19 से तीन से चार लाख लोग मारे गए। उनके लिए डिप्टी सीएम केशव मौर्य सोचें।
- हम पर वोट कटवा पार्टी का आरोप लगता है। बिहार में हमारी पार्टी 20 सीट पर चुनाव लड़ी और 5 जीती और 15 हारी। 9 सीटें लेफ़्ट पार्टी ने जीती तो हमने किसका वोट काटा?
- संघ मोहन भागवत के DNA वाले बयान पर ओवैसी ने कहा कि मोहन भागवत कहते हैं सबका DNA एक है। दिग्विजय भी DNA पर बोलते हैं। दिग्विजय जहां जाते हैं वहां कांग्रेस को डुबाते हैं।
- मुस्लिम का साक्षरता दर उत्तर प्रदेश में इतना कम है तो क्या उसका जिम्मेदार ओवैसी है? ड्रॉपआउट की संख्या मुस्लिम में ज्यादा है तो क्या इसका जिम्मेदार ओवैसी है? क्यों ग्रेजुएशन का मुस्लिम का 2 परसेंट है?
- अब राजनीति चलेगी विकास की, अब राजनीति चलेगी इंसानों की जान बचाने की।
- अब राजनीति चलेगी की किसकी वजह से कोरोना में इतनी मौतें हुई और कितने लोगों की लाशें नदियों में बही हैं। योगी सरकार का कंप्लीट फेल्योर प्रदेश ने देख लिया, लोग नही भूलेंगे की कितने लोगों की मौतें कोरोना से हुई।
कौन था गजनवी और उसका भांजा ?
बहराइच में सालार की मजार है।
महमूद गजनवी यमीनी वंश का तुर्क सरदार ग़ज़नी के शासक सुबुक्तगीन का पुत्र था। उसका जन्म ई. 971 में हुआ था। 27 साल की उम्र में ई. 998 में वह शासनाध्यक्ष बना था। उसने 17 बार भारत पर आक्रमण किया और यहां की अपार सम्पत्ति को वह लूट कर ग़ज़नी ले गया था। आक्रमणों का यह सिलसिला 1001 ई. से आरंभ हुआ। यहां उसने मंदिरों को लूटने के बाद तोड़ दिया। हिंदुओं को प्रताड़ित किया। महमूद का सबसे बड़ा आक्रमण 1026 ई. में काठियावाड़ के सोमनाथ मंदिर पर था।
देश की पश्चिमी सीमा पर प्राचीन कुशस्थली और वर्तमान सौराष्ट्र (गुजरात) के काठियावाड़ में सागर तट पर सोमनाथ महादेव का प्राचीन मंदिर है। यहां महमूद ने सोमनाथ मंदिर का शिवलिंग तोड़ डाला। मंदिर को ध्वस्त किया। हज़ारों पुजारियों को मौत के घाट उतार दिया। वह मंदिर का सोना और भारी ख़ज़ाना लूटकर ले गया। सालार उसी का भांजा था। वह भी यहां हिंदुओं को प्रताड़ित करता था और जबरन धर्म परिवर्तन कराता था। उसे महाराज सुहेलदेव ने युद्ध में मार गिराया था।
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