भेड़ाघाट में महिला ने लगाई छलांग: पत्थरों के बीच भंवर में फंसी; चट्‌टान के सहारे नदी में उतरा नाविक, बांस की मदद से सुरक्षित निकाला

भेड़ाघाट में महिला ने लगाई छलांग: पत्थरों के बीच भंवर में फंसी; चट्‌टान के सहारे नदी में उतरा नाविक, बांस की मदद से सुरक्षित निकाला

[ad_1]

जबलपुर8 घंटे पहले

पर्यटन स्थल भेड़ाघाट पर एक महिला ने धुआंधार में छलांग लगा दी। गोताखोरों और नाविकों की नजर पड़ी, तो उसे बचाने के लिए नदी में उतर गए। नाविक अली खान चट्टान के सहारे नीचे उतरा। इस दौरान अन्य नाविकों ने चट्टान पर खड़े रहकर बांस का सहारा दिया। इसके बाद महिला को सुरक्षित निकाल लिया। घरेलू कारणों से परेशान महिला सुसाइड करने पहुंची थी।

भेड़ाघाट पुलिस के मुताबिक, महिला की पहचान दीक्षितपुरा की रहने वाली गीता सोनी (46) के रूप में हुई। उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छलांग लगाने से पहले काफी देर तक महिला जलप्रपात के पास खड़ी रही। गनीमत रही कि महिला नर्मदा नदी में बह नहीं पाई, वह जलप्रपात के कारण चट्‌टानों के बीच में पानी में ही घूमती रही।

महिला चट्‌टानों के बीच भंवर में फंस गई थी।

महिला चट्‌टानों के बीच भंवर में फंस गई थी।

नाविकों और गोताखोरों की मदद से बचाया
इसकी सूचना भेड़ाघाट थाने में पदस्थ आरक्षक हरिओम बैस को दी गई। आनन-फानन में महिला को निकालने के लिए नाविक अली खान चट्‌टानों के सहारे उतरा। इस दौरान अन्य नाविकों ने चट्‌टान पर खड़े रहकर बांस का सहारा दिया। बांस पकड़कर अली खान ने महिला को बाहर निकाला। महिला को सांत्वना मिली, तो उसने रोते हुए आपबीती सुनाई।

दो बेटियां व एक बेटा, पति करता है प्रताड़ित
महिला के घरवालों को सूचना दी गई, तो वे भी पहुंचे। महिला को चट्‌टानों में गिरने की वजह से चोटें भी आई हैं। उसे मेडिकल में भर्ती कराया गया। महिला के तीन बच्चे (दो बेटियां, एक बेटा) हैं। पति कोतवाली क्षेत्र में एक दुकान पर काम करता है। पारिवारिक मसलों को लेकर पति अकसर प्रताड़ित करता है। इसी से परेशान होकर वह जान देने गई थी।

महिला की जान बचाने वाले युवाओं को कलेक्टर ने किया सम्मानित।

महिला की जान बचाने वाले युवाओं को कलेक्टर ने किया सम्मानित।

महिला की जान बचाने वाले युवाओं को सम्मानित किया गया

महिला की जान बचाने वले युवाओं अली खान और सोनू आदिवासी का कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने सम्मान किया। आज शुक्रवार 26 नवंबर को इन युवाओं को सम्मान स्वरूप प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किया। उन्होंने अली और सोनू को शाबासी देते हुये उनके द्वारा दिखाये गये अदम्य साहस और सूझबूझ की सराहना की। इस अवसर पर तहसीलदार गोरखपुर अनूप श्रीवास्तव और नगर परिषद भेडाघाट की सीएमओ शिवांगी महाजन भी मौजूद थीं।

मुख्यमंत्री ने की युवाओं की प्रशंसा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपने प्राणों की बाजी लगाकर महिला की जान बचाने वाले युवाओं को देवदूत की संज्ञा दी है। मुख्यमंत्री चौहान ने इन युवाओं के साहस और पुण्य भाव की सराहना करते हुये कहा कि उन्होंने ऐसा करके केवल एक जान ही नहीं बचाई बल्कि पूरे परिवार को नया जीवन दिया है।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Published By:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *