बहनों ने रक्षाबंधन पर मांगा नशा छोड़ने का वचन: भाई को आउट रीच एंड ड्रॉप इन सेंटर लेकर पहुंची बहन, आधे लुधियाना में धड़ल्ले से बिक रहा नशे का सामान

बहनों ने रक्षाबंधन पर मांगा नशा छोड़ने का वचन: भाई को आउट रीच एंड ड्रॉप इन सेंटर लेकर पहुंची बहन, आधे लुधियाना में धड़ल्ले से बिक रहा नशे का सामान

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लुधियाना9 मिनट पहलेलेखक: दिलबाग दानिश

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बहनों ने रक्षाबंधन पर मांगा नशा छोड़ने का वचन: भाई को आउट रीच एंड ड्रॉप इन सेंटर लेकर पहुंची बहन, आधे लुधियाना में धड़ल्ले से बिक रहा नशे का सामान

युवाओं को नशे की लत से निकालने के लिए डॉक्टर कोटनिस अस्प्ताल में आउट रीच एंड ड्रॉप इन सेंटर चलाया जा रहा है।

रक्षाबंधन पर पंजाब के सलेम टाबरी में रहने वाली एक बहन ने अपने भाई की नशे की लत छुड़वाने की ठानी। दरअसल महिला का भाई दोस्तों के साथ बुरी संगत में फंस कर नशा करने लगा है। हालात यह हैं कि नशे की लत के कारण उसकी शादी तक नहीं हो रही है। बहन छोटी है, लेकिन भाई नशे का आदी होने के कारण परिवार जिस दर्द से गुजर रहा है, वह उसे साफ दिखता है। शनिवार को सुनीता अपने भाई को डॉक्टर कोटनिस अस्प्ताल में चल रहे आउट रीच एंड ड्रॉप इन सेंटर लेकर पहुंची। यहां पर उसकी काउंसलिंग की जा रही है, ताकि वह नशा छोड़ सके। यहां के प्रबंधक डॉक्टर इंद्रजीत सिंह धींगड़ा कहते हैं कि अकेली ये लड़की नहीं बल्कि कई एसी युवतियां हैं, जो अपने भइयों को यहां नशा छुड़वाने के लिए लेकर आती हैं।

2 साल में खो दिए 9 भाई
शहर के सिविल अस्पताल में पीछे सेंसी मोहल्ला है। यहां पर 2 साल में नशे के कारण 9 युवाओं की मौत हो चुकी है। उनकी बहनों और माताओं ने इलाके में नशे के खिलाफ प्रदर्शन किया और पुलिस कमिश्नर के कार्यालय के बाहर धरना भी दिया। इसके बाद पुलिस ने यहां कुछ सख्ती बरतनी शुरू की है। यहां की लड़कियों ने अब भाइयों को बचाने के लिए आवाज उठाई है।

आधे शहर में बिक रहा नशे का सामान
लुधियाना में आए दिन युवा नशा छोड़ने की दवा लेने और नशा करने के लिए फ्री सिरिंज लेने आते हैं। आधे शहर की गलियों और चौराहों पर नशा बिक रहा है। अकेला सेंसी मोहल्ला ही नहीं बल्कि शहर में ऐसी कई बहनें हैं, जिनसे नशे ने भाई छीन लिए। उनमें भामियां रोड पर रहने वाला युवक भी शामिल है, जिसका शव कार में कुछ दिन पहले ही मिला था। उसने दोस्तों के साथ नशा किया और उसकी मौत हो गई।

अगर ऐसे ही रहा, तो बहनों के पास नहीं रहेगी राखी के लिए कलाई
पिछले एक दशक से नशे की रोकथाम के लिए काम कर रहे डॉक्टर इंद्रजीत सिंह धींगड़ा कहते हैं कि मैने इस शहर में नशे को फैलते और इसके बुरे प्रभावों को बढ़ते देखा है। नशे ने पूरे शहर में अपने पैर पसारे हैं। अगर यही हालात रहे तो एक दिन ऐसा आएगा कि बहनों के पास राखी बांधने के लिए भाइयों की कलाई नहीं होगी।

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