बसताड़ा टोल पर लाठीचार्ज को लेकर भाकियू की मीटिंग कल: गुरनाम चढूनी बोले- सीएम कार्यक्रम से 15 किमी दूर योजना बनाकर किसानों के सिर फोड़े गए; आरोपियों पर कार्रवाई न हुई तो लेंगे कठोर फैसला

बसताड़ा टोल पर लाठीचार्ज को लेकर भाकियू की मीटिंग कल: गुरनाम चढूनी बोले- सीएम कार्यक्रम से 15 किमी दूर योजना बनाकर किसानों के सिर फोड़े गए; आरोपियों पर कार्रवाई न हुई तो लेंगे कठोर फैसला

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करनाल12 घंटे पहले

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बसताड़ा टोल पर लाठीचार्ज को लेकर भाकियू की मीटिंग कल: गुरनाम चढूनी बोले- सीएम कार्यक्रम से 15 किमी दूर योजना बनाकर किसानों के सिर फोड़े गए; आरोपियों पर कार्रवाई न हुई तो लेंगे कठोर फैसला

भाकियू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी।

हरियाणा के जिले करनाल के बसताड़ा टोल पर हुई किसानों पर लाठीचार्ज को लेकर भाकियू सोमवार को बैठक कर योजना तैयार करेगी। इससे पहले भाकियू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार पर योजना के तहत किसानों को पीटने का आरोप लगाया। उन्होंने लाठीचार्ज के आरोपी अधिकारियों व पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। ऐसा नहीं करने पर उन्होंने सोमवार को कठोर निर्णय लिए जाने का फैसला लिया है। भाकियू प्रदेशाध्यक्ष ने बताई सरकार की प्लानिंग, जानिए…

भाकयू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह ने कहा कि 5 बार लाठीचार्ज करके किसानों के सिर फोड़े गए हैं। हडि्डयां तोड़ी गई हैं। वो जगह शहर से 15 किलोमीटर दूर है। सीएम का कार्यक्रम भी वहां से 15 किलोमीटर दूर था। बसताड़ा टोल पर किसानों ने कोई ऐसा कार्य नहीं किया, जिससे उन पर लाठीचार्ज किया जाता। एक-एक आदमी को 50-50 लठ मारे गए। ऐसा सरकार ने किसानों से बदला लेने के लिए किया है। ये कोई ऐसी घटना नहीं है, जहां मजबूरी में लाठीचार्ज हुआ हो। यहां केवल पीटने के लिए ऐसा किया गया है।

कुछ अधिकारियों व कर्मियों को बताया किसान विरोधी

चढूनी ने कहा कि वहां पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सिर को फाेड़ने का ऑर्डर दे रहा है। इनमें किसानों से रंजिश रखने वाले अधिकारी शामिल हैं। एसडीएम आयुष सिन्हा हैं। जिसने सिर में लठ मारने के आदेश दिए हैं। ऐसा किसी कानून में नहीं है। उनके खिलाफ केस दर्ज हो। इसके अलावा पुलिस वालों में हरजिंद्र सिंह, कुलबीर सिंह, गुरजीत सिंह की पहचान किसानों ने की है। इन्होंने जानबूझकर किसानों को पीटा।

किसानों को डराने के लिए तोड़ी गाड़ियां

उन्होंने कहा कि किसानों को डराने के लिए उनकी गाड़ियां तोड़ी गई हैं। इस गैर कानूनी कार्रवाई के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए। सरकार कानून बनाती है कि यदि किसान प्रॉपर्टी का नुकसान करेंगे, तो उसकी किसानों से भरपाई करेगी। अब अधिकारियों व कर्मचारियों ने नुकसान किया है। सरकार ने नुकसान किया है। अब भरपाई भी सरकार करे।

अधिकारियों व कर्मचारियों पर हो केस दर्ज
चढूनी ने कहा कि शनिवार को जो घटना हुई है, वो प्लानिंग के तहत हुई। इन मामले में कल किसानों की मीटिंग से पहले आरोपियों पर केस दर्ज किया है। आगला फैसला कल की मीटिंग में लेंगे।

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