पॉल्यूशन से लॉकडाउन: दिल्ली से सटे हरियाणा के 4 जिलों में स्कूल बंद, निजी-सरकारी दफ्तरों के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सलाह
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चंडीगढ़/सोनीपत/झज्जर33 मिनट पहले
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दिल्ली-एनसीआर में बिगड़ रहे प्रदूषण के हालात के कारण हरियाणा सरकार ने NCR में आने वाले प्रदेश के चार जिलों गुरुग्राम, सोनीपत, फरीदाबाद और झज्जर में स्कूल बंद कर दिए हैं। साथ ही सभी सरकारी और निजी कार्यालयों को वर्क फ्रॉम होम के लिए कहा गया है।
हरियाणा सरकार ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण यह फैसला लिया है। दिल्ली सरकार पहले इस संबंध में निर्णय ले चुकी है। हरियाणा सरकार ने तत्काल प्रभाव से नए निर्देश लागू कर दिए हैं। यह निर्देश 17 नवंबर 2021 तक लागू रहेंगे। जिला प्रशासन अपने अधिकार क्षेत्र में मुनादी करके व्यापक प्रचार सुनिश्चित करेगा।
हरियाणा सरकार ने ये लिए महत्वपूर्ण फैसले
- सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूल इस दौरान बंद रहेंगे।
- प्रदूषण को कम करने लिए सड़कों पर वाहनों की संख्या 30 फीसदी तक घटाने के लिए निजी और सरकारी कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम को तरजीह दी जाए।
- इस दौरान सभी प्रकार की निर्माणात्मक और विकासात्मक गतिविधियों पर पूरी तरह रोक रहेगी। सभी स्टोन क्रशर और हॉट मिक्स प्लांट पूरी तरह से बंद रहेंगे।
- किसी भी म्यूनिसिपल निकाय को कूड़ा जलाने की आज्ञा नहीं होगी।
- किसी भी प्रकार के अवशेष को जलाने पर भी पाबंदी लगाई गई है।
- मैनुअल रोड साफ करने की भी मनाही रहेगी। डस्ट पॉल्यूशन रोकने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव सुनिश्चित किया जाएगा।
- सभी जिलाधिकारी इन नियमों का पालन करने और व्यापक जांच सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त निरीक्षण दल गठित करेंगे।
दिल्ली के लोधी गार्डन में प्रदूषण के बीच कसरत करते लोग।
दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है दिल्ली
दिवाली के बाद से खराब हुई दिल्ली की हवा अब भी गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। दिल्ली का हाल कितना बुरा है यह आप इससे समझ सकते हैं कि दुनिया के 10 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में दिल्ली सबसे आगे है। इस सूची में भारत के मुंबई और कोलकाता भी शामिल हैं। स्विट्जरलैंड आधारित क्लाइमेट ग्रुप IQAir ने यह नई सूची जारी की है। यह ग्रुप हवा की गुणवत्ता और प्रदूषण पर नजर रखता है। यह ग्रुप संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण प्रोग्राम में टेक्नोलॉजी पार्टनर है। वहीं बुलंदशहर में AQI का स्तर 444 और लखनऊ में 187 है। उधर साथ लगते राज्य राजस्थान के जयपुर, उदयपुर, अजमेर, पुष्कर समेत राज्य के 15 जिलों में हवा की गुणवत्ता खराब है।
बढ़े हुए PM2.5 स्तर के कारण स्वास्थ्य को नुकसान
CPCB के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर की हवा में फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले PM2.5 (धूल के बेहद महीन कण) का स्तर आधी रात के करीब 300 का आंकड़ा पार कर गया। यह शाम 4 बजे 381 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था। हवा के सुरक्षित होने के लिए PM2.5 का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होना चाहिए। फिलहाल यह सुरक्षित सीमा से करीब 6 गुना अधिक है। PM2.5 इतना छोटा होता है कि यह फेफड़ों के कैंसर और सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
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