पुनीत को प्रदेश का सर्वोच्च सम्मान: साउथ के सुपरस्टार को मरणोपरांत कर्नाटक रत्न देने का ऐलान, राज्य में 12 साल बाद दिया जा रहा यह अवॉर्ड
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3 घंटे पहले
कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को दिवंगत एक्टर पुनीत राजकुमार को मरणोपरांत कर्नाटक रत्न पुरस्कार से सम्मानित करने का ऐलान किया है। पुनीत राज्य का यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाले 10वें शख्स होंगे। आखिरी बार 2009 में डॉ. वीरेंद्र हेगड़े को समाजसेवा के लिए यह अवॉर्ड दिया गया था। पुनीत राजकुमार का 29 अक्टूबर को 46 की उम्र में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया था।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान की घोषणा
कर्नाटक के CM बसवराज बोम्मई ने यह घोषणा कर्नाटक फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से हुए श्रद्धांजलि कार्यक्रम ‘पुनीत नामाना’ के दौरान की। कन्नड़ सिनेमा पर राज करने वाले पुनीत, डॉ. राजकुमार के 5 बच्चों में सबसे छोटे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोगों के साथ चर्चा के बाद मैंने पुनीत राजकुमार को मरणोपरांत कर्नाटक रत्न से सम्मानित करने का फैसला लिया है।
पुनीत के निधन के बाद से ही उन्हें मरणोपरांत पद्मश्री पुरस्कार देने की मांग की जा रही है। इस समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और सिद्धारमैया, बोम्मई के कैबिनेट सहयोगी, राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार, कन्नड़ और दक्षिण भारतीय फिल्मी हस्तियां शामिल थीं।
पिता को भी मिला था यह सम्मान
दिलचस्प बात यह है कि पुनीत के दिवंगत पिता डॉ. राजकुमार को भी 1992 में कवि कुवेम्पु के साथ कर्नाटक रत्न पुरस्कार दिया गया था। यह सम्मान पाने वाली दूसरी हस्तियों में एस निजलिंगप्पा (राजनीति), सीएनआर राव (विज्ञान), डॉ. देवी प्रसाद शेट्टी (चिकित्सा), भीमसेन जोशी (संगीत), शिवकुमार स्वामीजी (समाज सेवा), और डॉ. जे जावरेगौड़ा (शिक्षा और साहित्य) हैं।
समाधि स्थल को किया जाएगा डेवलप
सीएम बोम्मई ने कहा कि पुनीत राजकुमार का नाम अमर करने के लिए बहुत सारे सुझाव आए हैं। मैं कहना चाहता हूं कि सरकार की इच्छा भी एक ही है। उनका अंतिम विश्राम स्थल उनके माता-पिता डॉ. राजकुमार और पर्वतम्मा राजकुमार की तरह डेवलप किया जाएगा। पुनीत का 31 अक्टूबर को कांतीरवा स्टूडियो में डॉ. राजकुमार पुण्यभूमि में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था।
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