पीएम दौरे के बाद पंजाब में मिले हेंड ग्रेनेड: मोगा पुलिस ने 3 आरोपी पकड़े; PM के अग्रिम सुरक्षा संपर्क में बताए KTF के गैंगस्टर डल्ला के टच में थे
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चंडीगढ़31 मिनट पहले
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पंजाब में PM नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक के बीच पाकिस्तानी बोट के बाद अब मोगा में 2 हैंड ग्रेनेड मिले हैं। मोगा पुलिस ने जिन 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वह खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के कनाडा में बैठे A कैटेगरी गैंगस्टर अर्शदीप डल्ला के संपर्क में थे। खास बात यह है कि पीएम मोदी के दौरे से पहले पंजाब सरकार को भेजे अग्रिम सुरक्षा संपर्क (ASL) में इसी डल्ला का जिक्र था।
जिसमें बताया गया कि सितंबर 2021 में कनाडा में रहने वाले KTF के अर्शदीप डल्ला के सहयोगियों को तरनतारन पुलिस ने IED, हथियार और ग्रेनेड के साथ पकड़ा था। यह प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से जुड़ा हुआ है। पीएम के दौरे वाले इलाके में डल्ला के स्लीपर सेल होने की आशंका तक जताई गई थी।
बरामदगी की जानकारी देते SSP चरणजीत सोहल
गाड़ी रोकनी चाही तो बैरिकेड तोड़ा
मोगा के SSP चरणजीत सोहल ने बताया कि गांव चुगावा की तरफ से आते वक्त पुलिस ने PB04AC-2831 नंबर की गाड़ी को रोका। पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो उन्होंने गाड़ी भगा ली। आरोपियों ने पुलिस का बैरिकेड भी तोड़ दिया और कर्मचारियों को भी कुचलने की कोशिश की। हालांकि कर्मचारियों ने बैरिकेड फेंककर गाड़ी को रोक लिया।
आरोपियों को पेशी के लिए लेकर आई पुलिस की टीम
बेखौफ अपराधी: नीचे उतरते ही पुलिस पर तानी पिस्तौल, पुलिस पर फेंका ग्रेनेड
जब पुलिस ने गाड़ी को रोका ड्राइवर और उसके साथ बैठे आरोपियों ने नीचे उतरकर पुलिस पर ही पिस्तौल तान दी। पीछे बैठे आरोपी ने पुलिस पार्टी पर हैंड ग्रेनेड फेंककर मारने की कोशिश की। जिस पर पुलिस ने तुरंत सतर्कता बरतते हुए तीनों को काबू कर लिया।
यह हथियार किए गए बरामद
पकड़े गए आरोपियों की पहचान गुरप्रीत सिंह गोपी, वरिंदर सिंह विंदा और बलजीत सिंह के रूप में हुई। इनसे 2 हेंड ग्रेनेड, 9 MM के दो पिस्तौल, 3 मैगजीन और 18 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। आरोपियों पर अब आर्म्स एक्ट, बम एक्ट और कातिलाना हमले का केस दर्ज कर लिया गया है।
डल्ला ने क्यों भेजे थे हैंड ग्रेनेड, पूछताछ जारी
आरोपियों ने शुरूआती पूछताछ में कहा कि वह कनाडा में बैठे गैंगस्टर के संपर्क में थे। गैंगस्टर डल्ला ने उन्हें यह ग्रेनेड उपलब्ध कराए थे। जिसे उन्हें किसी धार्मिक जगह पर फेंकना था। इसके लिए उन्हें पैसे मिलने थे। हालांकि पुलिस का कहना है कि अभी इनसे गहराई से पूछताछ की जा रही है कि उनकी मंशा क्या थी।
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