पश्चिम बंगाल में 200 गांव जलमग्न: सड़कों पर नावें, सेना तैनात, तीन दिन में 3 जिलों में 300 मिमी से ज्यादा बारिश; अब तक 16 लोगों की मौत, 5 लाख लोग प्रभावित
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- 200 Villages Submerged In West Bengal, Boats On Roads, Army Deployed, More Than 300 Mm Of Rain In 3 Districts In Three Days; So Far 16 People Have Died, 5 Lakh People Affected
कोलकाताएक घंटा पहलेलेखक: सोमा नंदी
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हुगली जिले में रहवासी इलाकों में पानी भर गया है। नदियां उफान पर हैं। ऐसे में लोग पानी में जीवन-यापन करने के लिए मजबूर हैं।
- मौसम विभाग ने मानसून के आखिरी दो महीनों में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान जताया
पश्चिम बंगाल के तीन जिलों हुगली, पश्चिम मिदनापुर और हावड़ा में बारिश ने तबाही मचा दी है। इन जिलों में 200 से अधिक गांव बाढ़ का सामना कर रहे हैं। यहां तीन दिन 300 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 5 लाख लोग प्रभावित हैं। शुक्रवार से लगातार बारिश के बाद सिलाबती और बूढ़ीगंगा नदियों के तटबंध कम से कम 10 स्थानों और घाटल उप-मंडलों के 4 ब्लॉक में टूट गए हैं।
घाटल और खरड़ नगर पालिका में सड़कों पर नावें चल रही हैं। शनिवार से इन इलाकों में बिजली नहीं है। भारतीय वायु सेना ने 31 लोगों को छतों से एयरलिफ्ट किया है। इनमें 100 साल की महिला और 9 माह का बच्चा भी शामिल है। हुगली में बचाव कार्य में सेना को तैनात किया गया है। यहां सेना ने अरंगबाग इलाके में 20 लोगों को बचाया है।
हुगली में रूपनारायण और द्वारकेश्वर नदियों का पानी घाटों को पार कर आवासीय क्षेत्रों में घुस गया है। अफसरों ने बताया कि दामोदर वैली काॅरपोरेशन डैम द्वारा सोमवार सुबह तक करीब 1.46 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद खानकुल और घाटल में हालात खराब हो गए हैं। 73 वर्षीय दिलीप कहते हैं- ‘पास के बांध से पानी छोड़ जाने के बाद बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया। हम सब अपना सब कुछ छोड़कर ऊंची जमीन की तरफ भागे।
गांव में कई लोगों ने इमारतों की छत पर शरण ली है और वे बचाए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’ वहीं, शासन ने एक लाख से अधिक तिरपाल, एक हजार मीट्रिक टन चावल, पानी पाउच की बोरियां और साफ कपड़े शेल्टर घरों में भेजे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का ट्रफ और समुद्री नमी की वजह से भारी बारिश हो रही है।
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जीवन पानी-पानी…
घर से चल रहा पुलिस स्टेशन, 63 कैदियों को रेस्क्यू किया
घाटल पुलिस थाना, घाटल उप जेल और एसडीओ कार्यालय से लेकर स्थानीय आपदा प्रबंधन कार्यालय तक सभी जलमग्न हैं। पुलिस घाटल बस स्टैंड पर एक घर से काम कर रही है। 63 कैदियों को जेल से हटाकर मिदनापुर केंद्रीय सुधार गृह में भेज दिया गया है और खाली जलमग्न जेल में अब ताला लगा दिया गया है। अकेले घाटल में 3 दिनों में ढाई लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
मानसूनी रिकॉर्ड…
राजस्थान के शाहाबाद में 24 घंटे में रिकॉर्ड 246 मिमी बारिश
राजस्थान के बारां जिले में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को हुई भारी बारिश से रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए हैं। मकान ढह गए और निचले इलाकों के कई गांवों से सैकड़ों लोगों को निकाला गया। जिले के सबसे ज्यादा प्रभावित शाहाबाद और किशनगंज में बाढ़ जैसे हालात देखने को मिले। एसडीएम राहुल मल्होत्रा ने बताया कि शाहाबाद में मंगलवार सुबह सात बजे समाप्त हुए 24 घंटों में 246 मिमी बारिश हुई और सुबह 11 बजे तक 60 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे निचले इलाकों की कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं। उधर, मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त-सितंबर में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। विभाग ने 5 दिनों में उत्तर भारत के राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
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