पंजाब सरकार का बड़ा दांव: CM चन्नी बोले- आंदोलन में मारे गए किसानों की याद में बनवाएंगे स्मारक, SKM के साथ चर्चा कर तय करेंगे नाम
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चंडीगढ़4 घंटे पहले
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पंजाब भवन में पत्रकारों से बात करते सीएम चन्नी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीनों खेती कानून वापस लेने के ऐलान के बाद पंजाब सरकार ने बड़ा दांव खेल दिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने कहा है कि इस आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 700 से ज्यादा किसानों की याद में पंजाब में स्मारक बनाया जाएगा। इसका नाम संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के साथ चर्चा करके फाइनल किया जाएगा। शुक्रवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में सीएम चन्नी ने आंदोलन में मारे गए किसानों और खेत मजदूरों को शहीद करार दिया।
कांग्रेस के लिहाज से यह इसलिए अहम है क्योंकि पंजाब चुनाव में कृषि कानूनों का बड़ा मुद्दा पीएम मोदी की घोषणा के बाद खत्म हो गया था। जिसे चुनाव में भुनाने के लिए कांग्रेस अभी भी जोर आजमाइश में लगी है। पंजाब की कांग्रेस सरकार इससे पहले विधानसभा का स्पेशल सेशन बुलाकर इन कानूनों को रद्द कर चुकी है।
CM चन्नी का PM पर शायराना वार
पंजाब के CM चरणजीत चन्नी ने कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के बाद PM नरेंद्र मोदी पर शायराना वार किया है। चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन में प्रेस कान्फ्रेंस कर सीएम चन्नी ने पीएम को कहा कि सब कुछ लुटाकर होश में आए तो क्या किया? उन्होंने कहा कि किसानों और खेत मजदूरों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। कई किसानों ने जिंदगी गंवा दी। उन्होंने अकाली दल पर भी आरोप लगाया कि उनके कंधे पर बंदूक रख यह कानून बने।
जिद पर अड़ी रही केंद्र सरकार
उन्होंने कहा कि किसान संघर्ष के बावजूद केंद्र सरकार जिद पर अड़ी रही। सुप्रीम कोर्ट ने भी रोक लगाई लेकिन केंद्र ने इसे रद्द नहीं किया। अब अगले चुनाव में उत्तर प्रदेश में हार दिखी तो इसे रद्द कर दिया। हालांकि, जब तक संसद में पेश कर इसे वापस नहीं किया जाता, तब तक सबको चौकन्ना रहने की जरूरत है।
पंजाब को कमजोर करने की थी साजिश
उन्होंने केंद्र से मांग की कि संसद में कृषि कानून वापस करने के साथ MSP पर भी नया कानून बनाकर उसे लागू किया जाए। उन्होंने इसे देश को बांटने और किसानों को बर्बाद करने की कार्रवाई बताया। सीएम ने कहा कि पंजाब कृषि आधारित राज्य है। इन कानूनों से केंद्र पंजाब को कमजोर करना चाहता था।
अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल ने कृषि कानून पर भाजपा से गठजोड़ तोड़ा था
बादलों ने बनवाए कानून
सीएम चन्नी ने अकाली दल और बादल परिवार पर भी जमकर निशाना साधा। सीएम ने कहा कि बादलों ने भाजपा को कहा कि किसान हमारे साथ हैं और हम आपके। इसके बाद अकाली दल के कंधे पर बंदूक रख यह कानून बनाए गए। इसकी तारीफ में हरसिमरत बादल ने 3 कान्फ्रेंस की। सुखबीर बादल ने भी इमरजेंसी कान्फ्रेंस की। वहीं, प्रकाश सिंह बादल से भी कान्फ्रेंस कराई गई। हालांकि जब किसानों ने उनका घर से बाहर निकलना बंद कर दिया तो इसके विरोध में आए। इनके बीच अब भी अंदरखाते समझौता है।
आम आदमी पार्टी को भी कोसा
सीएम चन्नी ने कहा कि आम आदमी पार्टी किसान हितैषी बनती है। केंद्र के इन कानूनों में से सबसे खतरनाक ट्रेड वाला कानून दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने लागू किया। उन्होंने कटाक्ष किया कि अब केंद्र इन्हें रद्द कर रहा है तो दिल्ली की आप सरकार भी कानून को रद्द कर दे।
BSF वाला नोटिफिकेशन भी वापस ले केंद्र
CM चन्नी ने कहा कि अब कृषि कानून की तरह केंद्र से BSF का अधिकार क्षेत्र नोटिफिकेशन को वापस ले।
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