निगुलसेरी में पहाड़ी से हटेंगे ढीले और कमजोर पत्थर: हादसों पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन सोमवार सुबह 9 से शाम 6 बजे तक NH-5 पर चलाएगा विशेष अभियान, बंद रहेगा यातायात

निगुलसेरी में पहाड़ी से हटेंगे ढीले और कमजोर पत्थर: हादसों पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन सोमवार सुबह 9 से शाम 6 बजे तक NH-5 पर चलाएगा विशेष अभियान, बंद रहेगा यातायात

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किन्नौर/शिमलाएक घंटा पहले

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निगुलसेरी में पहाड़ी से हटेंगे ढीले और कमजोर पत्थर: हादसों पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन सोमवार सुबह 9 से शाम 6 बजे तक NH-5 पर चलाएगा विशेष अभियान, बंद रहेगा यातायात

किन्नौर के निगुलसेरी में नेशनल हाईवे-5 पर गिरे पत्थरों से बंद हुआ रास्ता।

किन्नौर के निगुलसेरी में नेशनल हाईवे-5 पर गिरते पत्थरों का सिलसिला रोकने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है। अब पहाड़ी से ढीले और कमजोर पत्थरों को हटाने के लिए सोमवार को सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक विशेष अभियान चलेगा। अभियान के दौरान हाईवे पर यातायात पूरी तरह से बंद रहेगा।

किन्नौर के निगुलसेरी में अभी भी पत्थरों के गिरने का सिलसिला जारी है। शूटिंग स्टोन के कारण यहां से गुजरने वाले वाहनों के साथ अनहोनी होने का खतरा बना हुआ है। जिला उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि निगुलसरी (किन्नौर) के नजदीक भू-स्खलन क्षेत्र में लगातार छोटे-2 पत्थर राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पर पहाड़ से गिर रहे हैं। ऐसे में आने-जाने वाले व्यक्तियों/वाहनों को नुकसान होने का खतरा बना हुआ है। जान-माल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने फैसला किया है कि सोमवार 30 अगस्त को एनएच (हिप्र लोक निर्माण विभाग) द्वारा अन्य विभागों के समन्वय से इस क्षेत्र में पहाड़ी से ढीले (लूज) छोटे और बड़े पत्थरों को गिराया जाएगा। क्षेत्र को आवागमन के लिए सुरक्षित करने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है।

हाईवे पर पत्थर गिरने के चलते वाहनों को नुकसान होने का खतरा बना हुआ है।

हाईवे पर पत्थर गिरने के चलते वाहनों को नुकसान होने का खतरा बना हुआ है।

एनएच पर 9 घंटे के लिए बंद रहेगा यातायात

30 अगस्त को सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक भू-स्खलन क्षेत्र निगुलसरी (किन्नौर) के नजदीक NH-05 में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रहेगी। जिला प्रशासन ने सभी लोगों से अनुरोध किया है कि इस समय के बीच निगुलसरी के समीप आवाजाही न करें।

शूटिंग स्टोन से 28 लोगों की गई थी जान

11 अगस्त को दोपहर 12 बजे के करीब निगुलसेरी में पहाड़ दरकने और शूटिंग स्टोन के कारण एक एचआरटीसी बस समेत कई वाहन मलबे के नीचे दब गए। छह दिन तक चले ऑपरेशन में 12 लोगों को यहां से रेस्क्यू कर जिंदा निकाला था, 28 लोगों के शव बरामद किए थे। आर्मी समेत एनडीआरएफ की टीमें यहां लोगों को तलाशने में लगी थीं। हिमाचल के इतिहास में सबसे बड़ी घटना किन्नौर में घटित हुई थी। ऐसे में दोबारा इस तरह का हादसा ना हो इसे लेकर किन्नौर प्रशासन पहाड़ी से कमजोर पत्थरों को नीचे गिराने के लिए अभियान चलाएगा।

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